
साल 2021 भारतीय क्रिकेट में कई बड़े बदलावों को साथ लेकर आया. टेस्ट चैम्पियनशिप से लेकर टी-20 वर्ल्डकप तक टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा. लेकिन अगर किसी खिलाड़ी की ग्रोथ को देखें और निजी तौर पर सफलता का अंदाज़ा लगाएं तो एक ही नाम सामने आता है, जो पूरे साल भारतीय क्रिकेट फैंस के दिल-दिमाग पर छाया रहा, वो है रोहित शर्मा.
रोहित शर्मा के लिए 2021 काफी बेहतर रहा, बतौर टेस्ट बल्लेबाज उन्होंने खुद को ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड में साबित करने का मौका मिला. इस साल टेस्ट में प्रदर्शन करने वाले सबसे बेहतर भारतीय बल्लेबाजों में से एक रहे, साथ ही साल खत्म होते-होते रोहित शर्मा भारतीय क्रिकेट के नए सरताज बन गए. अब वह व्हाइट बॉल फॉर्मेट में भारत के कप्तान हैं, टेस्ट क्रिकेट में उप-कप्तान हैं.
ऐसे में इससे बेहतर साल क्या हो सकता है? साल 2021 रोहित शर्मा के लिए कैसा बीता, एक नज़र डाल लीजिए...
बतौर टेस्ट बल्लेबाज खुद को साबित कर पाए रोहित
2021 की शुरुआत में भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया में थी, जहां पहले टेस्ट में 36 पर ऑलआउट होने के बाद दूसरे टेस्ट में जीत के साथ वापसी हुई थी और रोहित शर्मा टीम के साथ तीसरे मैच से पहले जुड़े थे. आईपीएल में चोट लगने की वजह से उन्हें भारत में रुकना पड़ा था, लेकिन सीरीज के आखिरी दो टेस्ट में वह बतौर ओपनर खेले और टीम को अच्छी शुरुआत दिलवाई. भले ही ऑस्ट्रेलिया में रोहित के बल्ले से बड़ा स्कोर ना निकला हो, लेकिन नई गेंद को पुरानी करने में उन्होंने टीम की मदद जरूर की.
ऑस्ट्रेलिया के बाद रोहित शर्मा के लिए सबसे बड़ा मौका इंग्लैंड के सामने आया है. पहले इंग्लैंड की टीम ने भारत का दौरा किया, उसके बाद वर्ल्ड चैम्पियनशिप के फाइनल के बाद टीम इंडिया ने इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज खेली. घर में खेली गई सीरीज में रोहित शर्मा अंग्रेजों पर बरस पड़े और चेन्नई टेस्ट में 161 रनों की ज़बरदस्त पारी खेली.
रोहित शर्मा ने इस बात का जिक्र कई बार किया है कि वह खुद को बतौर टेस्ट क्रिकेटर स्थापित करना चाहते हैं, उनके पिता की भी यही इच्छा रही. टीम इंडिया ने वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप में हार के बाद इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज खेली और दुनिया ने एक नए रोहित शर्मा को देखा. व्हाइट बॉल क्रिकेट में तीन दोहरे शतक जड़ने वाले रोहित शर्मा टेस्ट क्रिकेट में जब बॉल छोड़-छोड़कर संयम के साथ खेल रहे थे तब लोगों को हैरानी हुई.
इंग्लैंड दौरे पर खेले गए चार टेस्ट मैच में रोहित शर्मा ने अकेले ही करीब 1000 बॉल खेल लीं, इस दौरान आखिरी पारी में 127 रनों वाला बड़ा शतक भी आया. लेकिन उसके अलावा रोहित शर्मा ने हर मैच में टीम इंडिया को शानदार शुरुआत दिलवाई और अंग्रेज गेंदबाजों को खूब छकाया भी, क्रिकेट की किताब के हिसाब से शॉट और संयम ने रोहित शर्मा को बतौर टेस्ट ओपनर अव्वल दर्जे पर स्थापित किया.
साल 2021 में भारत के लिए सबसे ज्यादा रन (टेस्ट क्रिकेट)
• रोहित शर्मा – 11 मैच, 906 रन, 47.68 औसत, 2 शतक
• ऋषभ पंत – 12 मैच, 706 रन, 41.52 औसत, 1शतक
• चेतेश्वर पुजारा – 14 मैच, 686 रन, 28.58 औसत
• विराट कोहली - 11 मैच, 518 रन, 28.77 औसत
साल 2021 में भारत के लिए सबसे ज्यादा रन (सभी फॉर्मेट में, अंतरराष्ट्रीय मैच)
• रोहित शर्मा – 25 मैच, 1420 रन, 43.03 औसत, 2 शतक
• ऋषभ पंत- 27 मैच, 1074 रन, 41.30 औसत, 1 शतक
• विराट कोहली – 24 मैच, 946 रन, 37.84 औसत
रोहित शर्मा- व्हाइट बॉल क्रिकेट का नया बॉस
सिर्फ बल्लेबाज ही नहीं बल्कि बतौर लीडर भी रोहित शर्मा के लिए ये साल यादगार रहा. सही तौर पर साल 2021 से भारतीय क्रिकेट में रोहित शर्मा युग की शुरुआत हुई है, जिसकी छाप आने वाले साल में देखने को मिलेगी. टीम इंडिया के हाथ से इस साल दो आईसीसी ट्रॉफी निकल गई, पहली टेस्ट चैम्पियनशिप और दूसरा टी-20 वर्ल्डकप.
बतौर कप्तान विराट कोहली पर सवाल पहले भी खड़े होते रहे हैं, लेकिन इस बार पानी सिर के ऊपर निकल गया. टी-20 वर्ल्डकप शुरू होने से पहले ही ये खबरें छन-छनकर आ रही थीं कि अगर वर्ल्डकप में सबकुछ ठीक नहीं जाता है, तो बीसीसीआई कई फैसले ले सकता है. लेकिन ऐसा कुछ होता विराट कोहली ने खुद ही टी-20 फॉर्मेट की कप्तानी छोड़ने का ऐलान कर दिया.
इसी के साथ ये साफ हो गया कि रोहित शर्मा के हाथ में टी-20 फॉर्मेट की कमान आने वाली है. टी-20 वर्ल्डकप में टीम इंडिया सेमीफाइनल में पहुंच नहीं पाई और विराट कोहली की कप्तानी चली गई. वर्ल्डकप के ठीक बाद न्यूजीलैंड की टीम ने भारत का दौरा किया और टी-20 सीरीज में रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत को जीत मिल गई. अब रोहित शर्मा के सामने 2022 का टी-20 वर्ल्डकप अपने नाम करने की चुनौती है.
न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज से रोहित शर्मा को आराम मिला, लेकिन इसके बाद जो हुआ उसने सब कुछ बदल दिया. सेलेक्टर्स ने जब साउथ अफ्रीका दौरे के लिए टेस्ट टीम का ऐलान किया, उसी के साथ ये भी जानकारी दी कि अब रोहित शर्मा ही वनडे टीम के भी कप्तान होंगे. साथ ही रोहित शर्मा को टेस्ट टीम का उप-कप्तान बना दिया गया.
ऐसा होने की उम्मीद थी, लेकिन ये सब जितनी जल्दी हुआ और जिस तरह से हुआ वो किसी ने नहीं सोचा था. विराट कोहली को वनडे की कप्तानी से हटा दिया गया और रोहित शर्मा के हाथ में कमान आ गई. खैर, रोहित शर्मा को टी-20 के साथ-साथ वनडे की भी कमान मिल गई.
अब रोहित शर्मा के सामने दो बड़ी चुनौती आ गई, 2022 का ऑस्ट्रेलिया में होने वाला टी-20 वर्ल्डकप और 2023 में भारत में होने वाला 50 ओवर वर्ल्डकप. अच्छी बात ये रही कि वनडे टीम को तैयार करने के लिए रोहित शर्मा के पास दो साल का वक्त है, नए कोच राहुल द्रविड़ का साथ है. रोहित शर्मा ने आईपीएल में अपनी कप्तानी के जादू को बार-बार बिखेरा है और अब उनसे टीम इंडिया के लिए भी ऐसा ही चमत्कार करने की उम्मीद है.