
चेन्नई सुपरकिंग्स के कोच स्टीफन फ्लेमिंग को खुशी है कि महेंद्र सिंह धोनी, शेन वॉटसन और ड्वेन ब्रावो ने अब तक आईपीएल 11 में अहम भूमिका निभाकर आलोचकों के मुंह बंद कर दिए, जिन्होंने इस टीम को ‘डैड्स आर्मी’ करार दिया था.
धोनी और वॉटसन जल्द ही 37 साल के हो जाएंगे जबकि ब्रावो अभी 35 साल के हैं, लेकिन इन तीनों ने चेन्नई की आठ में से छह जीत में अहम भूमिका निभाई है. धोनी के नाम पर तीन अर्धशतक हैं जबकि वॉटसन ने एक शतक और एक अर्धशतक बनाया है. ब्रावो ने बल्ले और गेंद दोनों से अच्छा प्रदर्शन किया है.
फ्लेमिंग ने कोलकाता नाइटराडर्स के खिलाफ मैच से पहले कहा, ‘उम्र कोई बाधा नहीं है. मेरा मानना है कि ये सीनियर खिलाड़ी अब भी अहम योगदान दे सकते हैं. हमारे पास कुछ युवा खिलाड़ी हैं, लेकिन दबाव में परिस्थितियों में अच्छा प्रदर्शन मायने रखता है. ऐसे मैच बहुत कम होते हैं, जिनमें आप पर दबाव नहीं हो.’
'चेन्नई की बैटिंग सबसे दमदार, धोनी की रंगत हैरतअंगेज'
पूर्व भारतीय क्रिकेटर आकाश चोपड़ा भी एमएस धोनी के पुराने रंग में लौटने से हैरान हैं. चोपड़ा का मानना है कि इस IPL 11 में चेन्नई सुपरकिंग्स की बल्लेबाजी सर्वश्रेष्ठ है और उनके कप्तान महेंद्र सिंह धोनी जिस तरह से पुरानी रंगत में लौटे हैं, वह हैरतअंगेज है.
चोपड़ा ने कहा कि धोनी जिस तरह से पुरानी रंगत में लौटे हैं, उससे वह वास्तव में हैरान हैं. उन्होंने कहा , ‘मेरे लिए यह सुखद आश्चर्य है. अगर आप यह सवाल एक साल पहले मुझसे करते तो मैं कहता कि वह अच्छी स्थिति में नहीं दिख रहा है.'
चोपड़ा ने कहा कि 'वह क्रीज पर पांव जमाने में बहुत अधिक समय ले रहा था और लग रहा था कि टी-20 प्रारूप अब उनके अनुकूल नहीं रहा, क्योंकि उसने 25 साल की उम्र में जो किया जो 35 साल की उम्र में नहीं कर पा रहा था.’