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IND vs NZ: पुजारा-रहाणे की खराब फॉर्म से कितनी चिंतित टीम इंडिया? बैटिंग कोच ने दिया जवाब

भारतीय टीम ने हालिया सालों में टेस्ट क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया है. इस दौरान टीम इंडिया ने भारत ने घरेलू सरजमीं के अलावा विदेशों में भी जीत का परचम लहराया है. टीम की सफलता में मध्यक्रम के बल्लेबाजों अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा की अहम भूमिका रही है.

Pujara-Rahane Pujara-Rahane
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 29 नवंबर 2021,
  • अपडेटेड 8:46 AM IST
  • खराब फॉर्म से जूझ रहे पुजारा और रहाणे 
  • बैटिंग कोच विक्रम राठौड़ ने किया बचाव 

IND vs NZ: भारतीय टीम ने हालिया सालों में टेस्ट क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया है. इस दौरान टीम इंडिया ने भारत ने घरेलू सरजमीं के अलावा विदेशों में भी जीत का परचम लहराया है. टीम की सफलता में मध्यक्रम के बल्लेबाजों अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा की अहम भूमिका रही है. लेकिन, पिछले कुछ समय से दोनों ही बल्लेबाज खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं.

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न्यूजीलैंड के खिलाफ कानपुर टेस्ट में भी दोनों खिलाड़ी बल्ले से फ्लॉप साबित हुए. रहाणे ने पहली पारी में 35 एवं दूसरी पारी में चार रनों का ही योगदान दिया. वहीं, पुजारा के बल्ले से 26 एवं 22 रन निकले. कानपुर टेस्ट में‌ कप्तानी कर रहे रहाणे का पिछले 16 टेस्ट में एवरेज 24.39 का रहा है, जिसमें बॉक्सिंग डे टेस्ट में एक शतक भी शामिल है. मौजूदा टेस्ट‌ की दोनों पारियों में खराब प्रदर्शन के बाद उनका करियर औसत अब 40 से नीचे गिर गया है. घर पर उनका औसत 35.73 है.

बल्ले से जूझ रहे पुजारा और रहाणे

वहीं,ऑस्ट्रेलिया के 2018-19 दौरे के बाद से 23 टेस्ट में पुजारा ने शतक नहीं बनाया है और उनका एवरेज 28.61 का रहा है. पुजारा ने ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में जरूर महत्वपूर्ण पारियां खेली हैं, लेकिन कभी भी वह अपनी बल्लेबाजी में प्रवाह हासिल नहीं कर सके, जो इस अवधि में 36.1 के स्ट्राइक-रेट से पता चलता है.

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कानपुर टेस्ट में श्रेयस अय्यर ने डेब्यू पर 105 एवं 65 रनों की महत्वपूर्ण योगदान दिया है. ऐसे में पुजारा और रहाणे पर दबाव और ज्यादा बढ़ गया है. मुंबई टेस्ट के लिए कप्तान विराट कोहली के वापस लौटने के बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि किसे प्लेइंग इलेवन से बाहर किया जाएगा. भारत के बैटिंग कोच विक्रम राठौड़ से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया. साथ ही, वह पुजारा और रहाणे का बचाव करते हुए भी दिखाई दिए.

विक्रम राठौड़ ने कहा, 'निश्चित रूप से हम चाहते हैं कि टॉप ऑर्डर योगदान दे लेकिन जिन क्रिकेटर (पुजारा और रहाणे) का आपने जिक्र किया, वे 80 और 90 टेस्ट खेल चुके हैं, इसलिए उनके पास अनुभव है. बेशक इतने सारे मैच खेलने के लिए उन्होंने हमारे लिए अच्छा प्रदर्शन किया होगा.'

फॉर्म में वापसी के लिए कितने टेस्ट..?

राठौड़ ने बताया, 'मैं समझता हूं कि दोनों खराब दौर से गुजर रहे हैं, लेकिन उन्होंने अतीत में हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण पारियां खेली हैं और हमें पूरा यकीन है कि वे वापस आएंगे और भविष्य में भी हमारी टीम के लिए और अहम पारियां खेलेंगे. 

यह पूछने पर कि एक खिलाड़ी को फॉर्म में वापसी के लिए कितने टेस्ट दिए जा सकते हैं? इसे लेकर राठौड़ ने कहा, मैं समझता हूं कि इसके लिए संख्या निश्चित नहीं की जा सकती. यह इस बात पर निर्भर करता है कि टीम किस स्थिति में है और टीम को क्या करने की जरूरत है.'

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यह पूछने पर कि कोहली के आने के बाद मुंबई टेस्ट के लिए किसे प्लेइंग इलेवन से बाहर किया जायेगा? इस मसले पर राठौड़ ने बताया, 'कप्तान वापसी कर रहे हैं, जो मुंबई में होगा. जब हम मुंबई पहुंचेंगे तो इस पर फैसला करेंगे. अभी हमारा फोकस इस मैच पर है. इसमें अब भी एक दिन बचा है और मैच जीतना होगा. जब मुंबई पहुंचेंगे, तो इस पर बात करेंगे.'


 

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