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IND vs AUS: गांगुली बोले- सभी 11 खिलाड़ी जिम्मेदारी लें तभी जीत सकते हैं सीरीज

india vs australia test series sourav ganguly पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने मध्यक्रम के बल्लेबाजों को रन बनाने की सलाह दी. पर्थ टेस्ट की दूसरी पारी में भारत का मध्यक्रम बुरी तरह से फेल हुआ था.

Virat Kohli (AP) Virat Kohli (AP)
एस. सहाय रंजीत
  • कोलकाता,
  • 22 दिसंबर 2018,
  • अपडेटेड 9:25 AM IST

ऑस्ट्रेलिया ने पर्थ टेस्ट में जीत दर्ज करके भले ही चार मैचों की टेस्ट सीरीज में बराबरी कर ली हो, लेकिन पूर्व कप्तान सौरव गंगुली का मानना है कि भारत अब भी सीरीज जीत सकता है. एडिलेड में खेला गया पहला मैच भारत ने जीता था, जबकि दूसरे टेस्ट में उसे 146 रनों से शिकस्त मिली. तीसरा मैच 26 दिसंबर से मेलबर्न में खेला जाएगा. गांगुली ने कोलकाता में कहा, ‘भारत अब भी जीत सकता है, यह इस पर निर्भर करेगा कि वे कैसा खेलते हैं.'

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गांगुली ने मध्यक्रम के बल्लेबाजों को रन बनाने की सलाह दी. पर्थ टेस्ट की दूसरी पारी में भारत का मध्यक्रम बुरी तरह से फेल हुआ था. गांगुली ने कहा, 'मैदान पर उतरने वाले सभी 11 खिलाड़ियों को जिम्मेदारी लेनी होगी. हर किसी को अच्छा खेलना होगा.’ सीरीज में कप्तान विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा को छोड़कर कोई अन्य भारतीय बल्लेबाज प्रभावित करने में नाकाम रहा है. गांगुली ने मध्यक्रम के बल्लेबाजों को और अधिक जिम्मेदारी के साथ खेलने की सलाह दी.

भारतीय क्रिकेट टीम मेलबर्न में शुरू होने वाले तीसरे मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहली बार बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच जीतकर सीरीज में फिर से बढ़त हासिल करने की कोशिश करेगी. भारतीय टीम ने अब तक बॉक्सिंग डे यानी 26 दिसंबर से शुरू होने वाले 14 टेस्ट मैच खेले हैं, जिनमें से उसे केवल एक मैच में जीत मिली है और वह भी ऑस्ट्रेलिया में नहीं, बल्कि सुदूर दक्षिण अफ्रीका में. भारत के लिए बॉक्सिंग डे मैचों के परिणाम उत्साहजनक नहीं रहे हैं.

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भारत ने अब तक 14 बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच खेले हैं और इनमें से 10 में उसे हार का सामना करना पड़ा. उसने केवल एक मैच जीता है, जबकि तीन अन्य ड्रॉ रहे हैं. ऑस्ट्रेलिया में वह सात बॉक्सिंग डे टेस्ट का हिस्सा रहा और इनमें से पांच मैचों में उसे हार झेलनी पड़ी, जबकि दो मैच का अनिर्णीत समाप्त हुए. ऑस्ट्रेलिया में बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच 1980 से हर साल मेलबर्न में खेला जाता है. इस बीच केवल एक बार 1989 में इस दिन एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेला गया था. भारत 1985 में इसका हिस्सा बना. असल में यह पहला अवसर था, जबकि भारतीय टीम 26 दिसंबर से शुरू होने वाले मैच में खेली थी. यह टेस्ट ड्रॉ रहा था.

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