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Bengal Fast Bowlers in Team India: शमी, मुकेश और अब आकाश दीप... बंगाल में 'बाहरी' ख‍िलाड़‍ियों को मिल रहे खूब मौके, बना भारत के तेज गेंदबाजों की नर्सरी

Bengal Fast Bowlers in Team India: बंगाल में दूसरे राज्यों क्रिकेटर्स को खूब मौके मिल रहे है. खासकर तेज गेंदबाजों को, पिछले कुछ सालों में देखा जाए तो टीम इंडिया के लिए इस राज्य से एक नई पौध उभरकर सामने आ गई है. इनमें एक बात यह भी कॉमन है कि ये सभी तेज गेंदबाज अपने घरेलू राज्य से क्रिकेट नहीं खेल रहे हैं.

Akash Deep, Mohammed Shami, Mukesh Kumar Akash Deep, Mohammed Shami, Mukesh Kumar
कृष्‍ण कुमार
  • नई दिल्ली ,
  • 24 फरवरी 2024,
  • अपडेटेड 1:52 PM IST

Bengal Players in Team India: मोहम्मद शमी, मुकेश कुमार और अब आकाश दीप... ये सभी तेज गेंदबाज हैं. तीनों ही घरेलू क्रिकेट में उस राज्य का प्रत‍िन‍िध‍ित्व नहीं करते हैं, जहां से वो मूलत: ताल्लुक रखते हैं. सभी बंगाल से खेलते हैं. 

इनमें से मोहम्मद शमी और मुकेश कुमार भारतीय टीम के लिए ऑल फॉर्मेट ख‍िलाड़ी बन चुके हैं. वहीं, आकाश दीप को भी 23 फरवरी 2024 को रांची में इंग्लैंड के ख‍िलाफ टेस्ट डेब्यू का मौका मिल गया.

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यानी एक बात तो साफ है कि बंगाल में दूसरे राज्यों के ख‍िलाड़‍ियों के लिए भरपूर मौके मिले हैं, वहीं यह यह राज्य भारतीय टीम के लिए तेज गेंदबाजों के लिए शुरुआती नर्सरी के रूप में डेवलप हुआ है. यानी 'आउटसाइडर' यानी बाहर राज्यों के ख‍िलाड़ी भी यहां जाकर अपनी प्रत‍िभा को लोहा मनवा रहे हैं.   

बंगाल में कई चीजें दूसरे राज्यों के क्रिकेटर के लिए बड़े मौके के तौर पर उभरी हैं, वो है यहां का सॉल‍िड क्लब क्रिकेट का स्ट्रक्चर. वहीं सौरव गांगुली ने 'विजन 2020 प्रोग्राम' भी लॉन्च किया था. ज‍िससे क्रिकेटर्स का खूब डेवलपमेंट हुआ है. इस प्रोग्राम के तहत वो मुथैया मुरलीधरन, वीवीएस और वकार यून‍िस को बंगाल क्रिकेट के डेवलपेमेंट के लिए लेकर आए. इन दिग्गज ख‍िलाड़‍ियों ने बंंगाल के प्रत‍िभाशाली ख‍िलाड़‍ियों को गुर सिखाए, जिसका इन ख‍िलाड़‍ियों को फायदा हुआ.    

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यह भी पढ़ें: 6 महीने में पिता-भाई को गंवाया, आज अंग्रेजों की कमर तोड़ दी... डेब्यू मैच में छा जाने वाले आकाश दीप की कहानी

2014 में बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन ने इस फ्लैगशिप प्रोजेक्ट की शुरुआत की. तब वकार यूनुस को इस प्रोजेक्ट के लिए कंसल्टेंट बनाया गया था, इसमें 'ओपन ट्रायल' की व्यवस्था थी. इसके प्रोगाम के तहत तब करीब 200 प्लेयर्स को जिलों और क्लब क्रिकेट से शॉर्ट लिस्ट किया गया था. फिर उस समय गेंदबाजी कोच राणादेब बोस और नेट्स के प्रभारी क्रिकेट डायरेक्टर जयदीप मुखर्जी के साथ ईडन गार्डन्स में ट्रायल के ये ख‍िलाड़ी ट्रायल के लिए आए थे. 

वैसे मुकेश कुमार भी तब सौरव गांगुली के विजन 2020 से सेलेक्ट हुए, वो पहले ट्रायल में एकदम मैले कुचैले कपड़ों और फटे जूतों में थे. शुरुआत में वो कहीं से तब  किसी को बहुत ज्यादा प्रभावी नहीं लगे थे. तब वकार यूनुस को भी बिल्कुल भाए नहीं थे, हालांकि राणादेव बोस को वो कुछ हद तक प्रभावी लगे थे.  

मुकेश शुरुआत में 'खेप' क्रिकेट खेलते थे. खेप यानी बंगाल में प्राइवेट क्रिकेट क्लब के वो मैच, जो टेन‍िस बॉल से होता था, तब उनको शुरुआत में एक मैच के लिए 500 से 5000 रुपए तक मिल जाते थे. 

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मोहम्मद शमी ने की थी यूपी के घरेलू क्रिकेट की आलोचना 

आईपीएल 2024 से बाहर हो चुके मोहम्मद शमी ने भारतीय टीम के लिए डेब्यू करने के लिए बंगाल में घरेलू क्रिकेट जमकर पसीना बहाया है. साल 2010 से 2011 के बीच उन्होंने घरेलू स्तर पर बंगाल के लिए फर्स्ट क्लास, ल‍िस्ट ए और टी20 मैचों में डेब्यू किया था.

शमी यूपी के अमरोहा के सहसपुर के रहने वाले हैं. शमी घरेलू राज्य यूपी के लिए खेलने के लिए कोश‍िश की, दो बार ट्रायल भी दिया. लेकिन उनको घरेलू प्रदेश से खेलने का मौका नहीं मिला.

शमी ने एक इंटरव्यू में यह कहा था कि वो यूपी में सेलेक्शन के प्रोसेस को देखकर न‍िराश हो गए थे, इसके बाद ही 14-15 साल की में कोलकाता आ गए थे. इस दौरान वो त्र‍िपुरा भी खेलने गए थे. लेकिन यहां भी उनको खेलने को नहीं मिला. करीब 3 साल बाद वो वापस फिर से कोलकाता आए. शमी कोलकाता में खूब क्लब क्रिकेट खेले हैं. शुरुआत में वो डलहौजी एथलेटिक क्लब के लिए खेलते थे. 

एक बार उनकी गेंदबाजी बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन के पूर्व अस‍िस्टेंट सेक्रेटरी देवब्रत दास ने देखी, जो शमी की गेंदबाजी से प्रभावित हुए और उन्हें अपने क्लब टाउन क्लब में शामिल होने के लिए कहा. तब शमी के पास कोलकाता में रहने के लिए कोई जगह नहीं थी, इसके बाद शमी उनके साथ ही रहे. 

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हाल में शमी के भाई मोहम्मद सैफ का भी रणजी में बंगाल के ल‍िए डेब्यू हुआ, खास बात यह रही कि सैफ ने अपना पहला मैच उत्तर प्रदेश के खि‍लाफ खेला.  

मुकेश कुमार गोपालगंज से रखते हैं ताल्लुक 

मुकेश कुमार इस समय टीम इंडिया के टेस्ट स्क्वॉड में शामिल हैं. वो मूलत: बिहार के गोपालगंज से ताल्लुक रखते हैं, लेकिन उन्होंने घरेलू क्रिकेट बंगाल के लिए खेला. 2015 में बंगाल की टीम की ओर से फर्स्ट क्लास और ल‍िस्ट-ए क्रिकेट में डेब्यू किया.

फिर उसके अगले साल यानी 2016 में वो बंगाल की टीम की ओर से टी20 क्रिकेट खेले. मुकेश ने बंगाल की टीम की ओर जो कुछ किया और पिछले साल आईपीएल 2023 में किया, उसका इनाम उन्हें मिला भी. पिछले साल ही उन्होंने भारतीय टीम के लिए तीनों फॉर्मेट में डेब्यू किया. 

आकाश दीप भी खूब क्लब क्रिकेट खेले हैं 

बिहार के सासाराम से ताल्लुक रखने वाले 27 साल के आकाश दीप का टीम इंड‍िया के लिए ड्रीम डेब्यू हो चुका है. उनकी सफलता में भी 'विजन 2020 प्रोग्राम' के अलावा कोलकाता के क्रिकेट क्लब का एक्सीपर‍ियंस खूब काम आया है. 'विजन 2020 प्रोग्राम' से ही उनका सेलेक्शन अंडर-23 बंगाल क्रिकेट में हुआ. 

आकाश बंगाल के दुर्गापुर में सबसे सबसे पहले 2010 में गए थे. तब वो अपने अंकल के साथ रहते थे. कुछ सालों बाद जब उनके पिता और भाई का निधन हुआ, तो उनके क्रिकेट पर ब्रेक लग गया. एक बार फिर वो वापस दुर्गापुर लौटे, इसके बाद वो कोलकाता पहुंचे, जहां उन्होंने CAB के फर्स्ट ड‍िवीजन लीग में यूनाइटेड क्लब से खेलना शुरू किया था. 

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आकाश दीप ने 2019 में ही घरेलू क्रिकेट में फर्स्ट क्लास, ल‍िस्ट-ए और टी20 में डेब्यू किया. वहीं वह आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की ओर से खेलते हैं. अब तक आईपीएल के वो केवल 2 सीजन 2022 और 2023 खेले हैं, जहां उनके नाम कुल 7 मैचों में 6 विकेट हैं. बेंगलुरु ने उनको 20 लाख रुपए में खरीदा था. 

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