
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2024 के मैच नंबर-9 में राजस्थान रॉयल्स (RR) ने दिल्ली कैपिटल्स (DC) को 12 रनों से हरा दिया. गुरुवार (29 मार्च) को जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में खेले गए इस मुकाबले में राजस्थान रॉयल्स ने पांच विकेट पर 185 रन बनाए थे. जवाब में दिल्ली कैपिटल्स की टीम 5 विकेट खोकर 173 रन ही बना पाई.
आईपीएल में रियान पराग ने मचाई धूम
राजस्थान रॉयल्स की जीत के हीरो असम के युवा बल्लेबाज रियान पराग रहे, जिन्होंने 45 गेंदों पर नाबाद 84 रन बनाए. 22 वर्षीय रियान पराग ने इस दौरान 7 चौके और 6 छक्के लगाए और उन्हें 'प्लेयर ऑफ द मैच' अवॉर्ड मिला. राजस्थान रॉयल्स ने एक समय 36 रनों पर ही तीन विकेट पर खो दिए थे, लेकिन इसके बाद रियान ने जोरदार पारी खेलकर अपनी टीम को बड़े स्कोर तक पहुंचाया.
ये वही रियान पराग हैं, जो इस सीजन से पहले तक आईपीएल में कुछ खास नहीं कर पाए थे. रियान पराग ने इस सीजन से पहले तक 54 आईपीएल मैचों में महज 16.22 के एवरेज से 600 रन बनाए थे. इस दौरान उन्होंने सिर्फ दो मौकों पर अर्धशतकीय पारियां खेली थी. लगातार खराब प्रदर्शन के बावजूद राजस्थान रॉयल्स ने रियान पराग पर भरोसा कायम रखा.
आईपीएल 2024 में उन्हें राजस्थान रॉयल्स ने नया रोल दिया है और उन्हें चौथे पोजीशन पर बैटिंग के लिए उतारा है. राजस्थान ने आईपीएल 2024 की शुरुआत से पहले देवदत्त पडिक्कल को ट्रेड कर दिया था, ताकि रियान पराग को इस नंबर पर चांस मिल सके. पराग पूरी तरह से टीम मैनेजमेंट के भरोसे पर फिट उतरे हैं. लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) के खिलाफ भी रियान ने शानदार बैटिंग की थी और 43 रन बनाए. यानी दो मैचों में पराग 127 रन बना चुके हैं.
मेरी मां ने मेरा संघर्ष देखा है: रियान
रियान पराग ने मैच जिताऊ पारी खेलने के बाद कहा, 'जज्बातों को काबू में कर रहा हूं. मेरी मां भी यहां है, उन्होंने मेरा संघर्ष देखा है, यह विशेष है. मैं जानता हूं कि मेरी क्षमता क्या है और चाहे जैसा भी प्रदर्शन हो मुझे अपनी काबिलियत पर कभी शक नहीं हुआ है. घरेलू सत्र में मैंने काफी रन बनाए और इसका असर यहां दिखा. मैंने बहुत कड़ी मेहनत की है, पिछले तीन दिनों से मैं बिस्तर पर था. मैं दर्दनिवारक दवाएं ले रहा था. मैं आज ही उठा हूं और मैं बहुत खुश हूं.'
रियान पराग साल 2019 से आईपीएल में खेल रहे हैं. यानी उनका ये छठा आईपीएल सीजन है. अब ऐसा लगता है कि रियान पूरी तरह परिपक्व हो चुके हैं. उनकी बैटिंग और आचरण में भी ये झलकता है. जब रियान ने दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ अर्धशतक बनाया तो उन्होंने कोई खास जश्न नहीं मनाया. पहले रियान मैदान पर बिहू डांस करते दिख जाते थे, लेकिन इस सीजन में वह खेल पर पूरी फोकस रख रहे हैं. रियान का ये नया 'अवतार' देखने लायक है.
टीम इंडिया के स्टार क्रिकेटर सूर्यकुमार यादव ने भी रियान पराग की जमकर तारीफ की है. सूर्या ने ट्वीट किया, "कुछ हफ्ते पहले एनसीए में एक लड़के से मुलाकात हुई. उसे हल्की चोट थी. उसने पूरी तरह से रिकवरी पर ध्यान केंद्रित किया और बड़े अनुशासन के साथ अपने स्किल पर काम किया. मैंने वहां एक कोच को यह गलत नहीं कहा था कि 'वह एक बदला हुआ लड़का है.' रियान पराग 2.0."
घरेलू क्रिकेट में रियान ने की रनों की बारिश
रियान पराग का आत्मविश्वास वापस लाने में घरेलू क्रिकेट का अहम रोल रहा. रियान ने हालिया घरेलू सीजन में जबरदस्त बल्लेबाजी की थी. रियान ने असम के लिए रणजी ट्रॉफी में कुल 4 मैचों खेलकर 75.6 के एवरेज और 113.85 के स्ट्राइक रेट से 378 रन बनाए. इस दौरान रियान ने दो शतक और एक अर्धशतक लगाया. पराग ने छत्तीसगढ़ के खिलाफ मैच में 56 गेंदों पर शतक जड़ा था, जो रणजी ट्रॉफी के इतिहास का दूसरा सबसे तेज शतक था. रियान पराग देवधर ट्रॉफी में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी थे. साथ ही वह उस टूर्नामेंट में तीसरे सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज भी रहे.
रियान का बेस्ट परफॉर्मेंस सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी (SMAT) 2023 में रहा था. रियान ने 10 मैचों में 85 की औसत और 182.79 के स्ट्राइक-रेट से 510 रन बनाए थे. रियान ने बिहार (61), सर्विसेस (76), सिक्किम (53*), चंडीगढ़ (76), हिमाचल (72), केरल (57*) और बंगाल (50*) के खिलाफ अर्धशतकीय पारियां खेलीं. रियान टी20 क्रिकेट में लगातार सात अर्धशतक लगाने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज हैं. रियान ने उस टूर्नामेंट में गेंद से भी बेहतर खेल दिखाते हुए 7.29 की इकोनॉमी रेट से 11 विकेट लिए. रियान ने अपनी कप्तानी में असम को नॉकआउट स्टेज में पहुंचाया था, जो इस पूर्वोत्तर राज्य के लिए बड़ी बात थी.
रियान पराग ने लगातार बेहतरीन प्रदर्शन करके आलोचकों को मुंहतोड़ जवाब दिया ही है, साथ ही भारतीय टीम के लिए भी अपनी दावेदारी पेश की है. शायद वो दिन दूर नहीं जब रियान भारतीय टीम के लिए खेलते दिखाई देंगे. रियान को भी पूरा भरोसा है कि वह एक ना एक दिन देश के लिए जरूर खेलेंगे. रियान ने एक इंटरव्यू में कहा था, 'मैं कभी ना कभी जरूर देश के लिए खेलूंगा, यह विश्वास हमेशा मेरे अंदर रहता है. मुझसे ये कोई नहीं छीन सकता. मैं उस पर केंद्रित हूं. मेरा कोई खास टारगेट नहीं रहता है कि मुझे रणजी या आईपीएल में इतने रन बनाने हैं.'
रियान पराग के पिता पराग दास भी क्रिकेटर रहे हैं. पराग और महेंद्र सिंह धोनी रेलवे के टूर्नामेंट में खड़गपुर और गुवाहटी में साथ खेलते थे. जबकि रणजी में धोनी और पराग दास बिहार और असम की तरफ से खेलते थे. जब पराग दास के बेटे रियान ने आईपीएल में चेन्नई के खिलाफ डेब्यू किया तो संयोग की बात ये थी कि धोनी उस वक्त विकेट के पीछे खड़े थे. ये रियान पराग के लिए किसी सपने से कम नहीं था.
रियान पराग का करियर
फर्स्ट क्लास: 29 मैच, 1798 रन, 50 विकेट
लिस्ट-ए: 49 मैच, 1720 रन, 50 विकेट
टी20: 100 मैच, 2170 रन, 41 विकेट
आईपीएल: 56 मैच, 727 रन, 4 विकेट