
मुंबई के पूर्व दिग्गज स्पिनर पद्माकर काशीनाथ शिवालकर, जिन्हें क्रिकेट जगत में ‘पैडी’ के नाम से जाना जाता था. उनका सोमवार को मुंबई में निधन हो गया, वह 84 वर्ष के थे. मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (MCA) के अध्यक्ष अजिंक्य नाइक ने उनके निधन की पुष्टि की.
शिवालकर को भारत के सबसे बेहतरीन स्पिनरों में गिना जाता था. उनका करियर लगभग दो दशकों तक चला, जिसमें उन्होंने 124 प्रथम श्रेणी मैच खेले और 19.69 की शानदार औसत से 589 विकेट चटकाए. वो भारतीय टीम के लिए कभी नहीं खेल सके, लेकिन घरेलू क्रिकेट में उनका दबदबा था. पूर्व भारतीय ऑलराउंडर और कोच रवि शास्त्री ने अपनी संवेदना व्यक्त की है. एक्स पर एक पोस्ट में शास्त्री ने कहा, 'पैडी शिवालकर के निधन के बारे में सुनकर बहुत दुख हुआ. एक अद्भुत, दयालु व्यक्ति, एक शानदार गेंदबाज और मेरे करियर के शुरुआती दिनों में एक बड़ी प्रेरणा. परिवार के प्रति संवेदना, और भगवान उनकी आत्मा को शांति दे.
स्पिनर पद्माकर काशीनाथ शिवालकर का निधन
बीसीसीआई ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा, "श्री पद्माकर शिवालकर भारत के सबसे शानदार स्पिनरों में से एक थे। उनका योगदान हमेशा याद रखा जाएगा."
उनकी क्रिकेट सेवाओं के सम्मान में, बीसीसीआई ने उन्हें 2017 में प्रतिष्ठित कर्नल सीके नायडू लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया था. यह सम्मान घरेलू क्रिकेट में उनके अमूल्य योगदान को दर्शाता है.
2017 में मिला था कर्नल सीके नायडू लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड
शिवालकर का निधन भारतीय क्रिकेट के लिए एक बड़ी क्षति है. उन्होंने अपने करियर से कई युवा क्रिकेटरों को प्रेरित किया और घरेलू क्रिकेट में एक मजबूत पहचान बनाई.