
भारतीय क्रिकेट टीम ने न्यूजीलैंड के खिलाफ गुरुवार को हेमिल्टन में खेले गए चौथे वनडे मैच में अपनी पारी में केवल 92 रनों का स्कोर बनाया, जो वनडे क्रिकेट में उसका सातवां सबसे न्यूनतम स्कोर है. इस मैच में न्यूजीलैंड ने 212 गेंदे शेष रहते हुए भारत को आठ विकेट से हरा दिया. ऐसे में गेंद बाकी रहने के लिहाज से भारत की वनडे क्रिकेट में यह सबसे बड़ी हार है. भारतीय टीम का सबसे न्यूनतम स्कोर साल 2000 में शारजाह में श्रीलंका के खिलाफ खेले गए मैच में था, जब श्रीलंका ने उसकी पारी को केवल 54 रनों पर ही समेट दिया था.
यह भारत का वनडे मैच में अब तक का सबसे कम स्कोर है. इसके अलावा, 1981 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में वनडे मैच में भारत ने 63 रन बनाए थे, वहीं 1986 में श्रीलंका के खिलाफ कानपुर में उसने 78 रनों का स्कोर बनाया था. सियालकोट में 1978 में पाकिस्तान के खिलाफ भारत का स्कोर 79 था, वहीं दाम्बुला न्यूजीलैंड के खिलाफ 2010 में 88 रनों का स्कोर रहा. इस शर्मनाक हार के बाद ट्विटर पर फैंस ने टीम इंडिया का जमकर मजाक उड़ाया है, जो बिना महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली के इस मैच में उतरी थी.
भारत के रिकॉर्ड की बात करें तो उसने 2006 में डरबन में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले गए मैच में 91 रनों का स्कोर बनाया था और अब न्यूजीलैंड के खिलाफ गुरुवार को हेमिल्टन वनडे मैच में उसका सातवां सबसे न्यूनतम स्कोर निकलकर आया है. न्यूजीलैंड ने चौथे वनडे मैच में भारत को आठ विकेट से हराकर पांच मैचों की सीरीज में पहली जीत दर्ज की. भारत 3-1 से आगे है. न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर भारत को पहले बल्लेबाजी का आमंत्रण देते हुए ट्रेंट बोल्ट (5/21) और कोलिन डि ग्रैंडहोम (3/26) की बेहतरीन गेंदबाजी के दम पर उसकी पारी 92 रनों पर ही समेट दी. इसके बाद, हैनरी निकोल्स (30), रॉस टेलर (37), मार्टिन गप्टिल (14) और कप्तान केन विलियम्सन (11) की बल्लेबाजी से इस लक्ष्य को 14.4 ओवरों में दो विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया.