
भारतीय क्रिकेट टीम के टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंचने में नाकाम रहने के बाद भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) की टेढ़ी नजर सबसे पहले चयनकर्ताओं पर पड़ी है. बोर्ड ने इंग्लैंड के हाथों सेमीफाइनल में मिली शर्मनाक हार के ठीक आठवें दिन चेतन शर्मा की अगुआई वाली चार सदस्यीय राष्ट्रीय चयन समिति को बाहर का रास्ता दिखा दिया. यानी ऑस्ट्रेलिया में कभी न भुलाने वाली टीम इंडिया की इस करारी शिकस्त का पहला ठीकरा सेलेक्टर्स पर फूटा है. बीसीसीआई के इस कड़े फैसले के बाद माना जा सकता है कि 2024 के टी20 वर्ल्ड कप का 'रोडमैप' तय करने की दिशा में यह पहला कदम है.
टीम इंडिया में आमूल-चूल बदलाव की सुगबुगाहट
टीम इंडिया में आमूल-चूल बदलाव की सुगबुगाहट भी जोरों पर है. खुद कप्तान रोहित शर्मा निशाने पर हैं. इस लोकप्रिय छोटे फॉर्मेट के लिए उन्हें बाहर का रास्ता दिखाने की चर्चा हो रही है. हार्दिक पंड्या को भारत का नया टी20 कप्तान बनाए जाने की ओर मशक्कत की जा रही है. युवा खिलाड़ी पहली पसंद बनने जा रहे हैं, जो मैदान पर अपने करतबी प्रदर्शन से ताकत झोंकने का माद्दा रखते हैं. खुद कार्यवाहक कप्तान पंड्या मौजूदा न्यूजीलैंड दौरे के आगाज से ठीक पहले कह चुके हैं कि 2024 टी20 वर्ल्ड कप का रोडमैप शुरू हो गया है और कई खिलाड़ियों को टीम में जगह बनाने का दावा पुख्ता करने का मौका दिया जाएगा. जाहिर है आने वाले समय में भारतीय टीम में काफी बदलाव होंगे. साथ ही कई बड़े खिलाड़ियों की रवानगी हो जाएगी.
चयनकर्ताओं ने अपने रोल को आधे-अधूरे मन से निभाया
भारतीय क्रिकेट में बदलाव की ओर कदम तभी उठ गए थे, जब हर तरफ आलोचनाओं के बोल उभरने लगे. सच तो यह है कि चयनकर्ताओं ने अपनी जिम्मेदारी को आधे-अधूरे मन से निभाया. सवाल उठता है कि क्या चयनकर्ताओं ने कभी महत्वपूर्ण इवेंट के लिए पूरी ईमानदारी से टीमों का चयन किया..? चेतन शर्मा के कार्यकाल के दौरान भारतीय टीम 2021 में खेले गए टी20 विश्वकप के नॉकआउट चरण में नहीं पहुंच पाई थी. इसके अलावा वह वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में भी हार गई थी. इतना ही नहीं एशिया कप के सुपर-4 में ही टीम इंडिया का बोरिया-बिस्तरा बंध गया था.
द्रविड़ सर को मन माफिक टीम दी, फिर क्या हुआ?
टीम प्रबंधन को हमेशा वही टीम मिली जो वह चाहता था, फिर टी20 वर्ल्ड कप-2022 से ऐसी निराशाजनक विदाई क्यों हुई..? मुख्य कोच राहुल द्रविड़ को पूरा एक साल मिला. उन्होंने इस दौरान द्विपक्षीय सीरीज में कई बड़़े-बड़े प्रयोग के अलावा वर्कलोड मैनेजमेंट का सब्जबाग दिखाया. टीम इंडिया के प्रशंसकों को ऐसा लगा कि खास रणनीति के तहत टीम आगे बढ़ रही है. लेकिन जब टी20 वर्ल्ड कप के लिए 15 संभावितों को चुना गया तो नतीजा सिफर (शून्य) दिखा. स्क्वॉड में एक भी नया और उत्साह जगाने वाला चयन नहीं दिखा. यानी सभी प्रयोग धरे के धरे रह गए.
चयन समिति ने शायद अपना दिमाग नहीं लगाया
द्रविड़ सर जैसा चाहते थे चयनकर्ताओं ने उन्हें वैसी ही टीम उपलब्ध कराई. चयन समिति ने शायद अपना दिमाग नहीं लगाया और जैसा कहा गया वैसा करते गए. चेक एंड बैलेंस (अवरोध एवं संतुलन) वाली बात दिखी ही नहीं. हद तो तब हो गई, जब बीच टी20 वर्ल्ड कप न्यूजीलैंड दौरे के लिए टीम की घोषणा कर दी. इतना भी नहीं सोचा कि खिलाड़ियों का ध्यान इससे भंग हो सकता है. टूर्नामेंट 13 नवंबर को खत्म होना था और न्यूजीलैंड दौरा 18 नवंबर से निर्धारित था. फिर भी टीम के ऐलान के लिए पांच दिन बचे थे... लेकिन वर्ल्ड कप के अहम मुकाबलों के खत्म होने का इंतजार तक नहीं किया जा सका और चयनकर्ताओं ने अपना रूटीन काम पूरा कर अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ लिया.
... क्रांतिकारी बदलाव की ओर बीसीसीआई
खैर... देर से ही सही बोर्ड अब जाग चुका है. कहां-कहां परेशानी है उस पर गौर किया जा चुका है. खासकर टी20 फॉर्मेट के लिए क्रांतिकारी बदलाव की ओर बीसीसीआई बढ़ रहा है. एक सीनियर राष्ट्रीय चयनकर्ता का कार्यकाल अमूमन चार साल का होता है और उसे आगे भी बढ़ाया जा सकता है था, लेकिन बोर्ड ने इससे पहले ही राष्ट्रीय चयन समिति को बर्खास्त कर कड़ा संदेश दिया है. अब ऐसा माना जा सकता है कि बड़े खिलाड़ी... बड़े रिकॉर्ड से काम नहीं चल सकता और इसी आधार पर खिलाड़़ी टीम में नहीं बना रह सकता.
अश्विन ने अगली पीढ़ी को कह दिया- बेस्ट ऑफ लक!
कुल मिलाकर अब कहा जा सकता है टी20 फॉर्मेट में अनुभव का क्या काम..? फटाफट क्रिकेट के दौरान पल भर में उलट-पलट हो सकता है. ऐसे में खिलाड़ियों का जोश और जज्बा ही काम आएगा. रविचंद्रन अश्विन ने एक कार्यक्रम के दौरान यहां यहां तक कह दिया कि 2024 टी20 वर्ल्ड कप की तैयारी शुरू हो चुकी है. उन्होंने अगली पीढ़ी को शुभकामनाएं दी हैं... यानी अब आगे उनके जैसा खिलाड़ी टीम में नहीं होगा.