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IND vs ENG: कोहली ऐसे फंसे इंग्लिश गेंदबाज के जाल में, रॉबिन्सन ने किया खुलासा

इंग्लैंड के तेज गेंदबाज ओली रॉबिन्सन ने दूसरे टेस्ट में पहले दिन भारतीय कप्तान विराट कोहली को आउट करने को अपने करियर का सबसे बड़ा विकेट बताया.

Ollie Robinson and Virat Kohli (Getty) Ollie Robinson and Virat Kohli (Getty)
aajtak.in
  • लंदन,
  • 13 अगस्त 2021,
  • अपडेटेड 3:01 PM IST
  • रॉबिन्सन ने दूसरे टेस्ट में पहले दिन विराट कोहली को आउट किया
  • इस इंग्लिश गेंदबाज ने अपने करियर का सबसे बड़ा विकेट बताया

इंग्लैंड के तेज गेंदबाज ओली रॉबिन्सन ने दूसरे टेस्ट में पहले दिन भारतीय कप्तान विराट कोहली को आउट करने को अपने करियर का सबसे बड़ा विकेट बताया. उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ चौथी-पांचवीं स्टंप लाइन (ऑफ में विकेट के बाहर) पर गेंदबाजी करने की योजना सफल रही.

ट्रेंट ब्रिज में सीरीज के शुरुआती टेस्ट में पांच विकेट चटकाने वाले रॉबिन्सन ने दूसरी नई गेंद से स्लिप में खड़े जो रूट के हाथों कैच कराकर कोहली की 42 रनों की पारी को खत्म किया.

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केएल राहुल (नाबाद 127) के करियर के छठे शतक तथा रोहित शर्मा (83) की आकर्षक अर्धशतकीय पारी से भारत ने गुरुवार को पहले दिन तीन विकेट पर 276 रन बना लिये.

रॉबिन्सन ने पहले दिन का खेल खत्म होने के बाद कहा, ‘विराट शायद मेरा अब तक का सबसे बड़ा विकेट हैं, इसलिए मैं इससे खुश था. यह एक बहुत बड़ा क्षण था. हमारी योजना उनके खिलाफ हमेशा चौथी-पांचवीं स्टंप लाइन पर गेंदबाजी करने की थी. हमारी किस्मत अच्छी थी कि यह योजना काम कर गई.

उन्होंने कहा, ‘हमने निश्चित रूप से परिस्थितियों को देखा और सोचा कि हमें यहां शुरुआत में कुछ फायदा मिल सकता है. मुझे लगता है कि किसी और दिन भी यह (विकेट मिलना) हो सकता था.’

इस 27 साल के गेंदबाज ने पहले दिन शानदार खेल का प्रदर्शन करने का श्रेय भारतीय बल्लेबाजों को दिया, लेकिन कहा कि कई बार किस्मत ने उनकी टीम का साथ नहीं दिया.

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रॉबिन्सन ने कहा, ‘लगभग 10 से 15 बार ऐसा मौका आया, जब गेंद बल्ले के करीब से निकल गई. अगर हमारी किस्मत अच्छी होती तो हम उस दौरान दो-तीन विकेट चटका लेते.’

उन्होंने कहा, ‘मुझे लगा कि हमने अच्छी गेंदबाजी की. हमने उनके बल्लेबाजों के खिलाफ काफी मेहनत की, उन्होंने भी अच्छी बल्लेबाजी का श्रेय मिलना चाहिए, लेकिन ईमानदारी से कहूं तो यह उन दिनों में से एक था, जब गेंद बल्ले के किनारे से नहीं टकराए बिना निकल जा रही थी.’

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