
भारत अपनी आज़ादी के 75 साल पूरे कर रहा है और इस मौके पर देश में अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है. हर फील्ड से जुड़े लोग इस जश्न में शामिल हो रहे हैं और 75 साल के ऐतिहासिक पलों को याद कर रहे हैं. अगर क्रिकेट की बात करें तो आज भारत इस फील्ड में नंबर एक है, भारत की टीम दमदार है और दिग्गज खिलाड़ियों से भरी हुई है.
75 साल में भारत के लिए ऐसे कई ऐतिहासिक पल आए, जहां क्रिकेट के मैदान पर देश का नाम रोशन हुआ और फैन्स भी उन पलों को देखकर इमोशनल हो गए.
1. भारत ने 1932 में टेस्ट क्रिकेट खेलना शुरू किया, लेकिन पहली जीत 1952 में नसीब हुई. यानी आज़ाद भारत में ही भारत को पहली जीत मिली थी. 20 साल और कुल 24 मैच के बाद भारत ने चेन्नई में इंग्लैंड को मात देकर पहली टेस्ट जीत अपने नाम की थी.
2. भारत ने 1971 में इंग्लैंड में जाकर अपनी पहली टेस्ट सीरीज़ जीती थी. अजित वाडेकर की अगुवाई में टीम इंडिया ने 3 मैच की सीरीज़ पर 1-0 से कब्जा किया. इंग्लैंड में सीरीज़ जीतना भारतीय क्रिकेट के लिए एक बड़ी उपलब्धि हुआ.
3. कपिल देव की अगुवाई में भारत ने 1983 में इंग्लैंड में ही वर्ल्डकप जीता. नौसिखिया टीम के तौर पर इंग्लैंड पहुंची टीम इंडिया ने फाइनल में वेस्टइंडीज़ को मात दी. फाइनल मुकाबले में कपिल देव ने विवियन रिचर्ड्स का जो कैच पकड़ा वह ऐतिहासिक रहा.
4. 1985 में हुई वर्ल्ड चैम्पियनशिप के फाइनल में भारत ने पाकिस्तान को मात दी और वर्ल्डकप के ठीक दो साल बाद एक बड़े टूर्नामेंट पर कब्जा कर लिया. इस सीरीज़ में भारत की ओर से रवि शास्त्री स्टार बनकर उभरे, वही प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट भी रहे थे.
5. साल 1998 के शारजाह कप में सचिन तेंदुलकर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 143 रनों की जो पारी खेली, उसे डेजर्ट स्टोर्म कहा गया. ये एक ऐसी पारी थी जिसने हर क्रिकेट फैन्स के रौंगटे खड़े कर दिए थे. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई इस पारी को वनडे इतिहास की सबसे बेहतरीन पारी में से एक माना जाता है.
6. साल 2003 भारत के लिए बेहतर रहा, लेकिन वर्ल्डकप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के हाथों मिली हार ने हर फैन का दिल तोड़ दिया. सौरव गांगुली की अगुवाई में भारत फाइनल में पहुंचा था, लेकिन ऑस्ट्रेलियाई अटैक के सामने वर्ल्डकप जीतने का सपना टूट गया. भारत उस फाइनल को 125 रनों से हारा था.
7. 2007 के 50 ओवर वर्ल्डकप में बांग्लादेश के हाथों हारकर भारत ग्रुप-स्टेज से ही बाहर हो गया था. राहुल द्रविड़ की अगुवाई में टीम इंडिया का यह सबसे बुरा प्रदर्शन था, किसी को इसपर यकीन नहीं हुआ. भारतीय टीम के खिलाफ तब देश में काफी प्रदर्शन भी हुआ था.
8. 2007 के आखिर में टीम इंडिया ने इतिहास रचा, युवा कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में भारत ने पहला टी-20 वर्ल्डकप जीता. एस. श्रीसंत ने जब मिस्बाह उल हक का कैच लपका, तब पूरे देश की सांसें थमी थीं. वो कैच लपका गया और भारत ने अपने चिर प्रतिद्वंदी पाकिस्तान को मातकर पहला टी-20 वर्ल्डकप जीत लिया.
9. ठीक चार साल बाद जब मुंबई के वानखेड़े मैदान में 50 ओवर वर्ल्डकप का फाइनल हुआ, तब कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने विनिंग सिक्स लगाकर भारत को वर्ल्डकप जिताया. 28 साल के लंबे इंतजार के बाद टीम इंडिया ने वर्ल्डकप जीता. यह सचिन तेंदुलकर का आखिरी क्रिकेट वर्ल्डकप था. पूरा देश उस दिन सड़कों पर जश्न मना रहा था.
10. साल 2013 की चैम्पियंस ट्रॉफी में जीत हो, 2014 का लॉर्ड्स टेस्ट जीतना, 2021 में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज़ जीतना. यह सब भारत के ऐतिहासिक पल रहे हैं. गाबा में ऋषभ पंत की पारी के दमपर जीता गया टेस्ट मैच, 2001 का ईडन गार्डन्स टेस्ट मैच क्रिकेट इतिहास के यादगार पलों में से एक है.