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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अहमदाबाद में 2011 वर्ल्ड कप क्वार्टर फाइनल के दौरान सुरेश रैना के शानदार कवर ड्राइव अभी भी याद हैं और उनका मानना है कि इस हरफनमौला के असंख्य प्रशंसकों को उनकी कमी खलेगी. रैना ने 15 अगस्त को महेंद्र सिंह धोनी के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के कुछ मिनट बाद ही खुद भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया.
'आप हर बार... चुनौतियों से निखरकर आए'
दोनों धुरंधर और अभिन्न मित्र अब चेन्नई सुपर किंग्स के लिए इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में खेलेंगे. धोनी को प्रशंसा पत्र लिखने के बाद मोदी ने रैना को दो पन्ने का पत्र लिखकर कहा,‘मैं संन्यास शब्द का इस्तेमाल नहीं करना चाहता क्योंकि आप को काफी युवा और ऊर्जावान हैं.’ उन्होंने लिखा,‘आपके क्रिकेट करियर में कई बार चोटों के कारण आपको नाकामी झेलनी पड़ी, लेकिन आप हर बार उन चुनौतियों से निखरकर आए.’
रैना ने प्रधानमंत्री को धन्यवाद देते हुए ट्वीट किया,‘जब हम खेलते हैं तो देश के लिए खून पसीना देते हैं. देशवासियों से मिले प्यार और देश के प्रधानमंत्री से मिले इस प्यार से बड़ी कोई प्रशंसा नहीं. धन्यवाद नरेंद्र मोदी जी आपकी प्रशंसा और शुभकामनाओं के लिए.’
... मोटेरा में वो 34 रनों की नाबाद पारी
मोदी ने पत्र में लिखा कि उन्होंने मोटेरा में 2011 विश्व कप क्वार्टर फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रैना की 34 रनों की नाबाद पारी का पूरा मजा लिया था. उन्होंने लिखा ,‘भारत 2011 विश्व कप में आपकी प्रेरणास्पद भूमिका को नहीं भुला सकता. मैंने मोटेरा स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में आपको पारी के सूत्रधार की भूमिका निभाते देखा.’
दरअसल, क्वार्टर फाइनल में 261 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए युवराज सिंह और सुरेश रैना (नाबाद 34) ने छठे विकेट के लिए 74 रनों की नाबाद साझेदारी की थी. जिससे भारत सेमीफाइनल में पहुंचा था. युवराज सिंह (नाबाद 57) मैन ऑफ द मैच रहे थे.
'जो दूसरों की सफलता का जश्न मनाता था'
मोदी ने कहा,‘मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि प्रशंसकों को आपके कवर ड्राइव्स की कमी खलेगी जो मैंने उस दिन देखे.’ मोदी उस समय गुजरात के मुख्यमंत्री थे. उन्होंने रैना को परिपक्व ‘टीम मैन’ बताया जो दूसरों की सफलता का जश्न मनाता था.
उन्होंने लिखा, ‘सुरेश रैना हमेशा टीम भावना के लिए याद किए जाएंगे. आपके निजी रिकॉर्ड के लिए नहीं, बल्कि टीम के और देश के गौरव के लिए खेला.’ उन्होंने लिखा,‘टीम पर आपको उत्साह प्रेरणास्पद था और हमने देखा है कि विरोधी टीम का विकेट गिरने पर सबसे पहले आप ही जश्न मनाते थे.’
'रफ्तार और चुस्ती टीम के लिए काम आती रही'
मोदी ने कहा,‘एक बल्लेबाज के तौर पर आप सभी प्रारूपों खासकर टी20 में बखूबी ढले हुए थे. यह आसान प्रारूप नहीं है.’ उन्होंने कहा ,‘इसमें काफी चुस्ती-फुर्ती की जरूरत होती है. आपकी रफ्तार और चुस्ती टीम के लिए काफी काम आती रही है.’
प्रधानमंत्री ने उनके चुस्त क्षेत्ररक्षण की तारीफ करते हुए कहा ,‘आपकी फील्डिंग शानदार और मिसाल रही. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कुछ बेहतरीन कैच आपने लपके. चुस्त क्षेत्ररक्षण से आपने कई रन बचाए.’ उन्होंने स्वच्छ भारत अभियान और महिला सशक्तीकरण में योगदान के लिए भी रैना की सराहना की.