
टीम इंडिया के नए हेड कोच रवि शास्त्री मंगलवार को बीसीसीआई की क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) द्वारा इस हाई प्रोफाइल पद पर नियुक्त किए जाने के बाद बहुत उत्साहित नजर आ रहे हैं. रवि शास्त्री श्रीलंका दौरे से टीम के साथ जुड़ जाएंगे और वर्ल्ड कप 2019 तक टीम के साथ रहेंगे.
शास्त्री को टक्कर देने वालों में टीम इंडिया के पूर्व विस्फोटक ओपनर वीरेंद्र सहवाग, टॉम मूडी, रिचर्ड पायबस और लालचंद राजपूत शामिल थे. लेकिन रेस शास्त्री ही जीते. अकेले रवि शास्त्री ही इन चार दिग्गजों पर भारी पड़ गए. इससे पहले रवि शास्त्री 2014 में टीम इंडिया के डायरेक्टर बने थे. 3 साल बाद एक बार फिर टीम इंडिया में उनकी वापसी हुई है.
टीम इंडिया के कोच पद पर चुने जाने के बाद 'इंडिया टुडे' को दिए अपने पहले इंटरव्यू में रवि शास्त्री ने बताया कि मौजूदा भारतीय टीम अब तक की सबसे सर्वश्रेष्ठ भारतीय टेस्ट टीम बन कर उभरी है. यह हमारे किसी भी भारतीय टीम की तुलना में एक बेहतर टेस्ट टीम हो सकती है.
रवि शास्त्री ने कहा, यह टीम किसी भी हालत में अच्छा प्रदर्शन करने में सक्षम है. भारतीय टीम के पास अच्छे तेज गेंदबाजी है, जो सभी परिस्थितियों में अच्छी गेंदबाजी कर सकते हैं और उनकी उम्र भी इस समय के अनुसार गेंदबाजी के लिए बेस्ट है.
रवि शास्त्री ने कहा कि, मैं टीम इंडिया के कोच की सभी चुनौतियों के लिए पूरी तरह तैयार हूं और इनसे निपटने के लिए उत्सुक हूं. शास्त्री ने आगे कहा, मैं टीम इंडिया के साथ अपने सफल कार्यकाल की उम्मीद कर रहा हूं. जब आपको किसी मुश्किल हालत में ओपनिंग बल्लेबाजी करने के लिए कहा जाता है, तो यह एक चुनौती होती है. मैं चुनौतियों का सामना करने का आदी हो चुका हूं और आगे भी इसके लिए तैयार हूं.
रवि शास्त्री का कोच के तौर पर पहला पड़ाव 26 जुलाई से शुरू होने वाला श्रीलंका दौरा होगा. इस दौरे पर उन्हें गेंदबाजी कोच के रूप में जहीर खान तो वहीं बल्लेबाजी सलाहकार के रूप में टीम इंडिया के लिए दिवार रहे राहुल द्रविड़ का साथ मिलेगा. श्रीलंका दौरे पर भारतीय टीम 3 टेस्ट, 5 वनडे और 1 टी20 मैच खेलेगी.