
पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान रमीज राजा ने अपने देश के क्रिकेट बोर्ड पर बड़ा आरोप लगाया है. रमीज राजा ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) पर निशाना साधते हुए कहा कि जब दबाव बढ़ता है तो टीम में फिक्सर्स की एंट्री हो जाती है. रमीज राजा पाकिस्तान के क्रिकेट सिस्टम से खुश नहीं हैं.
उन्होंने कहा कि मजबूत खिलाड़ियों के साथ जिम्बाब्वे का दौरा करने का फैसला 'एक कदम आगे और दो कदम पीछे' करने वाला था. राजा ने कहा कि दौरे पर नए खिलाड़ियों को मौका मिलना चाहिए था. इस दौरे पर पाकिस्तान ने जिम्बाब्वे को टेस्ट में 2-0 से हराया था और टी20 सीरीज को 2-1 से जीता था.
उन्होंने कहा कि जब दबाव बढ़ता है तो पुराने खिलाड़ी टीम में आ जाते हैं. दबाव बढ़ता है तो फिक्सर्स टीम में आ जाते हैं. विकेटकीपर को मध्यक्रम का बल्लेबाज बना दिया जाता है, लेकिन इससे कोई टीम टी20 वर्ल्ड कप नहीं जीतती है.
रमीज राजा ने कहा कि 40 की उम्र में यहां लोग डेब्यू कर रहे हैं. वह पाकिस्तान का भविष्य कैसे बना सकते हैं? सचिन तेंदुलकर और एमएस धोनी तो 50% होने पर भी अधिक उपयोगी होते. बता दें इस दौरे पर पाकिस्तान ने 36 साल के तबिश खान को डेब्यू कराया था.
तबिश को घरेलू क्रिकेट का अच्छा खासा अनुभव है. डेब्यू से पहले उन्होंने 137 फर्स्ट क्लास मैचों में कुल 598 विकेट चटकाए थे. तबिश का टेस्ट डेब्यू 36 साल 146 दिन की उम्र में हुआ था. इससे पहले 1955 में पाकिस्तान की ओर से मीरान बख्श ने 47 साल 284 दिन की उम्र में करियर का पहला टेस्ट मैच खेला था.
रमीज राजा ने कहा कि नए खिलाड़ियों के साथ आगे बढ़ें. जिम्बाब्वे के खिलाफ, अगर आप नए खिलाड़ियों के साथ जाते और हार जाते, तो कोई कुछ नहीं कहता क्योंकि यह एक प्रयोगात्मक दौरा हो सकता था. ऐसे बहुत कम मौके होते हैं, जब आप किसी अंतरराष्ट्रीय टीम के खिलाफ प्रयोग कर पाते हैं.