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Jonny Bairstow: जॉनी बेयरस्टो.. पिता का सुसाइड, मां का कैंसर और अब टेस्ट में ज़बरदस्त फॉर्म

इंग्लैंड के स्टार विकेटकीपर बैटर जॉनी बेयरस्टो ने लगातार तीसरे टेस्ट मैच में शतक लगाया है. बेयरस्टो का यह शानदार समय चल रहा है, लेकिन उनका जीवन काफी संघर्षों से भरा रहा है...

Jonny Bairstow (Twitter) Jonny Bairstow (Twitter)
aajtak.in
  • लंदन,
  • 04 जुलाई 2022,
  • अपडेटेड 2:14 PM IST
  • बेयरस्टो के पिता ने 1998 में सुसाइड किया
  • तब जॉनी 8 साल के थे और मां को कैंसर से था

Jonny Bairstow: इंग्लैंड के स्टार विकेटकीपर बैटर जॉनी बेयरस्टो इन दिनों शानदार फॉर्म में चल रहे हैं. उन्होंने लगातार तीसरे टेस्ट मैच में शतक जमाया है. पहले उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज के आखिरी दो मुकाबलों में शतक जमाया था. अब टीम इंडिया के खिलाफ एजबेस्टन टेस्ट में सेंचुरी लगाई है.

बेयरस्टो ने पिछले दो टेस्ट और इंडिया के खिलाफ मौजूदा टेस्ट की कुल 5 पारियों में तीन शतक के साथ 483 रन जमाए हैं. बेयरस्टो का यह शानदार समय चल रहा है, लेकिन उनका जीवन काफी संघर्षों से भरा रहा है. 8 साल की उम्र में पिता ने सुसाइड कर लिया और उसी समय उनकी मां भी कैंसर से जूझ रही थीं.

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जॉनी के पिता भी क्रिकेटर रह चुके

इन सभी मुश्किलों से निकलकर इतना बड़ा स्टार प्लेयर बनना किसी संघर्ष से कम नहीं है. जॉनी के पिता डेविड बेयरस्टो भी अपने जमाने के विकेटकीपर बैटर रह चुके हैं. उन्होंने इंग्लैंड के लिए 4 टेस्ट और 21 वनडे खेले. डेविड ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में लगभग 14 हजार रन बनाए. 10 शतक और 73 अर्धशतक लगाए.

पांच साल पहले यानी 2017-18 एशेज सीरीज के दौरान एक ऑस्ट्रेलियाई फैन ने जॉनी को उनके पिता के ग्लव्स के रूप में बेशकीमती गिफ्ट दिया था. तब जॉनी काफी भावुक नजर आए थे. तब जॉनी बेयरस्टो ने कहा था, ‘यह बहुत विशेष था. मैं भाग्यशाली रहा कि मैं पूरी दुनिया घूम सका और दुनिया के सभी लोगों के पास मेरे पिता की कुछ अच्छी यादें हैं.’

जॉनी बेयरस्टो अपने पिता और बहन के साथ.

'पिता की मौत के अगले दिन मां का जन्मदिन था'

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बता दें कि डेविड बेयरस्टो ने 5 जनवरी 1998 को सुसाइड किया था. इसके अगले दिन ही जॉनी की मां कैंसर से जूझ रही थीं. इन सभी को लेकर जॉनी बेयरस्टो ने एक इंटरव्यू में कहा था, 'पिता जब हमें छोड़कर गए, तब मैं 8 साल का था. उस स्थिति को जानने के लिए बहुत छोटा था. हम यह भी नहीं जानते थे कि मां को कैंसर है. कीमोथैरेपी की वजह से उनके बाल भी नहीं थे. इतने संघर्ष के बाद भी मां ने हमें संभाला, यह सोच से भी परे है.'

जॉनी बेयरस्टो ने बताया था, 'पिता की मौत के अगले दिन मां का बर्थडे था. उस दिन मां ने मुझे और बहन को स्कूल भेजा. मां कहती थी कि अब हालात से हमें ही निपटना होगा. उसी पल मैंने सोच लिया था कि चाहे कुछ हो जाए, मैं क्रिकेटर ही बनूंगा.'

पिता और पुत्र दोनों एक ही टीम से खेले

डेविड बेयरस्टो इंग्लिश क्लब यॉर्कशायर और इंग्लैंड टीम के लिए बतौर विकेटकीपर बैटर खेले थे. अब जॉनी बेयरस्टो भी इन दोनों टीमों के लिए यही भूमिका निभा रहे हैं. जॉनी बेयरस्टो ने टेस्ट क्रिकेट में इंग्लैंड के लिए 2012 में वेस्टइंडीज के खिलाफ मैच से डेब्यू किया था. इसके बाद उन्हें पहला शतक लगाने में 36 पारियां लगीं.

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