
चेन्नई वनडे में टॉप ऑर्डर के पूरी तरह से लड़खड़ाने के बावजूद टीम इंडिया पहला वनडे मुकाबला जीतने में कामयाब रही. अब दूसरा मुकाबला कोलकाता के ईडन गार्डन्स मैदान पर होना है. ऐसे में घायल शेर की तरह ऑस्ट्रेलियाई टीम, इस मुकाबले को जीतने के लिए पूरी ताकत लगाएगी और वैसे भी ईडन गार्डन्स का मैदान कंगारू टीम के लिए बेहद लकी रहा है. इस मैदान पर ऑस्ट्रेलियाई एक भी मैच नहीं हारी है. ऐसे यह मुकाबला कांटे का होगा.
ईडन गार्डन्स में ऑस्ट्रेलिया एक भी मैच नहीं हारा
इस मुकाबले पर बारिश का खतरा मंडरा रहा है. लेकिन दोनों टीमें मैदान पर दो-दो हाथ करना चाहेंगी. भारतीय टीम सीरीज में दो-शून्य की बढ़त बनाने के इरादे से मैदान पर उतरेगी. वहीं कंगारु टीम सीरीज को बराबरी और कोलकाता में अपने रिकॉर्ड को शतप्रतिशत बनाए रखना चाहिए. ऑस्ट्रेलियाई टीम ने इस मैदान पर दो मुकाबले खेले हैं और उसे दोनों में जीत हासिल हुई है. वहीं भारतीय टीम ने 20 मैच खेले हैं. जिसमें उसे 11 में जीत और 8 में हार मिली है. एक मुकाबले का कोई नतीजा नहीं निकला. टीम इंडिया का इस मैदान पर जीत का प्रतिशत 55 फीसदी है.
कैसे हारेगी ऑस्ट्रेलिया?
फैंस के मन में एक ही सवाल बार-बार उठ रहा है. अपने लकी मैदान पर क्या 'विराट टीम' कंगारुओं को चित कर में कामयाब होगी. भारतीय टीम के पास दो ऐसे तुरुप के इक्के हैं, जिससे वो एक बार फिर से ऑस्ट्रेलियाई टीम को पटखनी दे सकते हैं. टीम इंडिया के पास कुलदीप यादव और यजुवेंद्र चहल जैसे दो युवा स्पिन गेंदबाज हैं. जो कंगारू टीम की बैटिंग लाइनअप की धज्जियां उड़ाने की काबिलियत रखते हैं.
कुलदीप यादव और यजुवेंद्र चहल करेंगे ऑस्ट्रेलिया का काम तमाम
कुलदीप और यजुवेंद्र गेंद को कलाई से स्पिन कराते हैं. जिसकी वजह ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को मुश्किल पैदा हुई. पहले वनडे मुकाबले में कुलदीप ने दो और यजुवेंद्र ने तीन विकेट झटके थे. ग्लेन मैक्सवेल को छोड़ दें तो, कोई भी ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज इन गेंदबाजों को नहीं खेल पाया था. मैक्सवेल ने यादव और चहल की 11 गेंदों का सामना किया. जिसमें उन्होंने एक चौके और चार छक्कों की मदद से 28 रन बनाए. बाकी ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने इन गेंदबाजों की 44 गेंदे खेली और 8.5 की औसत से सिर्फ 34 रन बनाए. ऐसे में एक बार दोनों युवा गेंदबाज भारतीय टीम की जीत में अहम योगदान निभा सकते हैं.