
Pakistan in World Cup 2023: बाबर आजम की कप्तानी वाली पाकिस्तान क्रिकेट टीम, एशिया कप 2023 से पहले इस टीम को खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा था, क्योंकि यह आईसीसी वनडे रैंकिंग में नंबर-1 की पोजिशन पर काबिज थी. माना जा रहा था कि एशिया कप का फाइनल भारत और पाकिस्तान के बीच ही खेला जाएगा.
जहां खिताबी मुकाबले में दोनों टीमों के बीच तगड़ी जंग होगी. मगर एशिया कप में इसके उलट ही देखने को मिला. एशिया कप में पाकिस्तान टीम ने कुल 5 मैच खेले, जिसमें से नेपाल और बांग्लादेश को ही हरा सकी. भारत के खिलाफ एक मैच बारिश से धुल गया था.
एशिया कप फाइनल में भी नहीं पहुंचा पाकिस्तान
जबकि रोहित शर्मा की कप्तानी वाली भारतीय टीम ने सुपर-4 के मुकाबले में पाकिस्तान को 228 रनों के अंतर से बुरी तरह हराया था. इसके बाद श्रीलंका की बारी थी, उसने भी सुपर-4 के करो या मरो के मैच में पाकिस्तान को 2 विकेट से हराकर बाहर कर दिया.
इसके बाद फाइनल मैच भारत और श्रीलंका के बीच हुआ, जिसमें रोमांचक मुकाबले की उम्मीद लगाए बैठे फैन्स को काफी निराशा मिली. भारतीय टीम ने श्रीलंका को 50 रनों पर ढेर किया और फिर 10 विकेट से फाइनल और खिताब जीत लिया.
मगर यहां देखने वाली बात है कि वनडे की जिस नंबर-1 टीम को एशिया कप के फाइनल का प्रबल दावेदार माना जा रहा था, आखिर उसकी यह दुर्दशा कैसे हुई. आइए जानते हैं वर्ल्ड कप से पहले पाकिस्तान टीम के लड़खड़ाने के 5 बड़े कारण....
- दो स्टार तेज गेंदबाजों का चोटिल होना
एशिया कप के दौरान पाकिस्तान टीम के दो स्टार तेज गेंदबाज चोटिल हो गए थे, जिसके कारण टीम को बड़ा झटका लगा था. भारत के खिलाफ मैच के दौरान नसीम शाह के कंधे पर चोट लगी थी. खबर है कि नसीम वर्ल्ड कप से भी बाहर हो सकते हैं. उनके अलावा हारिस रऊफ भी भारत के खिलाफ मैच में ही चोटिल हो गए थे. उन्होंने सिर्फ 5 ओवर गेंदबाजी की थी. हालांकि उनके वर्ल्ड कप में खेलने की उम्मीदें बरकरार हैं.
- नसीम के बाहर होते ही शाहीन फ्लॉप!
दरअसल, पाकिस्तान टीम में तेज गेंदबाज शाहीन शाह आफरीदी के साथ नसीम शाह ओपनिंग बॉलिंग करते हैं. दिग्गजों का मानना है और देखा भी गया है कि नसीम शाह विपक्षी टीम के बल्लेबाजों पर दबाव बनाते हैं. उनके खिलाफ रन बनाना बल्लेबाजों के लिए बेहद मुश्किल काम होता है.
इसी वजह से बल्लेबाज शाहीन की बॉल पर रिस्क लेकर रन बनाने की कोशिश करते हैं, जिस कारण विकेट गंवा बैठते हैं. ऐसे में नसीम के दबाव के चलते शाहीन को विकेट मिलने के चांस ज्यादा होते हैं. नसीम के बाहर होने के बाद शाहीन भी फिके पड़ जाते हैं. एशिया कप के अलावा बाकी मैचों में यह साफ तौर पर देखा गया है.
- बड़ी टीमों के खिलाफ बाबर का बल्ला खामोश
एशिया कप में पाकिस्तान टीम के कप्तान बाबर आजम ने नेपाल के खिलाफ 151 रनों की शतकीय पारी खेली थी. मगर उसके बाद भारत और श्रीलंका जैसी बड़ी टीमों के खिलाफ उनका बल्ला खामोश ही रहा. बांग्लादेश के खिलाफ भी वो 17 रन ही बना सके थे. जबकि भारत के खिलाफ 10 और श्रीलंकाई टीम के खिलाफ 29 रन ही बना सके थे.
बड़ी टीमों के खिलाफ बाबर का यह फ्लॉप प्रदर्शन टीम के लिए सिरदर्द बना हुआ है. अब पाकिस्तान टीम को भारत दौरे पर वर्ल्ड कप खेलना है. ऐसे में पाकिस्तानी टीम मैनेजमेंट को इस ओर गंभीरता से ध्यान देना होगा. साथ ही बाबर को भी जमकर पसीना बहाना होगा.
- रेत के ढेर जैसा है पाकिस्तान का मिडिल ऑर्डर
बल्लेबाजी में पाकिस्तान क्रिकेट टीम का मिडिल ऑर्डर एकदम रेत के ढेर जैसा है. यह पूरी तरह से विकेटकीपर बल्लेबाज मोहम्मद रिजवान और बाबर आजम पर ही टिका होता है. इन दोनों के आउट होते ही पूरा मिडिल ऑर्डर रेत के ढेर की तरह तुरंत ढह जाता है.
एशिया कप में पाकिस्तान ने मिडिल ऑर्डर में आगा सलमान, सऊद शकील, अब्दुल्ला शफीक, मोहम्मद नवाज और मोहम्मद हारिस को आजमाया, लेकिन कोई भी टीम को मजबूती नहीं दे सका. किसी मैच में इफ्तिखार अहमद ने अच्छी पारी खेली, तो किसी मुकाबले में बाबर या रिजवान ने टीम को संभाला. यदि पाकिस्तान को वर्ल्ड कप में दमदार प्रदर्शन करना है, तो मिडिल ऑर्डर में इफ्तिखार, बाबर, रिजवान के अलावा भी कम से कम 2 मजबूत विकल्प और तलाशने होंगे.
- ओपनिंग जोड़ी का लगातार फ्लॉप प्रदर्शन
पाकिस्तान क्रिकेट टीम में ओपनिंग जोड़ी भी एक बड़ी समस्या रही है. वनडे में फखर जमां के साथ इमाम उल हक ओपनिंग में मोर्चा संभालते हैं, लेकिन यह भी अब तक बड़ी टीमों के खिलाफ कोई बड़ी साझेदारी करने में नाकाम रहे हैं. एशिया कप में इमाम चोटिल हो गए थे. इसके बाद श्रीलंका के खिलाफ आखिरी मैच में अब्दुल्ला शफीक से भी ओपनिंग कराई थी.
उस मैच में शफीक ने फिफ्टी लगाई थी, पर फखर 4 रन पर ही आउट हो गए थे. भारत के खिलाफ भी 17 रन पर पहला विकेट (इमाम) गंवा दिया था. बांग्लादेश के खिलाफ 35 रन की ही ओपनिंग साझेदारी हुई थी. जबकि नेपाल जैसी छोटी टीम ने भी 25 रनों पर दोनों ओपनर (फखर-इमाम) को पवेलियन भेज दिया था.