
Mohammed Siraj India vs New Zealand: भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड को तीन मैचों की वनडे सीरीज के पहले मुकाबले में 12 रनों से शिकस्त दी है. इस मैच में स्टार ओपनर शुभमन गिल ने 208 रनों की दोहरी शतकीय पारी खेली और प्लेयर ऑफ द मैच चुने गए. मगर इस मैच में तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज का भी बेहद अहम भूमिका रही है.
मियां भाई के नाम से फेमस सिराज अपने होम ग्राउंड हैदराबाद में ही मैच खेल रहे थे. इसका उन्हें फायदा भी मिला. सिराज ने 10 ओवर गेंदबाजी की, जिसमें 46 रन देकर 4 अहम विकेट लिए. इस मैच को सिराज की मां शबाना बेगम, उनकी बहन समेत कई लोगों ने स्टेडियम में बैठकर देखा.
दो साल पहले हुआ था पिता का निधन
मैच के बाद शबाना बेगम ने कहा कि इतनी प्रसिद्धि मिलने के बाद भी सिराज बिल्कुल नहीं बदला. परिवार में सभी का बराबर ध्यान रखता है. आज उसके पिता जिंदा होते और यह सब देखते तो उन्हें बेहद गर्व होता. बता दें कि सिराज के पिता मोहम्मद गौस का निधन नवंबर 2020 को हुआ था. गौस 53 साल के थे और फेफड़ों की बीमारी से जूझ रहे थे.
परिवार का पूरा ध्यान रखते हैं सिराज
भारत और न्यूजीलैंड के मैच को सिराज की मां, उनकी छोटी बहन सोफिया सुल्ताना, दादी, चाची और मामा समेत कुछ करीबी दोस्तों ने स्टेडियम में बैठकर देखा था. इसको लेकर सिराज की मां शबाना बेगम ने इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा, 'वह चाहता था कि हम सभी स्टेडियम में बैठकर मैच देखें. उसी ने सारी व्यवस्था की थी.'
सिराज की मां ने कहा, 'आज उसके पिता होते, तो उन्हें बेहद गर्व होता. क्योंकि एक मां के तौर पर मुझे लगता है कि इतनी सफलता और प्रसिद्धि मिलने के बाद भी उसमें कोई बदलाव नहीं आया. वह सभी का ध्यान रखता है.' इसी दौरान सिराज की बह सोफिया ने आईफोन भी दिखाया, जो सिराज ने गिफ्ट दिया.
अचानक घर पहुंचकर सिराज ने मां को चौंकाया
शबाना बेगम ने बताया कि सिराज सोमवार को ही अपने होटल से अचानक घर पहुंच गया था. उन्होंने कहा, 'मैं नमाज पढ़ रही थी... और जब मैंने अपनी आंखें खोलीं, तो मेरा मियां (मोहम्मद सिराज) वहीं था. उसने मुबारक हो कहा. थोड़ा आश्चर्य जरूर हुआ, क्योंकि उसने कहा था कि मंगलवार को आएगा. हमने कुछ खास नहीं पकाया था. इसलिए मैंने पहले उसको डांटा. लेकिन उसने कहा, आपकी दुआ दीजिए. बस वही काफी है. फिर मैंने जल्दी से उसकी पंसद की खिचड़ी बनाई.'