
R Ashwin on Rohit Sharma: रोहित शर्मा की कप्तानी में भारतीय टीम ने हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैचों की घरेलू टेस्ट सीरीज 4-1 से जीती है. इसी सीरीज के तीसरे टेस्ट मैच के दौरान दूसरे दिन ही स्टार स्पिनर रविचंद्रन अश्विन अपने घर लौट गए थे. बाद में जानकारी मिली थी कि उनकी मां की तबीयत खराब थी.
हालांकि अश्विन एक दिन बाद ही मैच में खेलने के लिए लौट आए थे. मगर इस पूरे मामले को लेकर अश्विन ने अब एक बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल पर बताया है कि किस तरह मां की तबीयत के बारे में सुनकर वो रोने लगे थे.
अश्विन ने पूरे किए अपने 500 टेस्ट विकेट
इसके बाद कप्तान रोहित शर्मा और कोच राहुल द्रविड़ उनके कमरे में आए और उन्हें घर जाने के लिए कहा. अश्विन ने बताया कि तब राजकोट से कोई फ्लाइट नहीं थी. ऐसे में रोहित ने जो किया, उसने सभी का दिल जीत लिया. रोहित ने पूरी कोशिश करते हुए चार्टर प्लेन बुक कराया.
बता दें कि अश्विन ने तीसरे टेस्ट में ही अपने टेस्ट करियर के 500 विकेट पूरे किए थे. इसके बाद ही अश्विन मां के बीमार होने का पता चला तो वह घर जाना चाहते थे. उन्होंने डॉक्टर से पूछा कि मां कैसी हैं और क्या वह बेहोश हैं? जवाब मिला कि वह देखने की स्थिति में नहीं हैं. ऐसे में अश्विन की आंखों में आंसू आ गए थे.
अश्विन ने बताया कि वो राजकोट से चेन्नई जाने के लिए फ्लाइट देखने लगे, लेकिन उन्हें कोई फ्लाइट मिली नहीं. राजकोट एयरपोर्ट शाम 6 बजे बंद हो जाता है. उन्हें समझ ही नहीं आया कि अब क्या किया जाए. उसी समय रोहित और द्रविड़ उनके कमरे में आए.
'रोहित शर्मा में एक जबरदस्त लीडर देखा'
अश्विन ने कहा, 'रोहित और राहुल भाई मेरे कमरे में आए. रोहित ने कहा कि सोचना बंद करो और परिवार के पास जाओ. वह मेरे लिए चार्टर फ्लाइट की व्यवस्था करने की कोशिश कर रहा था. इसके बाद कमलेश के पास रोहित का फोन आया और उसने मेरे बारे में पूछा कि क्या मैं ठीक हूं.'
स्टार स्पिनर ने आगे कहा, 'साथ ही उससे कहा कि वह इस मुश्किल समय में मेरे साथ रहे. तब रात के साढ़े नौ बज रहे थे. मैं हैरान रह गया. मैं सोच भी नहीं सकता. मैंने सोचा अगर मैं कप्तान होता तो मैं अपने खिलाड़ी को घर जाने को कहता लेकिन क्या मैं उसकी देखभाल के लिए लोगों को फोन करता? पता नहीं. मैंने उस दिन रोहित शर्मा में एक जबरदस्त लीडर देखा.'
अश्विन ने कहा कि वे कई कप्तानों के तहत खेले हैं लेकिन रोहित में कुछ तो अलग है. उसका दिल साफ है. उसने धोनी के बराबर पांच आईपीएल ट्रॉफी जीती है. यह आसान नहीं है. धोनी भी मदद करते हैं लेकिन रोहित एक कदम आगे जाते हैं.