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Sachin Tendulkar: मोहम्मद अजहरुद्दीन के इस फैसले ने बदल दी थी सचिन तेंदुलकर की किस्मत... फिर ODI में की रनों की बारिश

सचिन तेंदुलकर ने इंटरनेशनल क्रिकेट में 34 हजार से ज्यादा रन बनाए. देखा जाए तो सचिन अपने करियर के 70वें वनडे मुकाबले में पहली बार ओपनिंग करने उतरे थे. तत्कालीन भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन का वो फैसला सचिन के करियर का टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ था.

Sachin Tendulkar (@Reuters) Sachin Tendulkar (@Reuters)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 27 मार्च 2024,
  • अपडेटेड 10:30 AM IST

भारतीय क्रिकेट के इतिहास में आज (27 मार्च) का दिन काफी खास है. 30 साल पहले इसी दिन 1994 में सचिन तेंदुलकर ने पहली बार वनडे इंटरनेशनल मुकाबले में ओपनिंग की थी. सचिन तब नियमित ओपनर नवजोत सिंह सिद्धू के स्थान पर न्यूजीलैंड के खिलाफ ऑकलैंड वनडे में पारी का आगाज करने उतरे थे. सिद्धू की गर्दन में तकलीफ थी, ऐसे में तत्कालीन भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन ने सचिन को सलामी बल्लेबाज के रूप में उतारने का फैसला किया. सचिन के वनडे करियर का वह 70वां मैच था.

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सचिन ने ओपनिंग कर धमाल मचाया

सचिन तेंदुलकर ने ओपनिंग के अपने डेब्यू पर धमाल मचा दिया और 49 गेंदों पर 82 रनों की तूफान पारी खेली. सचिन ने इस दौरान 15 चौके और दो छक्के लगाए. न्यूजीलैंड के ऑलराउंडर गेविन लार्सन उस मैच को कभी याद नहीं करना चाहेंगे. सचिन ने उनके पहले ही ओवर में तीन चौके और एक सिक्स लगाया. ऐसे में दो ओवर बाद ही उन्हें गेंदबाजी से हटा दिया गया था. भारत ने सचिन की विस्फोटक बैटिंग के दम पर 143 रनों के टारगेट को 23.3 ओवर्स में ही सात विकेट बाकी रहते हासिल कर लिया था. सचिन 'प्लेयर ऑफ द मैच' रहे थे.

फिर ओ़डीआई में लगाई शतकों की झड़ी

सचिन तेंदुलकर ने फिर 9 सितंबर 1994 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कोलंबो के आर. प्रेमदासा स्टेडियम में 110 रनों की पारी खेली. सचिन के वनडे करियर का यह पहला शतक रहा, जो उनके वनडे करियर के 79वें मैच में आया था. सचिन ने उस शतक के बाद वनडे में शतकों की झड़ी लगा दी. सचिन तेंदुलकर ने बतौर ओपनर 344 वनडे इंटरनेशनल मुकाबले खेले. इस दौरान उन्होंने 48.29 की औसत से 15310 रन बनाए, जिसमें 45 शतक शामिल रहे.

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सचिन तेंदुलकर, फोटो क्रेडिट: Getty Images

इसके उलट सचिन तेंदुलकर ने निचले क्रम/मिडिल ऑर्डर में 119 वनडे मैच खेले, जिसमें उन्होंने 33 के एवरेज से 3116 रन बनाए. सचिन ने निचले क्रम/मिडिल ऑर्डर में सिर्फ 4 शतक लगाए. कहने का मतलब है कि सचिन ने अपने 49 में से 45 वनडे शतक ओपनिंग करते हुए लगाए.

मोहम्मद अजहरुद्दीन भी चाहते थे कि सचिन तेंदुलकर वनडे इंटरनेशनल में ओपनिंग करें. अजहरुद्दीन ने एक इंटरव्यू में कहा था. 'मेरे दिमाग में पहले से ही था कि सचिन तेंदुलकर से ओपनिंग करवाऊं. पांचवें या छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने के चलते उन्हें 5-6 ओवर ही खेलने को मौका मिलता था. मैंने सोचा कि सचिन जैसे आक्रामक बल्लेबाज को निचले क्रम में उतारने से उनका सही इस्तेमाल नहीं हो रहा है. इसके बाद मैंने उनसे ओपनिंग करने को कहा.'

सचिन क्यों बनना चाहते थे ओपनिंग बल्लेबाज

सचिन तेंदुलकर भी ओपनिंग करने के लिए काफी उत्सुक थे. इसके लिए सचिन ने तत्कालीन कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन और मैनेजर अजीत वाडेकर से अपील भी की थी. सचिन ने अपने आत्मकथा 'प्लेइंग-इट माय वे' में लिखा है, 'मेरे पास गेंदबाजों पर आक्रमण करने की क्षमता थी. वनडे के पहले 15 ओवरों में फील्ड प्रतिबंधों का फायदा उठाना एक बड़ी बात थी. मुझे खुद को साबित करने का एक मौका चाहिए था. मैंने वाडेकर सर से कहा था कि अगर मैं असफल रहा, तो दोबारा ओपनिंग की बात नहीं करूंगा.'

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सचिन तेंदुलकर ने 664 इंटरनेशनल मैचों में रिकॉर्ड 34 हजार 357 रन बनाए. इस दौरान सचिन के बल्ले से 100 शतक और 164 अर्धशतक निकले. सचिन तेंदुलकर ने गेंदबाजी में भी कमाल दिखाते हुए 201 विकेट अपने नाम किए. साल 2013 में वेस्टइंडीज के खिलाफ वानखेड़े में आयोजित टेस्ट मुकाबले के बाद मास्टर ब्लास्टर ने अपने शानदार करियर पर विराम लगाने की घोषणा की थी.

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