
मिस्ट्री स्पिनर वरुण चक्रवर्ती भारतीय टीम के साथ-साथ कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी रहे हैं. वरुण का मानना है कि निरंतरता सफलता की कुंजी है और वह अपने खेल में नए बदलाव लाने पर काम कर रहे हैं.
वरुण ने भारत की हाल ही में चैम्पियंस ट्रॉफी की जीत में अहम भूमिका निभाने तक, जिसमें उन्होंने नौ विकेट लिए. आर्किटेक्ट से क्रिकेटर बने इस खिलाड़ी का सफर शानदार रहा है. चक्रवर्ती ने हाल में चैम्पियंस ट्रॉफी के दौरान कुलदीप यादव (7 विकेट), रवींद्र जडेजा (5) और अक्षर पटेल (5) के साथ मिलकर एक घातक स्पिन चौकड़ी बनाई और विपक्षियों के खिलाफ एक जाल बिछा दिया था.
33 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा, 'मुख्य काम निरंतरता पर काम करना है, जिस पर महारत हासिल करना सबसे कठिन काम है, मैं इसे हासिल करने के लिए लगातार काम कर रहा हूं. मैं कुछ अन्य गेंदों पर काम कर रहा हूं, जिनके बारे में मुझे उम्मीद है कि मैं आने वाले खेलों में अच्छा प्रदर्शन करूंगा.'
केकेआर शनिवार को ईडन गार्डन्स में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के खिलाफ अपने आईपीएल अभियान की शुरुआत करेगी. इस सीजन के सबसे प्रतीक्षित मुकाबलों में से एक चक्रवर्ती का आरसीबी के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली के साथ आमना-सामना होगा. हालांकि उन्होंने बेंगलुरु स्थित फ्रेंचाइजी के साथ किसी विशेष प्रतिद्वंद्विता को कमतर आंकते हुए कहा कि कोई खास बात नहीं है, बस उन मैचों की स्थिति ने मुझे विकेट लेने में मदद की.
केकेआर के पास अजिंक्य रहाणे के रूप में एक नया कप्तान और टी20 के दिग्गज ड्वेन ब्रावो के रूप में एक मेंटर है. वरुण ने कहा- टीम अच्छी दिख रही है. मुझे लगता है कि अगर हम पहले तीन मैचों में एक सेट कोर प्राप्त करने में सक्षम हैं, तो हमारे पास इस सीजन में आगे बढ़ने के लिए बहुत अच्छे अवसर हैं.
आर्किटेक्ट रह चुके हैं वरुण
चक्रवर्ती ने शुरुआत में आर्किटेक्चर में डिग्री हासिल की और 25 साल की उम्र में अपने क्रिकेट के सपनों को पूरा करने से पहले एक फ्रीलांसर के रूप में काम किया. उनको तमिलनाडु प्रीमियर लीग में उनकी सफलता मिली, जहां उनके प्रदर्शन ने तत्कालीन किंग्स इलेवन पंजाब के कप्तान आर अश्विन का ध्यान आकर्षित किया और फ्रेंचाइजी ने उन्हें 2019 आईपीएल नीलामी में 8.4 करोड़ रुपये में हासिल किया.
IPL से बदली किस्मत
हालांकि उनकी किस्मत तब बदल गई जब केकेआर ने उन्हें 2020 सीजन से पहले अपने साथ जोड़ लिया. उस सीजन में वरुण ने 20.94 के एवरेज से 17 विकेट हासिल किए थे. इसके बाद उन्होंने IPL में शानदार फॉर्म बरकरार रखा. 2021 में उन्होंने 18 विकेट, 2022 में 6 विकेट, 2023 में 20 और 2024 में 21 विकेट हासिल किए.
2021 में आईपीएल के प्रदर्शन की वजह से उस वर्ष के अंत में ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए भारत की पहली कॉल-अप दिलाई. लेकिन दुर्भाग्य से फिटनेस संबंधी समस्याओं ने उन्हें हटने के लिए मजबूर कर दिया, जिसके कारण उन्हें राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (NCA) में रिहैब के लिए जाना पड़ा. चक्रवर्ती ने आखिरकार 2021 में श्रीलंका के खिलाफ भारत के लिए पदार्पण किया और जल्द ही उन्हें टी20 विश्व कप के लिए चुना गया. उन्होंने 2021 में 18 विकेट चटकाते हुए अपना प्रभावशाली आईपीएल रन जारी रखा और बाद में 2023 में 20 विकेट लेकर अपना सर्वश्रेष्ठ सीजन दिया.
आईपीएल 2024 में चक्रवर्ती 21 विकेट लेकर दूसरे सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज थे, जिन्होंने केकेआर के खिताब जीतने के अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. सुनील नरेन के साथ उनकी साझेदारी घातक रही और केकेआर को एक दशक के लंबे इंतजार के बाद अपनी तीसरी आईपीएल ट्रॉफी जीतने में मदद की.