
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2024 के 13वें मुकाबले में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) को दिल्ली कैपिटल्स (DC) के खिलाफ 20 रनों से हार झेलनी पड़ी थी. चेन्नई सुपर किंग्स को इस मैच में भले ही हार का सामना करना हो, लेकिन पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अपनी बैटिंग से फैन्स का दिल जीत लिया. आठवें नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे धोनी ने नाबाद 37 रन बनाए. इस दौरान उन्होंने तीन छक्के और चार चौके लगाए. शुरुआती दो मैचों में धोनी की बैटिंग नहीं आई थी.
धोनी को लेकर स्मिथ और क्लार्क की राय अलग-अलग
अब महेंद्र सिंह धोनी को बल्लेबाजी क्रम में ऊपर भेजने की मांग उठने लगी है. हालांकि ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज खिलाड़ियों माइकल क्लार्क और स्टीव स्मिथ की राय इसे लेकर बंटी हुई है. स्टीव स्मिथ का मानना है कि धोनी के ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी के लिए आने से चेन्नई की टीम को फायदा होगा. वहीं माइकल क्लार्क का मानना है कि धोनी पहले की तरह ही फिनिशर की भूमिका निभाते रहेंगे.
स्टीव स्मिथ ने कहा, 'उन्हें ऊपरी क्रम में आना चाहिए. वह गेंद को अच्छी तरह से हिट कर रहे हैं. यह देखना वास्तव में अविश्वसनीय था, जबकि दूसरी तरफ रवींद्र जडेजा ऐसा करने के लिए संघर्ष कर रहे थे. उनके प्रशंसक भी चाहते हैं कि वह ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी के लिए आएं.'
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क ने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि वह ऐसा करेंगे. मेरा मानना है कि वह मौजूदा क्रम में बल्लेबाजी करने के लिए आएंगे. मैं जानता हूं कि महेंद्र सिंह धोनी का प्रत्येक प्रशंसक उन्हें जितना संभव हो उतने ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी करते हुए देखना चाहता है. उनके पूरे करियर के दौरान हम सभी कहते रहे हैं कि उन्हें पारी का आगाज करना चाहिए.'
माइकल क्लार्क ने आगे कहा, 'क्योंकि वह गेंद को अच्छी तरह से हिट कर रहे हैं, मुझे नहीं लगता कि वह पांचवें या छठे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरेंगे. मैंने जितने भी फिनिशर देखे हैं उनमें वह सर्वश्रेष्ठ हैं. इसलिए मुझे लगता है कि टीम उनकी इस भूमिका का उपयोग आगे भी करती रहेगी.'
क्या धोनी बैटिंग करने ऊपर आएंगे?
महेंद्र सिंह धोनी आने वाले मैचों में ऊपर बैटिंग करने आएंगे, इसकी संभावना काफी कम दिख रही है. धोनी खुद भी फिनिशर का रोल निभाने के इच्छुक रहते हैं. वो कई सालों से ऐसा कर रहे हैं. वैसे भी सीएसके में युवा एवं अनुभवी खिलाड़ियों की भरमार है. फिलहाल रचिन रवींद्र और ऋतुराज गायकवाड़ ओपन कर रहे हैं.
इसके बाद अजिंक्य रहाणे, शिवम दुबे, डेरिल मिचेल, समीर रिजवी और रवींद्र जडेजा जैसे खिलाड़ियों का नंबर आता है. ये खिलाड़ी धोनी से उम्र में छोटे भी हैं और धोनी की तरह ही आक्रामक बैटिंग करने में भी माहिर हैं. ऐसे में धोनी भी चाहेंगे कि इन होनहार खिलाड़ियों को उनसे पहले बैटिंग का चांस मिले. नए लीडरशिप को तराशने के लिए इस सीजन की शुरुआत से पहले ही धोनी ने कप्तानी छोड़ दी थी. इसके बाद ऋतुराज गायकवाड़ ने बागडोर संभाली. 42 साल के धोनी ने पिछले साल घुटने का ऑपरेशन करवाया था. ऐसे में उनकी फिटनेस भी सवालों के दायरे में है.