
मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (MCC) ने हाल ही में क्रिकेट के नियमों में कई संशोधन किए हैं. यह संस्था क्रिकेट कानूनों की संरक्षक है, जिसने मांकड़िंग आउट, लार के इस्तेमाल, वाइड बॉल और डेड बॉल समेत कई नियमों में सुधार किया है. यह सभी नियम इसी साल एक अक्टूबर से लागू होंगे. इन पर लीजेंड सचिन तेंदुलकर ने भी अपनी सहमति जताई है.
सचिन ने एक वीडियो मैसेज जारी कर कहा है कि वह कुछ नियमों के संशोधन से सहमत हैं. उन्होंने मांकड़िंग को रन आउट घोषित करना सही बताया है. साथ ही कहा है कि कैच आउट के बाद नए बल्लेबाज को स्ट्राइक पर आने वाला नियम भी सही है.
'मांकड़िंग को रन आउट करार देने से खुश हूं'
सचिन ने कहा कि MCC कमेटी ने नए नियमों को जारी किया है. मैं इनमें से कुछ नियमों को सपोर्ट करता हूं. इनमें से पहला मांकड़िंग आउट नियम है. मैं हमेशा से ही इस तरह से आउट होने पर मांकडेड शब्द के इस्तेमाल से असहज महसूस करता रहा हूं. मुझे बहुत खुशी है कि इसे अब रन आउट में बदल दिया गया है. मेरे मुताबिक, इसे हमेशा से ही रन आउट ही होना चाहिए था, इसलिए यह हमारे लिए खुशी की बात है. मैं इसके साथ सहज नहीं था, लेकिन नियम बदलने के बाद अब मेरे साथ ऐसा नहीं रहेगा.
गेंदबाज के लिए सही है कैच आउट नियम
उन्होंने कहा कि दूसरा नियम बैटर के कैच आउट होने से जुड़ा है. अब नया बैटर आया करेगा, तो वह स्ट्राइक पर ही आएगा और बॉल फेस करेगा. यह बिल्कुल ही सही है, क्योंकि यदि एक गेंदबाज कोई विकेट लेता है तो यह बिल्कुल सही है कि उसे ही नए बैटर को बॉल करने और विकेट लेने का मौका मिलना चाहिए. ऐसे में यह नया नियम भी सही है और समिति ने बहुत अच्छा काम किया है.
लॉ-18: कैच आउट के बाद नए बैटर के नियम
यह नियम ट्रायल के तौर पर इंग्लैंड में शुरू हुए द हंड्रेड टूर्नामेंट में भी लागू किए थे. लॉ 18.11 के मुताबिक, यदि खिलाड़ी क्लीन बोल्ड, स्टम्प्ड, बॉल को दो बार मारने, LBW, हिट विकेट या कैच आउट होता है, तो नया बल्लेबाज उसी स्ट्राइक पर आएगा, जहां आउट होने वाला बल्लेबाज था. (ओवर खत्म होने की स्थिति में स्ट्राइक चेंज होगी)
लॉ 38.3: मांकड़िंग आउट
इस नियम को 41 (अनफेयर प्ले) से 38 (रन आउट) में शिफ्ट कर दिया गया है. इसके मुताबिक, यदि गेंदबाज के बॉल डालने से ठीक पहले नॉन स्ट्राइकर अपनी क्रीज से बाहर निकलता है और बॉलर स्टम्प्स पर बॉल थ्रो करते हुए आउट करता है, तो नॉन स्ट्राइकर को रन आउट (मांकड़िंग) करार दिया जाएगा. पहले यह रन आउट की कैटेगरी में नहीं था. यदि इस तरह के रन आउट में अपील नहीं की जाती है, तो अंपायर इसे डेडबॉल करार दे सकते हैं. यह बॉल भी ओवर में नहीं काउंट की जाएगी.