
न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल में जसप्रीत बुमराह बिल्कुल लय में नहीं थे. इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया दौरे और स्वदेश में इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में भी उनका प्रदर्शन प्रभावशाली नहीं रहा. और अब टीम के उनके साथी केएल राहुल को समझ नहीं आता कि इंग्लैंड के खिलाफ ड्रॉ समाप्त हुए पहले टेस्ट में इस भारतीय तेज गेंदबाज के 9 विकेट को उनकी ‘वापसी’ क्यों कहा जा रहा है.
यह पूछने पर कि बुमराह के फॉर्म में वापसी करने पर वह कैसा महसूस कर रहे हैं, राहुल ने इस सवाल पर हैरानी जताई. राहुल ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘सर, मुझे नहीं पता कि आप यह क्यों कर रहे हैं कि बुमराह ने वापसी की है.’
उन्होंने कहा, ‘हर समय, प्रत्येक मैच में, हर परिस्थितियों में उन्होंने खुद को साबित किया है और वह नंबर एक गेंदबाज हैं. हम खुश हैं कि वह पहले टेस्ट से जो कर रहे हैं उसे वह अब भी कर रहे हैं.’ राहुल ने तेज गेंदबाजी आक्रमण की तारीफ की, जिन्होंने मैच में 20 विकेट चटकाए.
राहुल ने कहा, ‘पहली पारी में हमने जिस तरह की गेंदबाजी की और टॉस हारने के बाद पहले गेंदबाजी करते हुए हमने जिस तरह का अनुशासन दिखाया वह सकारात्मक पक्ष है. ऐसा माना गया कि टॉस जीतने वाली टीम फायदे की स्थिति में रहेगी और हमने बेहद अनुशासन के साथ गेंदबाजी की,’
उन्होंने कहा, ‘मोहम्मद शमी और बुमराह ने जिस तरह की शुरुआत की और शार्दुल (ठाकुर) और मोहम्मद सिराज ने इसे जारी रखा, किस तरह उन सभी ने एक साथ काम किया और सही जगह पर गेंदबाजी की. वे जिस तरह अपनी योजना पर कायम रहे, उससे उन्हें इनाम मिला.’
राहुल ने कहा कि चुनौतीपूर्ण हालात में बारिश के कारण कई बार ब्रेक के बीच बल्लेबाजी इकाई ने अच्छा प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा, ‘यह चुनौतीपूर्ण पिच थी और जिस तरह का मौसम था, बार-बार बाहर जाना और फिर वापस आना, हमारे लिए एकाग्रता बनाए रखना आसान नहीं था. बार-बार बाहर जाना और वापस आना चुनौतीपूर्ण होता है.’ राहुल ने कहा कि दो साल से अधिक समय तक बाहर बैठने के बाद वह टेस्ट क्रिकेट खेलकर खुश हैं.
नए विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप चक्र की अंक प्रणाली के तहत दोनों टीमों को चार-चार अंक मिले. खराब मौसम के कारण पहले टेस्ट में संभावित 450 ओवरों में से 250 से कुछ अधिक ओवर ही फेंके जा सके. भारत को इंग्लैंड ने 209 रन का लक्ष्य दिया था, जिसके जवाब में मेहमान टीम ने चौथे दिन का खेल खत्म होने तक एक विकेट पर 52 रन बना लिए थे. भारत का पलड़ा भारी था, लेकिन बारिश ने खलल डाल दिया और पांचवें दिन का खेल नहीं हो पाया.
कप्तान विराट कोहली ने कहा, ‘बढ़त हासिल करना महत्वपूर्ण था, लेकिन यह शर्मनाक है कि हम पांचवें दिन को खत्म नहीं कर पाए. हम बचने के लिए नहीं खेलना चाहते थे. हमारे जज्बे ने हमें आगे रखा. यह हमारे गेंदबाजों की तीन हफ्ते की बल्ले से कड़ी मेहनत का नतीजा है.’ उन्होंने कहा, ‘हम 40 रनों के आसपास की बढ़त ही बात कर रहे थे, लेकिन 95 रनों की बढ़त हासिल करने में सफल रहे और यह रन सोने की तरह थे.’