
श्रीलंका के खिलाफ बेंगलुरु में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट में श्रेयस अय्यर एक बार फिर से टीम इंडिया के लिए संकटमोचक बनकर सामने आए. एम. चिन्नास्वामी की डबल फेस पिच पर नंबर 5 पर बल्लेबाजी करने आए श्रेयस अय्यर ने शुरुआती झटकों के बाद अपनी काउंटर अटैकिंग बल्लेबाजी से टीम इंडिया को मजबूत हालात तक पहुंचा दिया है.
बेंगलुरु में खेले जा रहे पिंक बॉल टेस्ट में भारतीय बल्लेबाज विकेट में संघर्ष करते दिखे लेकिन श्रेयस अय्यर ने अपनी 92 रनों की पारी से टीम इंडिया का स्कोर 252 रनों तक पहुंचा दिया.
शतक से चूके श्रेयस अय्यर
पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए श्रेयस अय्यर अपने दूसरे टेस्ट शतक से 8 रन से चूक गए. अय्यर ने 98 गेंदों में 92 रनों की पारी खेली. श्रेयस अपना चौथा टेस्ट खेल रहे प्रवीण जयविक्रमा की गेंद पर विकेट से बाहर निकलकर बड़ा शॉट खेलने की कोशिश में स्टंपिग आउट हो गए.
श्रेयस अय्यर ने आखिरी 4 विकेटों के साथ मिलकर कुल 104 रन जोड़े. श्रेयस अय्यर ने अपनी पारी में 10 चौके और 4 छक्के जड़े. टीम इंडिया के इस बल्लेबाज ने कानपुर में न्यूजीलैंड के खिलाफ अपना टेस्ट डेब्यू किया था. श्रेयस अय्यर ने उस मुकाबले में शतक जड़कर अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की थी.
अय्यर ने न्यूजीलैंड के खिलाफ भी अपनी शतकीय पारी से संकटमोटक की भूमिका निभाई थी. अय्यर ने जडेजा और अश्विन के साथ मिलकर बड़ी साझेदारियां करी और भारतीय टीम की पहली पारी में 345 रनों पर समाप्त की. मुंबई में श्रेयस अय्यर ने न्यूजीलैंड के खिलाफ भी हाफ सेंचुरी स्कोर की थी.
इससे पहले अय्यर श्रीलंका के खिलाफ तीनों टी-20 मुकाबलों में हाफ सेंचुरी स्कोर की, लखनऊ में उन्होंने नाबाद 57 रन, धर्माशाला में खेले दो मुकाबलों में उन्होंने नाबाद 74 और नाबाद 73 रनों की पारी खेली. मोहाली में श्रेयस सिर्फ 27 रन बनाकर ही आउट हो गए थेय बेंगलुरु के विकेट में बल्लेबाजों के लिए काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इस विकेट पर एकसमान उछाल नहीं हैं.