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Rohit Sharma Sydney Test: रोहित शर्मा ने खुद को बाहर क‍िया या बाहर न‍िकाला गया...? टीम इंड‍िया के 'फुस्स' ख‍िलाड़‍ियों के ल‍िए नजीर बना ये फैसला

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में रोहित शर्मा का प्रदर्शन निराशाजनक रहा. रोहित इस सीरीज में कुल 31 रन बना सके. रोहित के अलावा बाकी बल्लेबाजों का परफॉर्मेंस भी हाई क्लास नहीं रहा है. विराट कोहली, ऋषभ पंत जैसे धुरंधर तो बार-बार गैर-जिम्मेदाराना शॉट्स खेलकर आउट हो रहे हैं.

Rohit Sharma Rohit Sharma
अनुराग कुमार झा
  • सिडनी,
  • 03 जनवरी 2025,
  • अपडेटेड 6:58 PM IST

निकलना ख़ुल्द से आदम का सुनते आए हैं लेकिन,
बहुत बेआबरू हो कर तिरे कूचे से हम निकले।।

उपरोक्त पंक्तियां शायर मिर्जा गालिब की हैं, जो इस समय टीम इंडिया के टेस्ट और वनडे टीम कप्तान रोहित शर्मा पर फिट बैठती नजर आ रही हैं. रोहित ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी टेस्ट से एक दिन पहले जिस तरह एकांत में बैठे थे, उसने फैन्स का दिल तोड़ कर रख दिया था. अब एक दिन बाद ही रोहित ने इस मैच से खुद को बाहर रखने का फैसला किया और जसप्रीत बुमराह भारतीय टीम की कमान संभाली. रोहित बाहर हुए या किए गए, ये तो वो ही बता सकते हैं. मगर कार्यवाहक कप्तान जसप्रीत बुमराह और विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने जरूर ये कहकर मामले को शांत करने की कोशिश की है कि ये 'हिटमैन' का खुद का फैसला था. 

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हाल फिलहाल ऐसा कोई उदाहरण नजर नहीं आता कि किसी कप्तान ने खुद को प्लेइंग-11 से बाहर किया हो. लगभग 50 साल पहले जरूर इंग्लैंड के कप्तान माइक डेनेस ने एशेज सीरीज के दौरान शुरुआती छह पारियों में 65 रन बनाने के चलते रोहित जैसा निर्णय लिया था. तब डेनेस सिडनी टेस्ट में नहीं खेले थे और उनकी जगह जॉन एड्रिच ने इंग्लिश टीम कमान संभाली. डेनेस के बाहर रहने के बावजूद इंग्लैंड ने सिडनी टेस्ट गंवा दिया था और वो सीरीज में 0-3 से पिछड़ गई. फिर डेनेस ने पांचवें एवं आखिरी टेस्ट में वापसी की और अर्धशतकीय पारी भी खेली.

सिडनी टेस्ट से पहले बिल्कुल अकेले रोहित शर्मा (फोटो: Getty images)

अब चलते हैं फिर से सिडनी टेस्ट की ओर... रोहित शर्मा तो इस मुकाबले से बाहर हैं, तब भी भारतीय टीम के प्रदर्शन में कोई सुधार नहीं हुआ है. सिडनी टेस्ट की पहली पारी में भारतीय टीम महज 185 रनों पर ढेर हो गई. भारत की पहली पारी में कुछ बल्लेबाज हवाई शॉट्स मारकर हुए, तो किसी की पुरानी कमजोरी पीछा छूटने का नाम ही नहीं ले रही. एक-दो बल्लेबाजों ने तो क्रीज पर सेट होने के बाद अपना विकेट फेंक दिया. टेस्ट क्रिकेट में यदि कोई बल्लेबाज 40 रन बनाने के बाद भी गैर-जिम्मेदाराना शॉट मारकर आउट हो रहा है तो ये सोचने वाली बात है.

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कोहली-पंत-राहुल-गिल भी 'आउट ऑफ ट्रैक'

रोहित शर्मा ने जरूर इस टेस्ट सीरीज में कुल 5 पारियां खेलकर 31 रन बनाए, लेकिन बाकी के भारतीय बल्लेबाजों का परफॉर्मेंस भी हाई क्लास नहीं रहा है. यशस्वी जायसवाल और नीतीश कुमार रेड्डी को छोड़ दिया जाए तो मौजूदा सीरीज में किसी भी भारतीय बल्लेबाज का एवरेज 40 के करीब भी नहीं है. यशस्वी ने अबतक 9 पारियों में 46.12 के एवरेज से 369 रन जड़े हैं. यशस्वी ने इस दौरान एक शतक के अलावा दो अर्धशतक लगाए. हालांकि बाकी की छह पारियों में यशस्वी के बल्ले से भी रन नहीं निकले. उधर अपना डेब्यू टेस्ट सीरीज खेल रहे नीतीश कुमार रेड्डी ने अब तक 42.00 के एवरेज से 294 रन बनाए, जिसमें एक शतक शामिल रहा. नीतीश ने मेलबर्न टेस्ट में शतक जड़कर टीम इंडिया को संकट से निकाला था, लेकिन अगली दो इनिंग्स में वो पूरी तरह नाकाम रहे हैं.

अब सिडनी टेस्ट में रोहित शर्मा के 'रिप्लेसमेंट' शुभमन गिल की करते हैं. शुभमन ने तो मौजूदा सीरीज में अब तक 4 पारियों में महज 20 की औसत से 80 रन बनाए हैं, जो नंबर-3 बल्लेबाज के लिए कहां तक उचित बैठता है. किंग के नाम मशूहर कोहली ने पर्थ टेस्ट में शतक जड़कर फॉर्म में लौटने के संकेत दिए थे, लेकिन उस शतकीय पारी के बाद पूर्व भारतीय कप्तान के बल्ले में मानो जंग लग गई. कोहली ने इस सीरीज में अब तक 8 पारियों में 26.28 के एवरेज से 184 रन जड़े हैं.

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केएल राहुल की शुरुआती कुछ पारियां उनका मनोबल बढ़ाने वाली थीं, लेकिन धीरे-धीरे वो भी चमक खो बैठे हैं. राहुल ने 9 इनिंग्स में 32.87 की औसत से 263 रन बनाए हैं, जिसमें दो अर्धशतक शामिल रहे. विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत को तो स्टार्ट मिल रहा है, लेकिन वो उसे बड़े स्कोर में अब तक कन्वर्ट नहीं कर सके और खराब शॉट्स मारकर आउट हो रहे. पंत ने 24.25 के एवरेज से 8 पारियों में 194 रन जड़े हैं. वॉशिंगटन सुंदर (5 पारियों में 102 रन) और रवींद्र जडेजा (4 पारियों में 122 रन) ने भी निराश किया है.

BGT 2024-25 में भारत के मुख्य बल्लेबाजों का प्रदर्शन
रोहित शर्मा: 5 पारी, 31 रन, उच्चतम स्कोर 10, औसत 6.20
यशस्वी जायसवाल: 9 पारी, 369 रन, उच्चतम स्कोर 161, औसत 46.12
केएल रा्हुल: 9 पारी, 263 रन, उच्चतम स्कोर 84, औसत 32.87
शुभमन गिल: 4 पारी, 80 रन, उच्चतम स्कोर 31, औसत 20.00
विराट कोहली: 9 पारी, 184 रन, उच्चतम स्कोर 100*, औसत 26.28
ऋषभ पंत: 8 पारी, 194 रन, उच्चतम स्कोर 40, औसत 24.25
रवींद्र जडेजा: 4 पारी, 122 रन, उच्चतम स्कोर 77, औसत 30.50
नीतीश कुमार रेड्डी: 8 पारी, 294 रन, उच्चतम स्कोर 114, औसत 42.00
वॉशिंगटन सुंदर: 5 पारी, 102 रन, उच्चतम स्कोर 50, औसत 25.50

अब रोहित शर्मा इन आंकड़ों को देखकर जरूर सोच रहे होंगे कि क्या टीम के खराब प्रदर्शन के लिए वो ही पूरी तरह जिम्मेदार हैं? क्या उनकी ही पूरी गलती थी? बाकी के सीनियर खिलाड़ियों की क्या जिम्मेदारी नहीं बनती है?

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कुल मिलाकर रोहित के इस फैसले का सबसे बड़ा पॉइंट ये निकलता है कि यदि कोई खिलाड़ी लगातार खराब प्रदर्शन कर रहा है तो उसकी प्लेइंग-11 में जगह कतई नहीं बनती है. परफॉर्मेंस ही टीम में सेलेक्शन का पैमाना होना चाहिए, नहीं तो टीम से खुद को ही बाहर कर लेना चाहिए. भारतीय चयनकर्ताओं को भी रोहित का ये फैसला बड़ा संदेश दे गया है. अब देखना होगा कि ऑस्ट्रेलिया सीरीज के बाद खराब प्रदर्शन करने वाले भारतीय बल्लेबाजों पर गाज गिरती है या नहीं...

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