
Pakistan vs England: इंग्लैंड क्रिकेट टीम दिनों पाकिस्तान दौरे पर हैं. 17 साल बाद इंग्लैंड की पुरुष टीम ने यह ऐतिहासिक दौरा किया है. टीम अभी कराची में है. मगर इसी बीच इंग्लैंड टीम के एक बड़ा झटका लगा है. उनके कप्तान जोस बटलर को दौरे से बाहर होना पड़ा है.
बता दें कि इंग्लैंड टीम गुरुवार (15 सितंबर) को ही पाकिस्तान दौरे पर पहुंची है. यहां दोनों टीमें के बीच आज से (20 सितंबर) 2 अक्टूबर तक कराची और लाहौर में 7 टी20 मैच खेले जाएंगे. सीरीज के शुरुआती 4 मुकाबले कराची में खेले जाएंगे, जबकि आखिरी तीन मैच लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में होंगे.
'पिंडली की चोट से जूझ रहे जोस बटलर'
दौरे का अभी आगाज भी नहीं हुआ है, मगर इससे ठीक पहले ही इंग्लैंड के लिए कप्तान के बाहर होने वाली बुरी खबर सामने आ गई है. दरअसल, जोस बटलर को इस समय पिंडली में चोट की शिकायत है, जिससे पह उबर रहे हैं, ऐसे में वह दौरे से बाहर हो सकते हैं. वैसे सूत्रों का कहना है कि बटलर दौरे के आखिरी एक या दो मैच खेल सकते हैं. मगर अभी इसकी पुष्टि नहीं है.
'इंग्लैंड टीम की कप्तानी करना सम्मान की बात'
जोस बटलर होने के साथ ही स्पिन ऑलराउंडर मोईन अली को टीम की कमान सौंप दी गई है. मोईन ही सीरीज में कप्तानी करते नजर आएंगे. मंगलवार को होने वाले सीरीज के पहले मुकाबले से ठीक पहले मोईन अली ने कहा, 'दुनिया में कहीं भी किसी भी मैच में इंग्लैंड टीम की कप्तानी करना बड़े सम्मान की बात है.' बटलर टीम के साथ हैं और रिहैब की प्रक्रिया से गुजर रहे हैं.
दरअसल, 2009 में लाहौर में श्रीलंकाई टीम की बस पर आतंकवादियों ने हमला कर दिया था, जिसके बाद पाकिस्तान को संयुक्त अरब अमीरात (UAE) जैसे तटस्थ स्थानों पर अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने के लिए मजबूर होना पड़ा. इस दौरान यूएई में पाकिस्तान ने 2012 और 2015 में इंग्लैंड की मेजबानी की थी.
पिछला पाकिस्तान दौरा 2005 में किया था
मगर पिछली बार इंग्लैंड टीम ने 2005 में पाकिस्तान का दौरा किया था. उस वक्त पाकिस्तान सरकार आतंकवादियों के साथ-साथ तालिबान जैसे मुद्दों में उलझी हुई थी. तब से सुरक्षा की स्थिति में काफी सुधार हुआ है, लेकिन तालिबान के अफगानिस्तान में सत्ता में वापस आने के बाद से पाकिस्तान में हमलों में तेजी आई है.
इसी साल मार्च में एक आत्मघाती हमलावर ने उत्तर-पश्चिमी शहर पेशावर में एक शिया मस्जिद पर हमला किया, जिसमें 64 लोग मारे गए थे. बता दें कि यह दौरान इंग्लैंड को तो पिछले ही साल करना था, लेकिन ईसीबी ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए रद्द कर दिया था.