
एक सीजन के ब्रेक के बाद रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट की वापसी हो गई है. कोरोना संक्रमण की वजह से साल 2020-21 का रणजी ट्रॉफी सीजन रद्द कर दिया गया था. भारतीय टीम को अंडर-19 विश्व कप में जीत दिलाने वाली टीम के कप्तान यश धुल ने अपने रणजी ट्रॉफी करियर का आगाज धमाकेदार अंदाज में किया है. उन्होंने तमिलनाडु ने खिलाफ शतकीय पारी खेलकर घरेलू क्रिकेट में एंट्री की.
एक साल के ब्रेक के बाद रणजी ट्रॉफी की वापसी के पहले दिन अंडर-19 खिलाड़ियो का जलवा देखने को मिल रहा है. राज अंगद बावा ने अपनी पहली ही गेंद पर विकेट हासिल किया. वहीं, अंडर-19 कप्तान यश धुल ने गुवाहाटी में दिल्ली के लिए खेलते हुए अपनी फर्स्ट क्लास क्रिकेट के डेब्यू मुकाबले में ही सेंचुरी (113 रन, 150 गेंदों में ) जड़ दी है.
वह जब शतक से 3 रन दूर थे, तब उन्हें एक जीवनदार भी मिला. 97 रन पर उन्होंने एक पुल शॉट खेला जिसे फील्डर ने कैच कर लिया, लेकिन रिप्ले में नो बॉल साबित होने के बाद उन्हें अपना पहला शतक पूरा करने का मौका मिला.
दिल्ली की ओर से अपना डेब्यू कर रहे यश धुल ने तमिलनाडु के खिलाफ अपने रणजी ट्रॉफी करियर की शुरुआत शतक के साथ की है. यश ने तमिलनाडु के खिलाफ 133 गेंदों में अपना शतक पूरा किया. उन्होंने अपनी शतकीय पारी के दौरान 16 चौके जड़े. यश धुल दिल्ली के लिए ध्रुव शोरी के साथ पारी कि शुरुआत करने के लिए उतरे थे.
दिल्ली कि शुरुआत काफी खराब रही, ध्रुव शोरी (1) और हिम्मत सिंह (0) पहले 3 ओवरों में ही पवेलियन वापस लौट गए. इसके बाद यश ने नीतीश राणा ने साथ मिलकर काउंटर अटैकिंग पारी खेलते हुए दिल्ली की पारी को संभाला. तीसरे विकेट के बाद उन्होंने चौथे विकेट के लिए जॉन्टी सिद्धू के साथ मिलकर शतकीय साझेदारी कर चुके हैं.
चंडीगढ़ के लिए खेलते हुए राज अंगद बावा ने अभी तक 2 विकेट हासिल कर लिए हैं, उन्होंने अपनी फर्स्ट क्लास क्रिकेट की पहली गेंद पर ही विकेट झटक लिया. उन्होंने हैदराबाद के कप्तान तन्मय अग्रवाल का विकेट झटका. फिर अपने तीसरे ओवर में उन्होंने हैदराबाद के अनुभवी खिलाड़ी अक्षत रेड्डी का भी विकेट हासिल किया. राज अंगद बावा ने अंडर-19 विश्व कप फाइनल मुकाबले में 5 विकेट हासिल किए और नाबाद 35 रनों की पारी खेली थी.
इस साल भी रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट को लेकर संशय बरकरार था, लेकिन कोरोना की तीसरी लहर के बाद BCCI ने भारतीय क्रिकेट के सबसे अहम टूर्नामेंट का आयोजन कराने का फैसला किया है. इस टूर्नामेंट की शुरुआत 13 जनवरी से होनी थी, लेकिन कोरोना की तीसरी लहर की वजह से इसे अनिश्चितकाल के लिए रद्द कर दिया गया था.
कई राज्य संगठनों और पूर्व खिलाड़ियों की मांग के बाद इसे दो चरणों में आयोजित किया जा रहा है. गुरुवार 17 फरवरी को इस सीजन का पहला दिन है