
भारत में सोमवार की सुबह क्रिकेट फैन्स के लिए सवालों से घिरी हुई थी. क्या भारत वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में पहुंचेगा? क्या श्रीलंका न्यूजीलैंड में इतिहास रचेगा? एक तरफ अहमदाबाद में भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच आखिरी टेस्ट मैच का आखिरी दिन था, दूसरी ओर क्राइस्टचर्च में न्यूजीलैंड-श्रीलंका के बीच जारी पहले टेस्ट का भी आखिरी दिन था. वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में पहुंचने के लिए टीम इंडिया के फैन्स की नज़रें क्राइस्टचर्च में टिकी थी, जो उम्मीद भारत के हर फैन ने लगाई थी वो सफल साबित हुई.
क्राइस्टचर्च में एक ऐसा टेस्ट मैच देखने को मिला, जिसे टेस्ट क्रिकेट इतिहास का सबसे रोमांचक मैच भी कहा जा सकता है. एक-एक विकेट के लिए लड़ती हुई श्रीलंका की टीम, पहले रनों की बौछार करती और बाद में एक-एक रन लेती न्यूजीलैंड की टीम, अंत में विकेटों की बौछार और फिर केन विलियमसन की ऐसी पारी जिसने उनकी टीम नहीं बल्कि भारत को फायदा पहुंचाया.
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न्यूजीलैंड अक्सर आईसीसी के इवेंट्स में भारत का सपना तोड़ता हुआ नज़र आता है, लेकिन इस बार उसकी वजह से टीम इंडिया वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप 2023 के फाइनल में पहुंची है. यह कमाल कैसे हो पाया और आखिरी बॉल तक किस तरह क्रिकेट फैन्स की सांसें थमी रहीं, क्राइस्टचर्च मैच के रोमांच की कहानी पढ़िए...
क्राइस्टचर्च टेस्ट को जीतने के लिए न्यूजीलैंड को 285 रनों का लक्ष्य मिला था. आखिरी दिन यह लक्ष्य हासिल करना मुश्किल था, लेकिन नामुमकिन नहीं था. हालांकि, श्रीलंका भी मेजबान टीम को पूरी तरह टक्कर दे रहा था. न्यूजीलैंड की ओर से केन विलियमसन ने शतकीय पारी खेली तो पहली पारी में शतक जमाने वाले डिरेल मिचेल ने भी तूफानी बल्लेबाजी की.
जब न्यूजीलैंड को जीत के लिए आखिरी 20 ओवर में 150 रन के करीब चाहिए थे, तब उन्होंने बल्लेबाजी का गियर बदला और तूफानी बैटिंग शुरू कर दी. इसकी अगुवाई डिरेल मिचेल ने की, जिन्होंने 81 रनों की अपनी पारी में 3 चौके, 4 छक्के जमाए. केन विलियमसन के साथ मिलकर डिरेल मिचेल ने सिर्फ 157 बॉल में 142 रनों की साझेदारी की.
आखिरी 3 ओवर की कहानी...
टेस्ट मैच का आखिरी दिन, आखिरी सेशन और अंतिम 3 ओवर में न्यूजीलैंड को जीत के लिए 20 रनों की जरूरत थी. यानी 18 बॉल में 20 रन. 68वें ओवर में न्यूजीलैंड का एक विकेट गिरा और उसने 5 रन बटोरे, 69वें ओवर में भी ऐसा ही हुआ. न्यूजीलैंड ने 7 रन बनाए और एक विकेट खो दिया. यानी आखिरी ओवर में न्यूजीलैंड को 7 रनों की जरूरत थी और उसके पास 3 ही विकेट बचे थे. यहां मामला पूरी तरह से टाइट हो चुका था.
आखिरी ओवर में स्ट्राइक केन विलियमसन के पास थी, लेकिन उन्होंने पहली बॉल पर ही सिंगल ले लिया. दूसरी बॉल पर मैट हेनरी ने सिंगल लिया, लेकिन तीसरी बॉल पर केन विलियमसन दो रन लेने के लिए दौड़े और मैट हेनरी रनआउट हो गए. अब आखिरी 3 बॉल पर 5 रनों की जरूरत थी, ओवर की चौथी बॉल पर केन विलियमसन ने चौका मार दिया और स्कोर टाई हो गया.
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यहां आखिरी दो बॉल पर एक रन की जरूरत थी, दो बॉल पर विकेट आता या डॉट होती तो मैच टाई हो जाता. ओवर की पांचवीं बॉल डॉट गई, अब एक बॉल पर एक ही रन चाहिए था. श्रीलंका ने पूरी फील्ड विकेट के आसपास बिछा दी थी, केन विलियमसन ने आखिरी बॉल पर एक रन के लिए दौड़ लगाई. वह क्रीज पर जाकर कूद गए और इस डाइव ने उनकी जान बचा ली. इस तरह रोमांचक मैच में न्यूजीलैंड ने जीत हासिल की.
टेस्ट मैच का आखिरी ओवर, जीत के लिए 8 रनों की जरूरत
69.1 ओवर- केन विलियमसन ने 1 रन लिया
69.2 ओवर- मैट हेनरी ने 1 रन लिया
69.3 ओवर- मैट हेनरी रन आउट हुए (1 रन बना)
69.4 ओवर- केन विलियमसन ने चौका लगाया
69.5 ओवर- डॉट बॉल
69.6 ओवर- केन विलियमसन ने 1 रन लिया (न्यूजीलैंड मैच जीता)
न्यूजीलैंड की जीत से भारत को फायदा
ऑस्ट्रेलिया वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में पहले ही क्वालिफाइ कर चुकी है. लेकिन लड़ाई भारत और श्रीलंका के बीच थी, श्रीलंका के लिए कहानी मुश्किल थी लेकिन क्रिकेट में कुछ भी हो सकता था. श्रीलंका को फाइनल में पहुंचने के लिए न्यूजीलैंड को उसके घर में 2-0 से मात देनी थी. न्यूजीलैंड पहले तो मैच में बैकफुट पर गया, लेकिन बाद में उसने जबरदस्त वापसी की. और मैच में जीत हासिल कर ली. इसी के साथ टीम इंडिया फाइनल में पहुंच गई.
श्रीलंका और न्यूजीलैंड मैच का स्कोरबोर्ड
- श्रीलंका पहली पारी- 355, न्यूजीलैंड पहली पारी- 373
- श्रीलंका दूसरी पारी- 302, न्यूजीलैंड दूसरी पारी- 285/8
वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप की प्वाइंट टेबल-
- ऑस्ट्रेलिया- 68.52 जीत प्रतिशत, 11 जीत, 3 हार, 4 ड्रॉ
- भारत- 60.29 जीत प्रतिशत, 10 जीत, 5 हार, 2 ड्रॉ
- साउथ अफ्रीका- 55.56 जीत प्रतिशत, 8 जीत, 6 हार, 1 ड्रॉ
- श्रीलंका- 48.48 जीत प्रतिशत, 5 जीत, 5 बार, 1 ड्रॉ
जीत प्रतिशत के क्या हैं मायने
बता दें कि इस बार वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फॉर्मूले में कुछ बदलाव हुआ है, पहले यह रैंकिंग टीमों के प्वाइंट्स के हिसाब से तय होती थी. लेकिन इस बार इसे जीत प्रतिशत के हिसाब से तय किया गया है. यानी वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के पूरे सर्कल में जिन दो टीमों का जीत प्रतिशत सबसे बेहतर होगा, वह टीमें फाइनल में होंगी. इस मामले में ऑस्ट्रेलिया और भारत ने बाज़ी मारी है, इसी वजह से वह प्वाइंट टेबल में टॉप पर हैं. ऐसा इसलिए किया गया था क्योंकि WTC की एक सायकल में हर टीम को सीरीज तो बराबर मिल रही हैं, लेकिन मैच बराबर नहीं मिल रहे हैं इसी वजह से जीत प्रतिशत को ही अंतिम पैमाना माना गया है.
कब और होगा वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप-2023 का फाइनल?
टीमें- भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया
तारीख- 7 से 11 जून, 2023
जगह- द ओवल, लंदन
रिजर्व डे- 12 जून