
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2023 में 1 मई को लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के बीच खेला गया मुकाबला विवादों भरा रहा था. उस मैच में RCB ने 18 रनों से जीत दर्ज की. यह मुकाबला खेल से ज्यादा अपने नतीजे से ज्यादा विराट कोहली और नवीन उल हक की लड़ाई, फिर कोहली और गौतम गंभीर की 'तू-तू, मैं-मैं' के लिए इतिहास में दर्ज हो गया था.
सलमान आगा ने कोहली को भेजा था मैसेज?
अब पाकिस्तान के सलामी बल्लेबाज इमाम उल हक ने उस घटना को याद किया है. इमाम ने दावा किया कि पाकिस्तानी खिलाड़ी सलमान अली आगा ने उस वाकये के बाद विराट कोहली को इंस्टाग्राम पर संदेश भेजा था. गौरतलब है कि बीसीसीआई ने उस वाकये के बाद कोहली-गंभीर पर मैच फीस का 100 फीसदी जुर्माना लगाया था. वहीं नवीन उल हक की 50 फीसद मैच फीस काटी गई थी.
इमाम उल हक ने एक पॉडकास्ट पर कहा, 'मुझे याद है कि आईपीएल के दौरान विराट कोहली की अफगानिस्तान के गेंदबाज नवीन उल हक से फाइट हो गई थी. यह एक जबरदस्त लड़ाई थी जो खेल के बाद भी जारी रही और गौतम गंभीर भी इसमें शामिल हो गए. यह वायरल हो गया और विराट कोहली बेहद नाराज हुए. इस घटना के बाद सलमान आगा ने उन्हें इंस्टाग्राम पर मैसेज करके कहा- कोहली भाई इजी हो जा.'
इमाम ने ये भी बताया कि कैसे विराट कोहली और शादाब खान अच्छे दोस्त बन गए. इमाम कहते हैं, 'विराट बेहद मजाकिया इंसान हैं क्योंकि वह दिल्ली के रहने वाले हैं. वह ज्यादातर पंजाबी में ही बात करते हैं. चूंकि हमने पिछले दो वर्षों में भारत के साथ काफी क्रिकेट खेला है, इसलिए शादाब और उनके बीच अच्छा रिश्ता है.'
कोहली और नवीन उल हक अब दोस्त बन चुके
कोहली-नवीन के बीच अब कड़वाहट पूरी तरह समाप्त हो चुकी है और दोनों अब दोस्त बन चुके हैं. हालिया क्रिकेट वर्ल्ड कप में जब भारत-अफगानिस्तान मैच के दौरान दोनों की दोस्ती हुई. उस मैच के दौरान विराट ने इशारा कर नवीन की हूटिंग करने से दर्शकों को मना किया. फिर कुछ देर बाद उन्होंने बीच मैदान में नवीन को गले भी लगाया था. मैच के बाद भी विराट और नवीन के बीच गलबहियां होती हुई दिखी थी.
गंभीर ने विराट-नवीन की दोस्ती पर कही थी ये बात
विराट और नवीन की दोस्ती पर गौतम गंभीर का रिएक्शन आया था. गंभीर ने कमेंट्री के दौरान कहा था कि खिलाड़ियों के बीच झगड़ा सिर्फ मैदान पर होता है, उसके बाहर नहीं. उन्होंने कहा कि हर खिलाड़ी की ड्यूटी है कि वो अपनी टीम, इज्जत और जीत के लिए लड़े. फिर चाहे वो कोई भी खिलाड़ी हो. गंभीर बोले, ' मैं दर्शकों को कहना चाहता हूं कि किसी प्लेयर को चिढ़ाने या फिर उसे अलग-अलग नाम से बुलाने की जरूरत नहीं है.'