
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इंजमाम उल हक ने महान भारतीय क्रिकेटर सुनील गावस्कर की जमकर तारीफ की है. उन्होंने कहा कि भारत का यह पूर्व सलामी बल्लेबाज टेस्ट क्रिकेट में 10,000 रन बनाकर अजेय रहा. इंजमाम ने माना कि कई महान खिलाड़ियों ने गावस्कर से पहले खेल पर पकड़ बनाई, जावेद मियांदाद और विव रिचर्ड्स जैसे कुछ धाकड़ बल्लेबाज 'लिटिल मास्टर' के जमाने में खेले, लेकिन 10,000 के आंकड़े को छूने में कामयाब नहीं हुए.
50 साल के इंजमाम ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, 'गावस्कर के जमाने में और उससे पहले भी कई महान खिलाड़ी हुए. जावेद मियांदाद, विव रिचर्ड्स, गैरी सोबर्स और डॉन ब्रैडमैन जैसे बल्लेबाज थे, लेकिन उनमें से किसी ने इस आंकड़े तक पहुंचने के बारे में नहीं सोचा. आज के दिनों में भी जब बहुत ज्यादा टेस्ट क्रिकेट खेले जाते हैं, बहुत कम खिलाड़ी हैं, जिन्होंने यह उपलब्धि हासिल की है.'
मार्च 1987 में गावस्कर 10 हजार के आंकड़े को छूने वाले वह पहले क्रिकेटर बने थे. उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ अहमदाबाद टेस्ट में यह उपलब्धि हासिल की थी. यह उनका 124वां टेस्ट मैच था. इंजमाम ने कहा कि आज के जमाने में वह खेले रहे होते, तो उनके खाते में और भी रन होते.
इंजमाम ने कहा, 'अगर आप मुझसे पूछें, तो मैं कहूंगा कि सुनील के उस दौर के 10,000 रन आज के 15,000 से 16,000 के बराबर हैं. इससे ज्यादा भी हो सकते हैं, लेकिन किसी भी तरह से कम नहीं. 120 टेस्ट मैचों में 8,830 रन और 378 वनडे में 11739 रन बनाने वाले पाकिस्तान के पूर्व कप्तान ने माना की गावस्कर के जमाने में विकेट आसान नहीं होते थे, स्कोर करना बहुत मुश्किल होता था.
इंजमाम ने कहा, 'अगर आपका फॉर्म अच्छा है तो आप एक सीजन में 1000 से 1500 रन भी बना सकते हैं, लेकिन जब गावस्कर के समय ऐसी स्थिति नहीं होती थी. आज विशुद्ध रूप से बल्लेबाजी विकेट तैयार किए जाते हैं, ताकि आप रन बना सकें. आईसीसी भी बल्लेबाजों को ऐसा करते देखना चाहती है, ताकि दर्शकों का मनोरंजन हो.'
इंजमाम ने कहा, 'उन दिनों विकेटों पर बल्लेबाजी करना इतना आसान नहीं था, खासकर तब, जब आप उपमहाद्वीप के बाहर खेल रहे होते थे.' गावस्कर के संन्यास के बाद से 12 और बल्लेबाजों ने 10,000 या उससे अधिक रन बनाए है. सचिन तेंदुलकर 200 टेस्ट मैचों में 15,921 रनों के साथ शीर्ष पर हैं.
1987 में पाकिस्तान के खिलाफ एक और टेस्ट खेलने के बाद गावस्कर रिटायर हो गए. महान सलामी बल्लेबाज गावस्कर ने 125 टेस्ट मैचों में 51.12 की औसत से 10122 रन बनाए. उन्होंने 34 शतक जमाए, जो उस समय सर्वाधिक शतकों का रिकॉर्ड था.