
Ind Vs Nz, Test Series: हालिया मुकाबलों में न्यूजीलैंड ने भारतीय फैंस के कई सपने तोड़े हैं. 2019 विश्व कप सेमीफाइनल हो या 2021 में लॉर्ड्स में खेला गया टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल और हाल ही में खत्म हुआ टी020 विश्व कप. सभी महत्वपूर्ण मुकाबलों में कीवी टीम ने भारतीय टीम के सपने को धराशाई किया है. लेकिन जब हम दोनों टीमों के बीच द्विपक्षीय सीरीज की बात करें तो भारतीय टीम अपनी सरजमीं पर कीवी टीम के खिलाफ अब तक अजेय है.
न्यूजीलैंड की टीम पहली बार भारतीय दौरे पर 1955-56 में आई थी इस सीरीज में 5 टेस्ट मैच खेले गए थे, जिसमें भारतीय टीम ने 2 में जीतकर सीरीज 2-0 से जीती थी. दोनों टीमों के बीच भारतीय सरजमीं पर कई यादगार मुकाबले हुए है.
विराट का दोहरा शतक और न्यूजीलैंड की एकतरफा हार
न्यूजीलैंड के पिछले भारतीय दौरे (2016) में भी भारतीय दबदबा कायम रहा. 3 मैचों के टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम ने कीवी टीम को 3-0 से हराया था. इस सीरीज का बड़ा श्रेय भारतीय गेंदबाजों को नाम जाता है. इंदौर में खेले गए आखिरी टेस्ट में विराट कोहली ने अपने टेस्ट करियर का दूसरा दोहरा शतक (211 रन) जड़ा था.
खास बात ये थी कि उस सीरीज तीसरे टेस्ट तक किसी भी बल्लेबाज के नाम कोई शतक नहीं था. अभी विराट के नाम टेस्ट में 7 दोहरे शतक हैं, जो बतौर कप्तान सबसे ज्यादा है. इंदौर में खेले गए मुकाबले में विराट ने दोहरा शतक जमाकर भारत को कीवी टीम के खिलाफ 321 रनों की बड़ी जीत दिलाई थी.
मैक्कुलम का टीम इंडिया को चैलेंज, विलियमसन का डेब्यू
भारत में अपनी पहली सीरीज जीत की तलाश में कीवी टीम नवंबर 2010 में भारत दौरे पर आई थी, इस सीरीज में न्यूजीलैंड की टीम ने भारतीय टीम को काफी कड़ी टक्कर दी थी. हैदराबाद में खेले गए दूसरे टेस्ट की दूसरी पारी में कीवी बल्लेबाज ब्रैंडन मैक्कुलम ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए अपने करियर का पहला दोहरा शतक (225) जड़ा औऱ इस पारी की बदौलत मैच को ड्रॉ कराने में कामयाब रही.
इसी सीरीज के पहले टेस्ट में न्यूजीलैंड के मौजूदा कप्तान केन विलियमसन ने अपना टेस्ट डेब्यू किया था. केन ने अहमदाबाद में अपने डेब्यू टेस्ट की पहली पारी में ही शतक जड़ा था.कोहली-सचिन का डबल धमाका और मैक्कुलम की आंधी... भारत-NZ टेस्ट मैचों के 5 यादगार पल इस सीरीज को भारतीय फैंस हरभजन सिंह की बल्लेबाजी के लिए भी जानते हैं. भज्जी ने इसी सीरीज के दो शतकीय पारियां खेली थीं. भारत ये सीरीज 1-0 से जीतने में कामयाब रहा था.
बेदी-प्रसन्ना-राघवन की तिकड़ी के सामने कीवी टीम की जीत
1969 में कीवी टीम का भारत दौरा ऐतिहासिक साबित हुआ. जिस वक्त भारतीय टीम की स्पिन गेंदबाजी के सामने बड़ी टीमें कोई कमाल नहीं कर पाती थीं. उस वक्त न्यूजीलैंड की टीम ने नागपुर में खेले दूसरे टेस्ट में भारतीय सरजमीं पर अपनी पहली टेस्ट जीत दर्ज की थी. कीवी टीम के लिए इस मैच में हीरो बने थे लेफ्ट ऑर्म स्पिन गेंदबाज हेडली हॉवर्थ.
हेडली हॉवर्थ ने नागपुर के दूसरे टेस्ट में 100 रन देकर 9 विकेट झटके थे. हॉवर्थ के सामने कप्तान नवाब पटौदी, अजीत वाडेकर, चेतन चौहान और सैय्यद आबिद अली भारत के लिए मैच बचाने में असफल रहे थे. बेदी-प्रसन्ना-वेंकटराघवन की मशहूर स्पिन तिकड़ी के रहते कीवी टीम ने भारतीय सरजमीं पर 1-1 से बराबरी पर सीरीज खत्म की थी.
... जब पहली बार सचिन तेंदुलकर ने छुआ 200 का आंकड़ा
सचिन तेंदुलकर को टेस्ट करियर का पहला दोहरा शतक को जड़ने के लिए 10 साल तक का इंतजार करना पड़ा. 1999 में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए तीसरे टेस्ट में सचिन तेंदुलकर ने पहली बार टेस्ट में 200 का आंकड़ा छुआ था. इस मैच में सचिन ने 217 रनों की पारी खेली थी. हालांकि ये टेस्ट मैच ड्रॉ खत्म हुआ पर कानपुर में खेले गए सीरीज के दूसरे टेस्ट में भारत ने कीवी टीम को 8 विकेट से हराया था. इस जीत की बदौलत भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड को सीरीज में 1-0 से मात दी थी.
अभी तक न्यूजीलैंड की टीम 11 बार भारत का दौरा कर चुकी है जिसमें से उसके नाम सिर्फ 2 टेस्ट मैचों में ही जीत दर्ज है. भारत में खेली सभी टेस्ट सीरीजों में बाजी भारत के हाथ ही लगी है. कीवी टीम के पास इस सीरीज में 66 साल का सूखा खत्म करने का मौका होगा.