
इंग्लैंड के खिलाफ तीन एक दिवसीय मैचों की सीरीज के दौरान पहली बार भारतीय पिचों पर वनडे मैचों के दौरान डीआरएस (डिसिजन रिव्यू सिस्टम) का इस्तेमाल किया जा रहा है और इसके लिए तीनों फॉर्मेट के कप्तान विराट कोहली को सबसे ज्यादा भरोसा अपने पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी पर है.
‘विकेट के पीछे धोनी के अधिकतर फैसले सही’
विराट के पास मैच के दौरान डीआरएस के तहत अंपायर के फैसले के खिलाफ अपील करने के लिए बहुत ही आसान योजना है. विराट जानते हैं कि धोनी के पास क्रिकेट की शानदार सोच के साथ ही वो विकेट के पीछे कितने चपल रहते हैं.
विराट ने धोनी के जुड़े आंकड़ों को मैच से दो दिन पहले देखा. इसमें विराट ने पाया कि धोनी की 90 फीसदी अपील सही होती है. बस विराट को अपने पूर्व कप्तान की इसी सोच के साथ डीआरएस पर निर्णय लेने की युक्ति भी आ गई.
‘धोनी कहेंगे तो डीआरएस के लिए अपील करूंगा’
विराट ने कहा, ‘धोनी के स्टैट्स को देखते हुए यह पाया कि उनकी की गई 90 फीसदी अपील सही होती है. बतौर कप्तान मुझे डीआरएस को लेकर और कुछ नहीं सोचना. मैं मैच के दौरान माही से पूछ कर इस पर निर्णय लूंगा. अगर वो कहेंगे की अपील करनी चाहिए तो करूंगा.’
विराट ने आगे कहा, ‘धोनी का एक शब्द ही काफी और सबसे भरोसेमंद होगा. इस निर्णय के लिए वो सबसे बेहतर स्थिति में होंगे. साथ ही वो इस समय सबसे चतुर क्रिकेटर हैं.’
धोनी को पसंद नहीं डीआरएस
अपनी कप्तानी के दौरान महेंद्र सिंह धोनी हमेशा ही डीआरएस के खिलाफ रहे हैं. उस दौरान भारत ने वनडे और टी20 मैचों के दौरान इस नियम को लागूल करने से इंकार कर दिया था. हालांकि विराट की कप्तानी में भारतीय सरजमीं पर खेले गए पिछले टेस्ट सीरीज के दौरान भारत ने डीआरएस को एक प्रयोग के तौर पर आजमाया और अब पहली बार वनडे में भी इसे देखा जाएगा.