
क्रिकेट इतिहास में अफगानिस्तान के पहले टेस्ट मैच की मेजबानी भारत बेंगलुरू में करने जा रहा है, जो चिन्नास्वामी स्टेडियम में 14 से 18 जून तक खेला जाएगा. बीसीसीआई और अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अधिकारियों की बैठक के बाद आज यह फैसला किया गया.
युद्ध की मार झेल रहे इस देश के क्रिकेट इतिहास के लिए टेस्ट मैच खेलना किसी बड़ी उपलब्धि की तरह है. बीसीसीआई के कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी ने कहा कि इस ऐतिहासिक मैच के लिए बेंगलुरू संभावित स्थलों में सर्वश्रेष्ठ है.
एजेंसी के मुताबिक चौधरी ने कहा, ‘जून के महीने में लगभग पूरे देश में बारिश होती है और जहां बारिश नहीं हो रही होगी वहां इतनी गर्मी होगी कि दिन के समय मैच खेलना लगभग असंभव सा होगा. इन सभी स्थितियों के आकलन के बाद बेंगलुरू सबसे उपयुक्त होगा.'
पिछले महीने जब बीसीसीआई ने अफगानिस्तान के खिलाफ टेस्ट मैच की घोषणा की थी तभी से इसके स्थल के लिए बेंगलुरू के नाम की चर्चा थी. भारत और अफगानिस्तान के बीच होने वाले एकमात्र टेस्ट को भारत-अफगानिस्तान फ्रेंडशिप सीरीज का नाम दिया गया है.
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इस मैच को आईपीएल के समापन के 15 दिनों के बाद और भारत के आयरलैंड तथा इंग्लैंड के लंबे दौरे से पहले खेला जाएगा. अफगानिस्तान ने पिछले साल जून में आयरलैंड के साथ टेस्ट दर्जा हासिल किया था. इन दोनों के क्रिकेट बोर्ड इसके साथ ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के पूर्णकालिक सदस्य भी बने.
अफगानिस्तान के खिलाफ पहला टेस्ट खेलने के अलावा बीसीसीआई ने कई मौकों पर उनका साथ दिया है. अफगानिस्तान ने आयरलैंड के खिलाफ अपने घरेलू मैचों को ग्रेटर नोएडा में खेला था.
अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (एसीबी) के अध्यक्ष शुक्रुल्लाह आतिफ मशाल ने दोनों देशों की दोस्ती में एक और अध्याय जोड़ने के लिए बीसीसीआई का शुक्रिया अदा किया. उन्होंने कहा, ‘पिछले कुछ वर्षों से बीसीसीआई ने एसीबी की काफी मदद की है.
आईसीसी में जब हमारी सदस्यता पर विचार किया जा रहा था तब हमारे समर्थन की बात हो या फिर खेल से जुड़ी सुविधाएं मुहैया कराने की बात. हम भारत से मिली मदद के लिए शुक्रगुजार हैं.'
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आईपीएल में पिछले साल राशिद खान और मोहम्मद नबी के खेलने के बाद इस बार अफगानिस्तान के 13 खिलाड़ियों ने बोली प्रक्रिया में हिस्सा लेने के लिए पंजीकरण कराया है. आज की बैठक में एसीबी अध्यक्ष ने बीसीसीआई से ग्रेटर नोएडा के अलावा एक और घरेलू मैदान की मांग की.
मशाल ने कहा, ‘अब हम आईसीसी के पूर्ण सदस्य हैं (और ज्यादा मैच खेलेंगे) इसलिए हमने बीसीसीआई से एक और घरेलू मैदान की मांग की है. सैद्धांतिक रूप से दोनों इस पर सहमत है और हम बहुत जल्द दूसरे मैदान की घोषणा करेंगे.'