
India vs West Indies 2nd Test: भारतीय टीम आज (20 जुलाई) वेस्टइंडीज के खिलाफ दो टेस्ट की सीरीज का आखिरी मुकाबला खेलने उतरेगी. यह मैच पोर्ट ऑफ स्पेन में भारतीय समयानुसार शाम 7.30 बजे शुरू होगा. सीरीज का पहला टेस्ट मैच भारतीय टीम ने पारी और 141 रनों के अंतर से जीता था.
ऐसे में अब यदि दूसरे टेस्ट में भी भारतीय टीम जीतती है, तो वह विंडीज को उसी के घर में क्लीन स्वीप कर देगी. सबसे बड़ी बात यह भी है कि भारत और वेस्टइंडीज के बीच यह ऐतिहासिक टेस्ट मैच होगा, क्योंकि दोनों टीमों के बीच यह 100वां टेस्ट मुकाबला रहेगा.
इंग्लैंड के खिलाफ सबसे ज्यादा टेस्ट खेले
टीम इंडिया ने अब तक इंग्लैंड के खिलाफ सबसे ज्यादा 131 टेस्ट मैच खेले हैं. जबकि दूसरे नंबर पर ऑस्ट्रेलिया है, जिसके खिलाफ कुल 107 टेस्ट खेले हैं. तीसरे नंबर पर वेस्टइंडीज है. यदि भारतीय टीम के सबसे बड़े प्रतिद्वंद्वि पाकिस्तान की बात करें, तो उसका नंबर काफी नीचे है. भारत-पाकिस्तान के बीच अब तक सिर्फ 59 टेस्ट ही हुए हैं. दोनों टीमों के बीच आखिरी टेस्ट साल 2007 में खेला गया था.
भारत ने किस टीम के खिलाफ कितने टेस्ट खेले
इंग्लैंड- 131 टेस्ट
ऑस्ट्रेलिया- 107 टेस्ट
वेस्टइंडीज- 99 टेस्ट
न्यूजीलैंड- 62 टेस्ट
पाकिस्तान- 59 टेस्ट
भारत-वेस्टइंडीज के बीच टेस्ट में हेड टू हेड
भारत और वेस्टइंडीज ने एक दूसरे के खिलाफ अब तक सिर्फ 99 टेस्ट ही खेले हैं. इसमें भारत ने 23, जबकि वेस्टइंडीज ने 30 मैच जीते हैं. 46 टेस्ट ड्रॉ पर खत्म हुए हैं. वेस्टइंडीज ने 30 में से 16 मुकाबले घर पर और 14 भारत में जीते हैं. जबकि टीम इंडिया ने अपने घर में 12 और वेस्टइंडीज में 10 टेस्ट जीते हैं.
कोहली खेलेंगे अपना 500वां इंटरनेशनल मैच
विराट कोहली भी आज टेस्ट मैच में उतरने के साथ ही एक बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम कर लेंगे. दरअसल, यह उनके करियर का ओवरऑल (टेस्ट, वनडे, टी20) 500वां इंटरनेशनल मुकाबला होगा. वो 500 इंटरनेशनल मैच खेलने वाले दुनिया के 10वें खिलाड़ी और भारत के चौथे प्लेयर होंगे.
कोहली का अब तक इंटरनेशनल करियर
टेस्ट मैच: 110
वनडे मैच: 274
टी20 मैच: 115
अगली टेस्ट सीरीज दिसंबर में होनी है
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने कहा है कि यह बड़ा मौका है और उनकी टीम पहले मैच की तरह अपना दबदबा बनाए रखने का प्रयास करेगी. इस टेस्ट सीरीज के बाद भारतीय टीम को अब दिसंबर-जनवरी में ही साउथ अफ्रीका दौरे पर टेस्ट खेलना है. यानी अजिंक्य रहाणे जैसे खिलाड़ियों के लिए उस सीरीज की टीम में चयन की दावेदारी पुख्ता करने का यह आखिरी मौका है.
पिछले 18 महीने में पहला टेस्ट खेलते हुए रहाणे ने विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल में अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन डोमिनिका में मौके नहीं मिल सके क्योंकि भारत ने एक पारी में ही बल्लेबाजी की. ऐसी प्रबल संभावना है कि भारतीय टीम फिर एक ही बार बल्लेबाजी करेगी. ऐसे में रहाणे को पूरा फायदा उठाना होगा क्योंकि दक्षिण अफ्रीका दौरे से पहले श्रेयस अय्यर भी फिट हो जाएंगे.
रहाणे के पास होगा आखिरी मौका
बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौड़ ने इस मैच से पहले कहा था कि साउथ अफ्रीका दौरे के लिए भारत को रहाणे के फॉर्म में रहने की जरूरत होगी. उन्होंने कहा, 'तकनीक पर तो आप लगातार काम करते हैं, लेकिन मुझे उनके स्थिर रवैए ने प्रभावित किया. वह गेंद को देर से खेल रहा था और शरीर के पास भी. वह नेट्स पर भी ऐसे ही खेल रहा है. दक्षिण अफ्रीका के हालात में ऐसे बल्लेबाज की जरूरत होगी.'
पहला मैच तीन दिन के भीतर ही जीतने वाली टीम में ज्यादा बदलाव की गुंजाइश तो नहीं है, लेकिन देखना होगा कि खराब प्रदर्शन कर रहे तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट को फिर मौका मिलता है या नहीं. 31 साल के उनादकट ने 13 साल में तीन ही टेस्ट खेले हैं. डोमिनिका में उन्हें एक भी विकेट नहीं मिला और उन्होंने नौ ओवर ही डाले.
पहले मैच में स्पिनर रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा की तूती बोली. इस मैच में भी पिच टर्निंग होने की संभावना है. जिससे कैरेबियाई टीम में बल्लेबाजी हरफनमौला रेमन रीफर की जगह स्पिन हरफनमौला केविन सिनक्लेयर को शामिल किया गया है.
उनादकट की जगह इनको मौका मिलेगा!
भारतीय टीम ऐसे में उनादकट की जगह एक और स्पिनर के तौर पर अक्षर पटेल को उतार सकती है. शार्दुल ठाकुर को भी मौका मिल सकता है जिनकी बल्लेबाजी में काफी सुधार आया है. डेब्यू टेस्ट में 150 से अधिक रन बनाने वाले तीसरे भारतीय बल्लेबाज बने यशस्वी जायसवाल इस लय को कायम रखना चाहेंगे. शुभमन गिल तीसरे नंबर पर उतरने के बाद 11 गेंद ही खेल सके और वह भी बड़ी पारी खेलने को बेताब होंगे.
दिसंबर 2018 से विदेश में शतक नहीं लगा सके विराट कोहली उस कमी को पूरा करना चाहेंगे. वहीं, पदार्पण टेस्ट में पहला रन बनाने के लिये 20 गेंद तक इंतजार करने वाले ईशान किशन को भी मौके का इंतजार होगा.
वेस्टइंडीज के लिए पदार्पण करने वाले एलिक अथानाजे को छोड़कर कोई भी बल्लेबाज भारतीय स्पिनरों का सामना नहीं कर सका. उसे तेज गेंदबाजों की मददगार पिच की जरूरत है, ताकि केमार रोच और अलजारी जोसेफ कोई कमाल कर सकें.
दोनों टीमें इस प्रकार हैं....
भारतीय टीम: रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, ऋतुराज गायकवाड़, विराट कोहली, यशस्वी जायसवाल, अजिंक्य रहाणे, केएस भरत, ईशान किशन, रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा, शार्दुल ठाकुर, अक्षर पटेल, मोहम्मद सिराज, मुकेश कुमार, जयदेव उनादकट, नवदीप सैनी.
वेस्टइंडीज टीम: क्रेग ब्रेथवेट (कप्तान), जर्मेन ब्लॉकवुड, जोशुआ डासिल्वा, एलिक अथानाजे, रहकीम कॉर्नवाल, शेनॉन गैब्रियल, जेसन होल्डर, अल्जारी जोसेफ, केविन सिंक्लेयर, केमार रोच, टी चंद्रपॉल, किर्क मैकेंजी, जोमेल वॉरिकन.