
बांग्लादेश को धूल चटाकर भारतीय टीम ने वर्ल्डकप-2019 के सेमीफाइनल में जगह बना ली है. रोहित शर्मा के शतक के बदौलत टीम इंडिया ने धमाकेदार जीत दर्ज की. बुधवार को मैच के दौरान कुछ ऐसा हुआ कि फैंस ने ट्विटर पर बवाल कर दिया. भारतीय टीम की फील्डिंग के दौरान महेंद्र सिंह धोनी विकेटकीपिंग छोड़ कुछ देर के लिए ड्रेसिंग रूम में गए थे, उसी बीच भारतीय टीम ने एक डीआरएस गंवा दिया. जिसका गुस्सा ट्विटर पर देखने को मिल रहा है. इस दौरान विराट कोहली की अंपायर से बहस भी हो गई.
दरअसल, बांग्लादेश की पारी के 11वें ओवर में जब मोहम्मद शमी गेंदबाजी करने आए तो उनकी गेंद सौम्य सरकार के पैड पर लगी. पूरी टीम ने अपील की, लेकिन अंपायर ने नॉट आउट करार दिया. विराट कोहली ने पांच सेकेंड शेष रहते ही DRS की अपील की. थर्ड अंपायर अलीम डार ने जब चेक किया, तो उसमें बैट से इनसाइड एज दिखा. इसलिए उन्होंने नॉट आउट करार दिया.
लेकिन इस फैसले पर कप्तान विराट कोहली भड़क गए और अंपायर्स के साथ बहस करने लगे. दरअसल, टीवी रिप्ले में दिखाया गया था कि बॉल ट्रैकिंग में अंपायर्स कॉल आया था, लेकिन थर्ड अंपायर ने बॉल ट्रैकिंग का इस्तेमाल ही नहीं किया. इसी वजह से टीम इंडिया ने रिव्यू गंवा दिया.
बस, यही एक पल था जहां पर फैंस को महेंद्र सिंह धोनी की कमी खली. क्योंकि वो उस वक्त मैदान पर नहीं थे और उनकी जगह ऋषभ पंत कीपिंग कर रहे थे. धोनी को DRS जज करने में माहिर माना जाता है और उनके अधिकतर फैसले सही ही साबित होते आए हैं. हर बार विराट कोहली भी DRS लेने से पहले धोनी की सलाह जरूर लेते रहे हैं.
सोशल मीडिया पर लोगों ने तुरंत लिखना शुरू कर दिया कि टीम को धोनी की इसलिए काफी जरूरत है. वह सिर्फ दस मिनट के लिए मैदान से बाहर गए और टीम को DRS का घाटा हो गया.
दरअसल, महेंद्र सिंह धोनी इस बार वर्ल्डकप में अच्छा प्रदर्शन ना कर पाने की वजह से हर किसी के निशाने पर हैं. मसला ये नहीं है कि धोनी रन नहीं बना रहे हैं, बल्कि वह रन बनाने के लिए ज्यादा गेंदें खेल रहे हैं. फिर चाहे वह अफगानिस्तान के खिलाफ मैच हो, वेस्टइंडीज़ या फिर बांग्लादेश.
बांग्लादेश के खिलाफ भी महेंद्र सिंह धोनी ने 33 गेंद में सिर्फ 35 रन बनाए, इस दौरान उन्होंने चार चौके जड़े. हालांकि, आखिरी ओवरों में धोनी लगातार डॉट बॉल खेलते रहे और स्ट्राइक भी नहीं बदली और कुछ बड़ा धमाका करने से पहले ही आउट हो गए.