
भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टी20 मुकाबले में 65 रनों से शानदार जीत हासिल की थी. इस मुकाबले में विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन को प्लेइंग-11 से बाहर रखा गया था, जिसे लेकर अब सवाल खड़े हो रहे हैं. सैमसन की जगह ऋषभ पंत जैसे प्लेयर को प्लेइंग-11 में तवज्जो दी गई, जो बल्ले से एक बार फिर फ्लॉप रहे. पंत 13 बॉल का सामना करते हुए महज 6 रन बना पाए. सैमसन ने अपना आखिरी टी20 मैच विंडीज दौरे पर खेला था, उसके बाद से उन्हें मौके का इंतजार है.
संजू सैमसन को नहीं मौका मिलने पर फैन्स के साथ-साथ पूर्व क्रिकेटरों का भी रिएक्शन सामने आया है. पाकिस्तान के पूर्व लेग स्पिनर दानिश कनेरिया ने कहा कि संजू सैमसन को बेंच पर बिठाना टीम इंडिया के लिए सही नहीं है. कनेरिया का मानना है कि संजू वह शानदार बल्लेबाज हैं, जो टीम को अकले दम पर मैच जिता सकते हैं. कनेरिया ने यह भी कहा कि सैमसन भारत का नेतृत्व करने के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकते हैं.
कुछ दिनों पहले टीम इंडिया के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने भी संजू सैमसन को मौका नहीं देने पर सवाल खड़े किए थे. संजू सैमसन जैसे अन्य युवाओं को चांस दो. 10 मैच उसे दो. ऐसा नहीं कि दो मैच खिलाया और फिर निकाल दिया. बिठाओ दूसरे लोगों को. फिर10 मैच के बाद तय करो कि और अवसर देना है कि नहीं.'
पहले ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए सैमसन को जगह नहीं मिली थी. उसके बाद एशिया कप और टी20 वर्ल्ड कप के लिए संजू सैमसन के ऊपर ऋषभ पंत और दिनेश कार्तिक को तवज्जो दी गई. ये जरूर है कि संजू सैमसन को साउथ अफ्रीका और जिम्बाब्वे के खिलाफ वनडे सीरीज में मौका मिल था क्योंकि उस सीरीज में भारत ने अपनी दोयम दर्जे की टीम उतारी थी.
पंत की तुलना में संजू को काफी कम मैच
पंत ने 65 टी20 इंटरनेशनल मैचों में 22.69 की औसत से 976 रन बनाए हैं. टी20 इंटरनेशनल में पंत ने 3 अर्धशतक लगाए हैं और उनका बेस्ट स्कोर 65 रन रहा है. संजू सैमसन की बात करें तो उन्होंने अबतक भारत के लिए 16 टी20 इंटरनेशनल में 21.14 की औसत और 135.15 के स्ट्राइक रेट से 296 रन बनाए हैं.
वनडे इंटरनेशनल में पंत ने 27 मैचों में 36.52 की औसत से 840 रन बनाए हैं. इसके उलट संजू ने सिर्फ दस वनडे इंटरनेशनल मुकाबले खेले हैं, जिसमें उनके नाम पर 73.50 के एवरेज से 294 रन दर्ज हैं. आंकड़े साफ बताते हैं कि संजू सैमसन को ऋषभ पंत की तुलना में काफी कम मौके मिले हैं.