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IND vs NZ: जीत की हैट्रिक के बाद भटकी टीम इंडिया, ये रहे हार के 5 कारण

India vs New Zealand: भारतीय बल्लेबाज बोल्ट और ग्रैंडहोम की स्विंग होती गेंदों के खिलाफ टिककर खेलने का जज्बा नहीं दिखा पाए. बोल्ट ने लगातार 10 ओवर गेंदबाजी करते हुए 21 रन देकर पांच विकेट चटकाए.

India vs New Zealand India vs New Zealand
तरुण वर्मा
  • हेमिल्टन,
  • 31 जनवरी 2019,
  • अपडेटेड 12:28 PM IST

न्यूजीलैंड ने गुरुवार को हेमिल्टन में खेले गए चौथे वनडे मैच में भारत को 8 विकेट से मात दी है. न्यूजीलैंड ने भारत की ओर से मिले 93 रनों के लक्ष्य को केवल 14.4 ओवरों में दो विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया. ऐसे में इस मैच में 212 गेंदें बाकी रह गईं. न्यूजीलैंड ने 212 गेंद शेष रहते जीत दर्ज की जो गेंद शेष रहने के लिहाज से भारत की सबसे बड़ी हार है. इससे पहले अगस्त 2010 में दांबुला में भारत को श्रीलंका ने 209 गेंदें शेष रहते हराया था.

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आइए एक नजर डालते हैं हेमिल्टन में टीम इंडिया की हार के पांच बड़े कारण

1. बोल्ट और ग्रैंडहोम के आगे टेके घुटने: भारतीय बल्लेबाज बोल्ट और ग्रैंडहोम की स्विंग होती गेंदों के खिलाफ टिककर खेलने का जज्बा नहीं दिखा पाए. बोल्ट ने लगातार 10 ओवर गेंदबाजी करते हुए 21 रन देकर पांच जबकि ग्रैंडहोम ने 26 रन देकर तीन विकेट चटकाए जिससे भारतीय टीम 30.5 ओवर में 92 रन पर ढेर हो गई, जो टीम इंडिया का सातवां सबसे कम स्कोर है. टॉड एस्टल (नौ रन पर एक विकेट) और जिमी नीशाम (पांच रन पर एक विकेट) ने एक-एक विकेट चटकाया.

2. टॉस हारना भारत को पड़ा भारी: न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमस ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया जिसके बाद मेजबान टीम के गेंदबाजों का ही दबदबा रहा. कीवी टीम को गेंदबाजों के अनुकूल पिच पर टॉस जीतने का फायदा मिला. न्यूजीलैंड के गेंदबाजों ने इस मौके का पूरा फायदा उठाया. भारतीय बल्लेबाजों के पास कीवी गेंदबाजों का कोई जवाब नहीं था. 

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3. विराट कोहली का नहीं होना: विराट कोहली की गैरमौजूदगी में अंतिम दो वनडे मैचों में भारत की अगवाई कर रहे कप्तान रोहित शर्मा भी नाकाम रहे. अपने 200वें वनडे मैच में सात रन बनाने के बाद ट्रेंट बोल्ट को उन्हीं की गेंद पर कैच दे बैठे. रोहित के अलावा धवन भी नहीं चल पाए और नंबर तीन पर विराट के नहीं होने से मिडिल ऑर्डर भी बिखर गया.

4. महेंद्र सिंह धोनी के अनुभव की कमी खली: भारत को मिडिल ऑर्डर में महेंद्र सिंह धोनी के अनुभव की दरकार थी, लेकिन उनकी गैरमौजूदगी में जिम्मेदारी हार्दिक पंड्या और केदार जाधव पर थी, लेकिन बोल्ट ने जाधव और पंड्या को जल्दी-जल्दी आउट कर भारत की सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचने की उम्मीदों को भी तोड़ दिया. विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक भी कुछ खास नहीं कर पाए.

5. उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे शुभमन गिल: युवा शुभमन गिल से काफी उम्मीदें थीं, लेकिन वह भी दबाव में आकर बोल्ट को उन्हीं की गेंद पर कैच दे बैठे, जिससे भारत का स्कोर पांच विकेट पर 33 रन हो गया था. शुभमन गिल ने नौ रन बनाए. भारत का कोई बल्लेबाज 20 रन के आंकड़े को नहीं छू पाया. दसवें नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे युजवेंद्र चहल ने सर्वाधिक नाबाद 18 रन बनाए.

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