
गुरुवार को एंटीगा टेस्ट शुरू होने से कुछ ही देर पहले इस खबर की पुष्टि की गई कि रविचंद्रन अश्विन नहीं, बल्कि रवींद्र जडेजा टेस्ट के लिए भारत के एकमात्र स्पिनर होंगे. मतलब साफ है जडेजा ने अश्विन की जगह 'हड़प' ली. टॉस के बाद कप्तान विराट कोहली ने कहा,' हम उन्हीं खिलाड़ियों के साथ उतर रहे हैं, जो इससे पहले ऑस्ट्रेलिया में भारत के अंतिम एकादश में थे. अश्विन, साहा, कुलदीप, रोहित और उमेश नहीं खेल रहे हैं.'
इसे एक 'अजीब' फैसला माना जाएगा. वेस्टइंडीज के बल्लेबाज भारत की गेंदबाजी लाइन-अप में अश्विन को न देख जरूर खुश हुए होंगे. 32 साल के स्टार ऑफ स्पिनर अश्विन वेस्टइंडीज के खिलाफ शानदार रिकॉर्ड रखते हैं. उन्होंने अपने करियर के दौरान कैरेबियाई टीम के विरुद्ध 11 टेस्ट की 21 पारियों में 60 विकेट चटकाए हैं.
अश्विन को नहीं खिलाने का फैसला सिर्फ बल्लेबाजी के आधार पर नहीं किया जा सकता. माना जा सकता है कि जडेजा बल्ले से ठीक-ठाक रहे हैं. उन्होंने पिछली 7 टेस्ट पारियों में दो बार 80 से ज्यादा के स्कोर किए, जिसमें उनका एक शतक भी शामिल है. दूसरी तरफ अश्विन की बल्लेबाजी तुलनात्मक रूप से कमजोर हो गई है.
इस मैच में अश्विन एक बेहतर विकल्प हो सकते थे. वैसे भी नंबर-8 की बल्लेबाजी क्षमता (जडेजा इसी नंबर पर उतरे हैं) का तर्क फिलहाल उतना दम नहीं रखता. यदि भारतीय टीम इंग्लैंड या ऑस्ट्रेलिया में खेल रही होती, तो यह समझ में आता है- जहां निचले क्रम पर भी दारोमदार रहता है. लेकिन वेस्टइंडीज में ऐसा नहीं है.
दूसरी तरफ वेस्टइंडीज की टीम में कई बाएं हाथ के बल्लेबाजों के रहते अश्विन को जरूर आजमाना चाहिए था. जडेजा के पक्ष में एकमात्र कारण संभवतः उनकी निरंतरता मानी जा सकती है. इससे पहले दिसंबर में अश्विन के चोटिल होने की वजह से बाएं हाथ के स्पिनर जडेजा ने ऑस्ट्रेलिया में सीरीज के आखिरी दो टेस्ट (मेलबर्न और सिडनी) मैचे खेले थे.
मेलबर्न में जडेजा ने 25 ओवरों में केवल 45 रन दिए और दो विकेट झटके. दूसरी पारी में 32 ओवरों की गेंदबाजी में उन्होंने 3 विकेट चटकाए. और इसके बाद सिडनी में 32-11-73-2 के गेंदबाजी विश्लेषण के साथ सीरीज का समापन किया. जाहिर है इस वजह से एंटीगा में टीम चुने जाने के समय जडेजा को प्राथमिकता मिली.
वेस्टइंडीज के खिलाफ अश्विन का चौंकाने वाला रिकॉर्ड
अश्विन को वेस्टइंडीज के खिलाफ बल्ले और गेंद दोनों से खूब सफलताएं मिली हैं. अश्विन के सभी 4 टेस्ट शतक वेस्टइंडीज के खिलाफ आए हैं और 552 रनों के साथ, उनके बल्ले से 50 से अधिक का एवरेज रहा है.
अश्विन ने विंडीज के खिलाफ 11 टेस्ट मैचों में 4 बार 5 विकेट के साथ 21.85 की औसत से 60 विकेट झटके हैं. आखिरी बार जब भारत ने 2016 में कैरेबियाई दौरा किया था, तब अश्विन ने चार टेस्ट मैचों में 17 विकेट चटकाए थे.
लगातार चौथे टेस्ट में अश्विन को बाहर बैठना पड़ा
यह लगातार चौथा टेस्ट है, जिसमें अश्विन बाहर बैठे हैं. वह आखिरी बार ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले मैच में खेले थे. दिसंबर में एडिलेड टेस्ट में कुल छह विकेट लेने के बाद चौथी सुबह चोटिल हो गए. बाईं तरफ पेट में खिंचाव के वजह से वह इसके बाद पर्थ और मेलबर्न टेस्ट भी नहीं खेल पाए. सिडनी में होने वाले अंतिम टेस्ट के लिए 13 खिलाड़ियों में भी उनका नाम रहा, पर उन्हें नहीं खिलाया गया.