
तारीख 28 मार्च, साल 1955... न्यूजीलैंड का ऑकलैंड जहां पर टेस्ट क्रिकेट ने एक इतिहास दर्ज किया, वह इतिहास जो शायद ही कभी कोई टीम अपने नाम अब करना चाहे. इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच खेले जा रहे टेस्ट मुकाबले में न्यूजीलैंड ने टेस्ट क्रिकेट के इतिहास का सबसे कम स्कोर अपने नाम दर्ज किया. इंग्लैंड के खिलाफ कीवी टीम मात्र 26 रनों पर ही बिखर गई. जिसके बाद से टेस्ट क्रिकेट में यह अभी तक इतिहास है.
... जब बना टेस्ट क्रिकेट का सबसे कम स्कोर
साल 1955 में इन दोनों टीमों के बीच खेली गई दो मुकाबलों की टेस्ट सीरीज गेंदबाजों के लिए ही मुफीद रही. इंग्लैंड ने दोनों मुकाबले जीतकर सीरीज में 2-0 से कब्जा किया साथी ही कीवी टीम को ऑकलैंड के इडेन पार्क में खेले गए दूसरे टेस्ट में मात्र 26 रनों पर समेट दिया. डुनेडिन के यूनिवर्सिटी ओवल में खेले गए पहले टेस्ट में जीत दर्ज करने के बाद इंग्लैंड ने दूसरे टेस्ट में भी ठीक शुरुआत की. पहली पारी में न्यूजीलैंड को 200 रनों पर ऑलआउट किया.
जिसके बाद 46 रनों की बढ़त के साथ उसने अपनी बल्लेबाजी भी खत्म की. मुकाबले का तीसरा दिन, इंग्लैंड के पास सिर्फ 46 रनों की बढ़त और वह दूसरे टेस्ट में पारी और 20 रनों के अंतर से जीत दर्ज करती है. ऑकलैंड टेस्ट की दूसरी पारी में न्यूजीलैंड टीम का कोई भी बल्लेबाज इंग्लैंड के गेंदबाजों के सामने नहीं टिक पाया. पूरी टीम मात्र 26 रनों पर ही भरभरा गई. इस पारी की सबसे बड़ी साझेदारी निकली छठे विकेट के लिए, वो भी मात्र 8 रन. कीवी कप्तान ज्योफ रैबोन (7) ने बल्लेबाज हैरी केव (5) के साथ मिलकर पारी की सबसे बड़ी साझेदारी की.
टेस्ट क्रिकेट : सबसे कम स्कोर पर ढेर हुई टीम
26 रन, न्यूजीलैंड, विरुद्ध इंग्लैंड (1955, ऑकलैंड)
30 रन, साउथ अफ्रीका, विरुद्ध इंग्लैंड (1896, पोर्ट एलिजाबेथ)
30 रन, साउथ अफ्रीका, विरुद्ध इंग्लैंड (1924, बर्मिंघम)
35 रन, साउथ अफ्रीका, विरुद्ध इंग्लैंड (1899, केपटाउन)
8 बल्लेबाज जीरो और 1 रन पर हुए आउट
न्यूजीलैंड की ओर से बर्ट सटक्लिफ (11) के अलावा कोई भी बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा नहीं छू पाया. कुल 8 कीवी बल्लेबाज 1 और 0 के स्कोर पर पवेलियन वापस लौटे. कीवी टीम तेज गेंदबाज बॉब एपलयार्ड (4 विकेट) और ब्रायन स्टैथम (3 विकेट) के आगे नतमस्तक नजर आई. दोनों गेंदबाजों ने मिलकर कुल 16 रन देकर 7 विकेट अपने नाम किए. न्यूजीलैंड से पहले यह रिकॉर्ड दक्षिण अफ्रीका के नाम था, दक्षिण अफ्रीका इससे पहले दो बार 30 के स्कोर पर ऑलआउट हो चुकी थी.
दक्षिण अफ्रीका साल 1924 में और साल 1896 में इंग्लैंड के खिलाफ ही 30 रन के स्कोर पर सिमट गई थी. भारतीय टीम का टेस्ट क्रिकेट में सबसे कम स्कोर 36 रन है. भारतीय टीम एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ साल 2020 में डे-नाइट टेस्ट मुकाबले की दूसरी पारी में महज 36 पर ही सिमट गई थी. हालांकि इस पारी के बाद टीम इंडिया ने वापसी करते हुए टेस्ट सीरीज अपने नाम की.