
MS Dhoni Robin Uthappa: भारतीय टीम को वनडे और टी20 वर्ल्ड कप जिताने वाले पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को उनके फैन्स कई नामों से पुकारते हैं. इनमें माही सबसे जाना पहचाना नाम है. आलम ये है कि खिलाड़ी भी माही नाम से ही पुकारते हैं. 15 अगस्त 2020 को इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने वाले धोनी अब सिर्फ IPL में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) की कप्तानी करते नजर आ रहे हैं.
चेन्नई टीम में लगभग सभी प्लेयर काफी जूनियर हैं. ऐसे में सभी धोनी को माही भाई या माही सर ही कहकर पुकारते हैं. यह खुलासा धोनी की कप्तानी में 2007 टी20 वर्ल्ड कप खेल चुके रॉबिन उथप्पा ने किया है. उथप्पा पिछले सीजन में ही चेन्नई टीम ने खरीदा था.
ऐसे में उथप्पा 13-14 साल बाद फिर धोनी के साथ एक ही टीम में खेलते दिखाई दिए थे. इसी को लेकर उथप्पा ने क्रिकचैट पर बात करते हुए कुछ खुलासे किए हैं. उथप्पा ने बताया कि चेन्नई टीम में सभी धोनी को माही भाई या माही सर कहकर बुला रहे थे. मगर मैं कन्फ्यूज था कि मैं धोनी को किस नाम से बुलाऊं. तब धोनी ने ही मेरी यह समस्या दूर की.
टीम में उथप्पा अकेले धोनी को माही कह रहे थे
उथप्पा ने कहा, 'मैं जब चेन्नई टीम में सेलेक्ट हुआ, तब माही के साथ करीब 13-14 साल बाद खेल रहा था. टीम में सभी धोनी को माही भाई या माही सर कह रहे थे. मैं थोड़ा कन्फ्यूज था. एक दिन मैं धोनी के ही पास गया और पूछ लिया कि मैं उन्हें माही कहूं या फिर माही भाई?'
ओपनर उथप्पा ने आगे कहा, 'उसने (धोनी) मुझसे कहा कि इसमें इतने मत उलझो. जो भी तुम्हें ठीक लगे, वही कहो. उसने मुझसे कहा कि वह बिल्कुल नहीं बदले. वह अब भी वैसे ही हैं, जैसे की पहले थे. इस तरह टीम में सिर्फ मैं अकेला था, जो धोनी को माही कह रहा था.'
उथप्पा ने इस सीजन में 230 रन बनाए
बता दें कि आईपीएल 2022 सीजन में चेन्नई टीम का कप्तान शुरुआत से रवींद्र जडेजा को बनाया गया था. मगर शुरुआती 8 में से 6 मैच हारने के बाद जडेजा ने खुद कप्तानी छोड़कर धोनी को सौंप दी थी. इस सीजन के आखिर में चेन्नई टीम 9वें नंबर पर रहते हुए बाहर हुई थी. वहीं, उथप्पा को 12 मैचों में खेलने का मौका मिला था, जिसमें उन्होंने दो फिफ्टी जड़ते हुए कुल 230 रन बनाए. जबकि धोनी ने 14 मैचों में 232 रन बनाए थे.