
पाकिस्तान के विस्फोटक बल्लेबाज शाहिद अफरीदी का मानना है कि प्रधानमंत्री इमरान खान को कश्मीर का मुद्दा हल करने के लिए और कदम उठाने चाहिए. अफरीदी ने यह भी कहा कि 'कश्मीर कश्मीरियों का है. ना भारतीयों का और ना पाकिस्तानियों का. प्रथम एवं सर्वोच्च तथ्य यह है कि कश्मीर, कश्मीर के लोगों का है.'
अफरीदी ने अपनी आत्मकथा में अपने यह विचार व्यक्त किए हैं. हालांकि अफरीदी ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री के बारे बयानबाजी करना आसान है और उनकी तरह काम करना कठिन. अफरीदी की आत्मकथा का नाम 'गेम चेंजर' है, जिसमें उन्होंने अपनी जिंदगी, क्रिकेट से जुड़ी कई कहानियों को बयां किया है.
'गेम चेंजर' को अफरीदी ने पत्रकार वजाहत एस खान के साथ मिलकर लिखा है और 'हार्परकॉलिन्स इंडिया इम्प्रिंट हॉर्पर स्पोर्ट्स' ने इसे प्रकाशित किया है. अफरीदी ने कहा कि खान का नया पाकिस्तान, भारत के साथ जैसे संबंध बना रहा है वह उसके बड़े प्रशंसक हैं.
अफरीदी ने अपनी किताब में करतारपुर गलियारे, पाकिस्तान द्वारा भारतीय वायु सेना के पालयट को वापस भारत को सौंपने जैसी घटनाओं का जिक्र भी किया है. शाहिद अफरीदी ने कहा कि जिस तरह पाकिस्तान, पड़ोसी देश के साथ संबंध बना रहा है, वह सराहनीय है.
इससे पहले नवंबर 2018 में अफरीदी ने कहा था कि लंदन में कहा था कि पाकिस्तान को कश्मीर नहीं चाहिए. पाकिस्तान से खुद के चार सूबे नहीं संभल रहे. अफरीदी ने यह बयान लंदन में ब्रिटिश संसद में छात्रों को संबोधित करते हुए दिया.
सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में अफरीदी ने कहा था, 'मैं कहता हूं पाकिस्तान को कश्मीर नहीं चाहिए. और इसे भारत को भी मत दो. कश्मीर को एक आजाद मुल्क रहने दो. कम से कम इंसानियत तो जिंदा रहेगी. लोग नहीं मरेंगे. पाकिस्तान को कश्मीर नहीं चाहिए. पाकिस्तान खुद के चार सूबे नहीं संभाल पाता. सबसे बड़ी चीज इंसानियत है. लोग वहां मर रहे हैं, यह बहुत तकलीफ देता है. मरने वाला किसी भी समुदाय से ताल्लुक रखे, लेकिन यह दुखदायी है.'