
भारत और न्यूजीलैंड के बीच तीन टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेला जा रहा है. मुकाबला एकदम बॉलीवुड फिल्म की कहानी की तरह हो चला है. बारिश के लपेटे में आए इस मैच में नतीजा क्या होगा? इसके बारे में कोई भी क्रिकेट पंडित प्रीडिक्ट नहीं कर सकता.
मैच में भारतीय टीम की पहली पारी महज 46 रनों पर खत्म हो गई. जवाब में न्यूजीलैंड ने पहली पारी में 402 रनों का स्कोर बनाया. इसके बाद भारत ने तीसरे दिन (18 अक्टूबर) स्टम्प तक अपनी दूसरी पारी में तीन विकेट पर 231 रन बना लिए. भारतीय टीम न्यूजीलैंड से 125 रन पीछे है और उसके सात विकेट शेष हैं. दो दिन का खेल अब भी बचा हुआ है. यानी इस मैच में बॉलीवुड फिल्म की तरह सस्पेंस बरकरार है.
भारतीय टीम अब भी इस मुकाबले में 125 रनों से पिछड़ रही है, ऐसा लग रहा है कि यह मैच अब भी न्यूजीलैंड के पाले में ज्यादा है, लेकिन यहां यह बात भी ध्यान रखनी होगी दूसरी पारी में हमारी टीम का पलटवार बेहद शानदार रहा है. वहीं भारत को मौसम से भी मदद मिल सकती है.
मौसम की मदद कैसे, तो वो समझ लीजिए... Accuweather.com के मुताबिक बेंगलुरु में शनिवार (19 अक्टूबर) को बारिश की आशंका 25 प्रतिशत है. वहीं आखिरी दिन यानी रविवार (20 अक्टूबर) को बारिश की आशंका 40 प्रतिशत है. इस तरह देखें तो चौथे और पांचवें दिन का खेल भी बाधित हो सकता है. यदि ऐसा हुआ तो बारिश से खेल नहीं हो पाता है, तो मैच ड्रॉ हो सकता है.
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वहीं भारतीय टीम इस मैच में कैसे न्यूजीलैंड की टीम को कैसे धकेल सकती है, कैसे मैच पलट सकती है, कैसे मैच जीत सकती है तो आइए आपको इस बारे में बताते हैं.
1: सरफराज को खेलनी होगी बेस्ट पारी
सरफराज खान का बेंगलुरु टेस्ट कुल जमा चौथे नंबर का टेस्ट है. वह अब तक 70 रन बनाकर टिके हुए हैं. उनके पास व्यक्तिगत तौर पर यह मौका है कि बेंगलुरु की पारी से खुद को साबित करें कि वह घरेलू क्रिकेट की तरह इंटरनेशनल क्रिकेट में भी मैराथन पारियां खेल सकते हैं, मैराथन पारियां यानी टिकाऊ और लंबी पारियां. सरफराज खान ने घरेलू क्रिकेट के फर्स्ट क्लास फॉर्मेट में तिहरा शतक भी जड़ा है. ऐसे में उनको अपना यही परफॉरमेंस याद करना होगा. सरफराज खान के घरेलू क्रिकेट का रिकॉर्ड देखें तो उन्होंने 51 मैचों में 4422 रन 69.09 के एवरेज और 70.75 के स्ट्राइक रेट से बनाए हैं.
2 : ऋषभ पंत से है आस
ऋषभ पंत को लेकर गुड न्यूज है कि वह दूसरी पारी में भारतीय टीम के लिए बल्लेबाजी करने के लिए उतरेंगे. पहली पारी में वह इंजर्ड हो गए थे. मुकाबले के तीसरे दिन (18 अक्टूबर) को जब भारतीय टीम मैदान पर फील्डिंग करने आई तो ऋषभ पंत टीम के साथ चिन्नास्वामी स्टेडियम में नहीं उतरे. ऋषभ पंत की गैरमौजूदगी में ध्रुव जुरेल ने विकेट के पीछे कमान संभाली. जो 15 सदस्यीय टीम का हिस्सा हैं.
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दरअसल, पंत को बेंगलुरु टेस्ट के दूसरे दिन (17 अक्टूबर) को बाएं घुटने पर गेंद लग गई थी, इससे वह इंजर्ड हो गए थे. जहां पंत को गेंद लगी यह उनके पैर की वही पोजीशन थी, जहां उन्होंने सड़क दुर्घटना के बाद सर्जरी करवाई थी. लेकिन अच्छी खबर यह है कि पंत को बैटिंग प्रैक्टिस करते हुए देखा गया. ऐसे में ऋषभ पंत मैदान पर उतरते हैं और अपने रंग में दिखते हैं तो फिर न्यूजीलैंड की टेंशन बढ़नी तय है.
3 : केएल राहुल को दिखाना होगा दम
केएल राहुल को कानपुर टेस्ट का फॉर्म बेंगलुरु में दिखाना होगा. बांग्लादेश के खिलाफ कानपुर में राहुल ने बेहद शानदार 68 रनों की पारी खेली थी. केएल राहुल के लिए चिन्नास्वामी स्टेडियम घर की तरह है, क्योंकि उन्होंने यहां लंबे अर्से तक क्रिकेट खेला है. वह घरेलू क्रिकेट में कर्नाटक का प्रतिनिधित्व करते हैं, ऐसे में उनको इस मैदान की अच्छी तरह से समझ है.
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चौथे दिन राहुल अगर जम जाते हैं तो फिर बाजी पलटने से कोई नहीं रोक सकता. राहुल को ना सिर्फ तेजी से रन बनाने होंगे बल्कि उन्हें अपने विकेट को भी बचाकर रखना होगा, ताकि भारतीय टीम दूसरी पारी में एक बड़ा स्कोर खड़ा कर पाए.
4 : अश्विन और जडेजा को दिखाना होगा बल्ले से रंग
बांग्लादेश के खिलाफ चेन्नई टेस्ट में रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा ने भारतीय टीम को तब बचाया था, जब टीम ने महज 144 के स्कोर पर 6 विकेट गंवा दिए थे. अश्विन ने 113 तो जडेजा ने शानदार 86 रनों की पारी खेली. वहीं उस मैच में दोनों ने मिलकर 11 विकेट भी झटके थे. ऐसे में अगर जडेजा और अश्विन का योगदान बल्ले से भी देखने को मिला तो इस मैच में न्यूजीलैंड के लिए मायूसी तय है.
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5: गेंदबाजों को करना काउंटर अटैक
अभी तो चौथे दिन भारतीय टीम का फोकस बल्लेबाजी पर है. लेकिन भारत के गेंदबाजों को काउंटर अटैक के लिए उस सिचुएशन में तैयार रहना होगा अगर न्यूजीलैंड को ज्यादा बड़ा टारगेट नहीं मिलता है. इसके बाद जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज के साथ स्पिन तिकड़ी (जडेजा, अश्विन, कुलदीप) को तैयार रहना होगा, क्योंकि यह बात ध्यार रखनी चाहिए कि चौथी पारी में चिन्नास्वामी की पिच पर स्पिन गेंदबाजों को खेलना आसान नहीं होगा. ऐसे में में गेंदबाजों पर प्रेशर होगा कि वह विकेट निकाले और मुकाबले में वापसी करवाएं.