
मुंबई टेस्ट (Mumbai test match) के पहले दिन शुक्रवार को ओपनर मयंक अग्रवाल (Mayank Agrawal) का जलवा देखने को मिला. रोहित और केएल राहुल की अनुपस्थिति में मिले मौके को भुनाते हुए मयंक ने टेस्ट करियर का चौथा शतक जड़ दिया. पहले दिन की खेल समाप्ति के बाद मयंक 120 रन बनाकर नाबाद लौटे.
कानपुर टेस्ट में खराब प्रदर्शन के बाद मयंक को लेकर सवाल उठाए जा रहे थे. लेकिन इस ओपनर ने शानदार पारी खेलकर आलोचकों को भी मुंहतोड़ जवाब दिया है. मयंक की इस शानदार पारी के पीछे दिग्गज भारतीय क्रिकेटर सुनील गावस्कर का भी अहम रोल रहा है.
गावस्कर ने मुकाबले की शुरुआत से पहले कमेंट्री सत्र के दौरान मयंक अग्रवाल को अपनी बैक-लिफ्ट (बल्ला पकड़ने की स्थिति) को कम करने की सलाह दी थी, जो इस ओपनर के काम आई.
मयंक अग्रवाल ने कहा, ‘गावस्कर सर ने कहा कि मुझे अपनी पारी की शुरुआत में बल्ले को थोड़ा नीचे रखना चाहिए. मैं इतने कम समय में इसमें बदलाव नहीं कर सकता था. जब वह मुझे सुझाव दे रहे थे, तो मैंने उनके कंधे की स्थिति पर ध्यान दिया.'
मयंक ने आगे बताया, 'एजाज पर आक्रमण करना प्लान का हिस्सा था क्योंकि मैंने सोचा कि वह आज बहुत अच्छी तरह से गेंदबाजी कर रहे थे. वह एक ही स्पॉट में गेंदबाजी कर रहे थे और दबाव डाल रहे थे. ऐसे में जो गेंद हमारे पाले में गिरी, उसे योजना के अनुसार मैंने अटैक किया. जो भी गेंद लेंथ में थोड़ी छोटी रही, उस बॉल पर मैंने निश्चित रूप से प्रहार किया.'
अपने शतक की बात करते हुए अग्रवाल ने कहा, 'इस पारी में मेरे धैर्य और दृढ़ संकल्प की परीक्षा थी. मैं बस अपने प्लान पर अडिग रहा. मुझे पता है कि मैं कभी-कभी अच्छा नहीं दिखता था, लेकिन यह मायने नहीं रखता है जब आप अपना काम पूरा करते हो.'
पहले दिन के खेल की समाप्ति के बाद भारत ने चार विकेट पर 221 रन बना लिए थे. मयंक अग्रवाल 120 और ऋद्धिमान साहा 25 रन बनाकर क्रीज पर हैं. टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया को शुभमन गिल (44) और मयंक अग्रवाल ने 80 रन जोड़कर शानदार शुरुआत दिलाई.
हालांकि, इसके बाद भारतीय पारी थोड़ी लड़खड़ा गई और 80 के स्कोर पर टीम के तीन विकेट गिर गए. फिर मयंक ने श्रेयस अय्यर (18 रन) के साथ 80 रनों की साझेदारी कर भारतीय पारी को संभाल लिया. न्यूजीलैंड की ओर से एजाज पटेल ने चारों विकेट झटके हैं.