
कोरोना काल के बीच शुरू हुई रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) में इतिहास रचा गया है. कोलकाता में झारखंड और नगालैंड (Jharkhand Vs Nagaland) के बीच प्री-क्वार्टरफाइनल खेला जा रहा है, जिसमें झारखंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 880 का महास्कोर बना दिया है. रणजी ट्रॉफी के इतिहास का ये चौथा सबसे बड़ा स्कोर है.
इस पारी में झारखंड (Jharkhand) की ओर से कुल तीन शतक जड़े गए, जिसमें एक दोहरा शतक भी शामिल है. झारखंड ने कुल 203.4 ओवर तक बल्लेबाजी की और 880 पर जाकर ऑलआउट हुई. झारखंड की ओर से कुमार कुशाग्र ने 266 रनों की पारी खेली, उन्होंने सिर्फ 269 बॉल में 37 चौके और 2 छक्कों की मदद से ये स्कोर बनाया.
उनके अलावा शहबाज़ नदीम ने 177 रन बनाए और 304 बॉल खेलीं, इस दौरान उन्होंने 22 चौके और 2 छक्के लगाए. झारखंड की ओर से तीसरा शतक विराट सिंह ने जमाया, जिन्होंने 155 बॉल में 107 रनों की पारी खेली. उन्होंने कुल 13 चौके जमाए.
रणजी ट्रॉफी के इतिहास का सबसे बड़ा स्कोर (Highest Team totals in Ranji Trophy history)
• 944/6 – हैदराबाद बनाम आंध्र प्रदेश (1994)
• 912/8 – होल्कर बनाम मैसूर (1946)
• 912/6 – तमिलनाडु बनाम गोवा (1989)
• 880 – झारखंड बनाम नगालैंड (2022)
• 855/6 मुंबई बनाम हैदराबाद (1991)
यह झारखंड के भी रणजी ट्रॉफी इतिहास का सबसे बड़ा स्कोर है, झारखंड साल 2004-05 से ही इस टूर्नामेंट में बतौर टीम हिस्सा ले रही है. इससे पहले साल 2015 में झारखंड ने हैदराबाद के खिलाफ 556 रनों का स्कोर बनाया था.
अगर इस सीज़न की बात करें तो इस बार कई बड़े स्कोर बने हैं. झारखंड ने 880 रन बनाए हैं, तो बिहार इससे पहले मिजोरम के खिलाफ 686 रन बना चुका है. सिक्किम ने भी बिहार के खिलाफ 673 का स्कोर बनाया था.