
सर्वकालिक महान ओलंपियन में से एक माइकल फेल्प्स ने मंगलवार को दिल्ली कैपिटल्स और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच आईपीएल मैच देखकर क्रिकेट का आनंद लिया.
ओलंपिक में 23 स्वर्ण पदक जीतने वाले फेल्प्स प्रचार कार्यक्रम के लिए दिल्ली आए हुए हैं और उन्होंने शाम को कुछ समय फिरोजशाह कोटला में भी बिताया.
बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘फेल्प्स ने कभी क्रिकेट मैच नहीं देखा था और यह उनके लिए भारत का सबसे लोकप्रिय खेल देखने का उचित अवसर था. वह दिल्ली कैपिटल्स के मेहमान के रूप में आए थे, जिन्होंने उन्हें उनके प्रायोजक के जरिये आमंत्रित किया था.’
अमेरिका का यह 33 वर्षीय तैराक पहली बार भारत दौरे पर आया है. वह मैच शुरू होने के बाद स्टेडियम पहुंचे और एक घंटे वहां बिताने के बाद रवाना हो गए.
फेल्प्स ने अपने ओलंपिक करियर के दौरान सबसे अधिक पदक (28), सर्वाधिक स्वर्ण पदक (23), सर्वाधिक व्यक्तिगत पदक (16) और सर्वाधिक व्यक्तिगत स्वर्ण पदक (13) का रिकॉर्ड अपने नाम किया.
2008 के बीजिंग ओलंपिक में फेल्प्स ने सभी आठ स्पर्धाओं में आठ ओलंपिक स्वर्ण पदक जीते. उन्होंने 2012 के लंदन ओलंपिक में चार स्वर्ण पदक जीते और फिर 2016 में रियो में पांच स्वर्ण पदक जीतकर वापसी की.
फेल्प्स ने क्रिकेट का आनंद लिया, पर कहा यह खेल उनके लिए नहीं
बल्ले को कैसे पकड़ना है यह सीखना और गेंद को हवा में तैरते हुए छह रन के लिए जाते हुए देखना उनके लिए मजेदार रहा, लेकिन अमेरिका के महान तैराक माइकल फेल्प्स ने कहा कि भले ही उन्होंने अपने पहले भारतीय दौरे में क्रिकेट का पूरा लुत्फ उठाया, लेकिन वह इस खेल को नहीं अपना सकते हैं.
उन्होंने कहा, ‘दर्शकों का रोमांच, खिलाड़ियों का छोर बदलना या उन्हें आउट होते हुए देखना रोमांचक लगा. मुझे कल छक्के देखना अच्छा लगा. मुझे नहीं लगता कि क्रिकेट मेरा अगला खेल हो सकता है, लेकिन मुझे कल दिल्ली कैपिटल्स के साथ मैच देखना अच्छा लगा.’
फेल्प्स ने दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान श्रेयस अय्यर, विकेटकीपर बल्लेबाज ऋभष पंत, दक्षिण अफ्रीकी ऑलराउंडर क्रिस मॉरिस और तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा से भी मुलाकात की.
उन्होंने कहा, ‘मैंने आज इन खिलाड़ियों से कुछ टिप्स लिये. इसकी शुरुआत बल्ला पकड़ने से हुई. इसलिए मुझे विश्वास है कि अगली बार जब मैं भारत दौरे पर आऊंगा तो क्रिकेट खेलने के लिए बेहतर तौर पर तैयार रहूंगा.’