
भारतीय टीम फिलहाल इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलने में व्यस्त है. टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला हैदराबाद के राजीव गांधी इंटरनेशनल स्टेडियम में खेला जा रहा है. इस मुकाबले में भारतीय टीम की कप्तानी रोहित शर्मा कर रहे हैं. वहीं बेन स्टोक्स इंग्लिश टीम की कमान संभाल रहे हैं.
देश की कप्तानी करना बड़ा सम्मान: रोहित
इस मुकाबले के बीच भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने लीडरशीप रोल को लेकर बड़ा बात कही है. रोहित ने सलाह दी कि खिलाड़ी नंबर्स पर ध्यान देने के बजाय अपने खेल पर हमेशा ध्यान केंद्रित किया करें. रोहित शर्मा ने उदाहरण दिया कि उन्होंने क्रिकेट वर्ल्ड कप 2019 में पांच शतक लगाए थे, लेकिन टीम जीत नहीं पाई थी.
रोहित ने जियो सिनेमा पर दिनेश कार्तिक के साथ बातचीत में कहा, 'जब मेरे पास टीम का नेतृत्व करने का अवसर आया, तो मैं काफी उत्साहित था. वैसे मैं पिछले 7-8 साले के दौरान मैं निर्णय लेने वाले कोर ग्रुप का हिस्सा रहा हूं. मैंने कुछ मौकों पर विराट कोहली की अनुपस्थिति में नेतृत्व किया था. जाहिर तौर पर अपने देश की कप्तानी करना एक बड़ा सम्मान है. आप जानते हैं, मैंने कई महान खिलाड़ियों को देखा है, जिन्होंने अपने तरीके से कप्तानी की है. इसलिए उनके साथ खेलना बड़े सम्मान की बात है.'
रोहित ने आगे कहा, 'मैं कुछ बदलाव लाना चाहता था. खिलाड़ी मैदान पर जाकर पूरी आजादी से खेल रहे हैं, यह क्रिकेट का सांख्यिकीय पक्ष है. मैं इसे इस टीम से पूरी तरह से बाहर निकालना चाहता हूं. लोग नंबर्स को नहीं देख रहे हैं. लोग उनके व्यक्तिगत स्कोर को भी नहीं देख रहे हैं. भारत में हम नंबर्स और उस सब के बारे में बहुत बात करते हैं. मैंने 2019 के क्रिकेट विश्व कप में पांच शतक बनाए लेकिन क्या हुआ उसका, हार गए ना?.'
अपना टाइम आएगा: रोहित शर्मा
रोहित ने बताया, 'पिछले तीन साल शानदार रहे हैं. बस इसमें आईसीसी ट्राफी का फाइनल जीतना शामिल नहीं है. इसके अलावा हमने सबकुछ जीता है. हम बस सिर्फ यही ट्राफी हासिल नहीं कर सके हैं. मुझे लगता है कि समय आएगा हमें बस इसके लिए सही मानसिकता बनाये रखने की जरूरत है. हमें बीते समय के बारे में ज्यादा चिंता नहीं करनी है क्योंकि आप इसे बदल नहीं सकते. आप बस आगे जो होने वाला है, उसे बदल सकते हैं. इसलिए हम सभी का ध्यान सिर्फ इसी पर लगा हुआ है. हम अपना सर्वश्रेष्ठ कर रहे हैं.'
पहले टेस्ट में भारत की प्लेइंग-11: रोहित शर्मा (कप्तान), यशस्वी जयसवाल, शुबमन गिल, केएल राहुल, श्रेयस अय्यर, रवींद्र जडेजा, केएस भरत (विकेटकीपर), रविचंद्रन अश्विन, अक्षर पटेल, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज.
पहले टेस्ट में इंग्लैंड की प्लेइंग-11: जैक क्राउली, बेन डकेट, ओली पोप, जो रूट, जॉनी बेयरस्टो, बेन स्टोक्स (कप्तान), बेन फॉक्स (विकेटकीपर), रेहान अहमद, टॉम हार्टली, मार्क वुड, जैक लीच.