
Ravichandran Ashwin: टेस्ट क्रिकेट में एक के बाद एक रिकॉर्ड बना रहे ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. रविचंद्रन अश्विन ने बताया कि बीच में एक वक्त ऐसा आया था जब वह 5-6 बॉल डालते थे और उनकी सांस फूलने लगती थी. लेकिन अब वह उस चीज़ से उबर गए हैं.
एक इंटरव्यू में रविचंद्रन अश्विन ने ऐसे वक्त की बात की, जब वह क्रिकेट से संन्यास लेने की सोचने लगे थे. अश्विन ने कहा कि 2018 और 2020 के बीच ऐसा वक्त आया था, जब वह खेल को छोड़ देना चाहते थे. मुझे लगता था कि मैं काफी कोशिश कर रहा हूं, लेकिन सफल नहीं हो रहा हूं. मैं जितना ट्राई करता था, उतनी ही चीज़ें मुश्किल हो रही थी.
अश्विन बोले कि मैं 6 बॉल डालता था और मेरी सांस फूल जाती थी, उसके बाद लगातार दर्द होता था. जब मेरे घुटने में दर्द बढ़ता तो उसके बाद मैं कम उछलता था. उसके बाद कमर, कंधों में तकलीफ होने लगती थी. रविचंद्रन अश्विन ने बताया कि बढ़ती उम्र की वजह से फिटनेस को कंट्रोल में रखना काफी मुश्किल होता है.
आपको बता दें कि रविचंद्रन अश्विन कोरोना काल से पहले तक काफी संघर्ष कर रहे थे, टीम में भी उनकी जगह पर सवाल खड़े हो रहे थे. हालांकि, इस बीच उन्होंने काफी मेहनत की और टेस्ट क्रिकेट के साथ-साथ व्हाइट बॉल क्रिकेट में भी वापसी की.
साल 2021 रविचंद्रन अश्विन के लिए काफी बेहतरीन गया, जहां उन्होंने सिर्फ 8 मैच में 52 विकेट लिए. इसी साल अश्विन ने टेस्ट विकेट लेने के मामले में हरभजन सिंह, वसीम अकरम का रिकॉर्ड भी तोड़ा.
रविचंद्रन अश्विन अब टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले भारतीयों की लिस्ट में तीसरे नंबर पर पहुंच गए हैं. अश्विन के नाम 81 मैच में 427 विकेट हो गए हैं. उनसे आगे सिर्फ अनिल कुंबले और कपिल देव हैं.