
India vs South Africa: साउथ अफ्रीका के खिलाफ आगामी तीन मैचों की टेस्ट सीरीज के दौरान टीम इंडिया को कुछ कठिन चयन करने होंगे. सबसे बड़ी दुविधा पांचवें नंबर के बल्लेबाज को तय करने की होगी. अजिंक्य रहाणे पिछले कुछ वर्षों से इस नंबर पर बैटिंग के लिए आते हैं. लेकिन फॉर्म में गिरावट आने के चलते उन्हें भारी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है. इस खराब फॉर्म के चलते रहाणे को सबसे लंबे प्रारूप में भारत के उप-कप्तान के पद से भी हटा दिया गया.
वैसे अजिंक्य रहाणे दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए टेस्ट टीम में अपनी जगह बनाए में कामयाब रहे हैं. लेकिन कई फैंस और विशेषज्ञों का मानना है कि उन्हें शुरुआती एकादश में नहीं शामिल किया जाना चाहिए. श्रेयस अय्यर पांचवें स्थान पर बैटिंग करने के लिए सबसे आगे हैं क्योंकि उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ हाल ही में समाप्त हुए सीरीज में टेस्ट डेब्यू पर शतक बनाया था.
हनुमा विहारी को मिले मौका
हालांकि, पूर्व भारतीय बल्लेबाज संजय बांगड़ की राय हटकर है और उनका मानना है कि हनुमा विहारी को अय्यर पर तवज्जो मिलनी चाहिए. 2018 में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करने वाले विहारी ने इस प्रारूप में अबतक 12 टेस्ट मैचों में शिरकत की है. खास बात यह रही कि इनमें से 11 मुकाबले उन्होंने विदेशों में खेले हैं.
हनुमा विहारी ने अबतक टेस्ट मैचों 32.84 की औसत से एक शतक और चार अर्द्धशतक की मदद से 624 रन बनाए हैं. जैसा कि विहारी कुछ समय से सेट-अप का हिस्सा रहे हैं, ऐसे में बांगड़ को लगता है कि उन्हें प्लेइंग इलेवन में पर्याप्त मौके दिए जाने चाहिए.
बांगड़ ने स्टार स्पोर्ट्स के शो 'गेम प्लान' में कहा, 'अगर श्रेयस अय्यर और हनुमा विहारी के बीच चुनाव करना है, तो मैं हनुमा विहारी की ओर जाना चाहूंगा. क्योंकि उन्होंने जिस तरह की सेवा की है, वह एक विदेशी टेस्ट मैच में श्रेयस अय्यर से आगे बल्लेबाजी करने के मौका पाने के हकदार हैं. बांगड़ जो भारत के पूर्व बल्लेबाजी कोच भी हैं ने याद किया कि कैसे विहारी ने इस साल की शुरुआत में सिडनी टेस्ट को बचाया था.
बांगड़ ने कहा, 'हनुमा विहारी को देखिए. वह ऐसे व्यक्ति है जिन्होंने कठिन समय खेला है. उन्होंने वेस्टइंडीज में शतक बनाया है, उन्होने सिडनी में आपके लिए एक टेस्ट मैच बचाया है.'
भारतीय टेस्ट टीम: विराट कोहली (कप्तान), केएल राहुल, मयंक अग्रवाल, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, प्रियांक पांचाल, श्रेयस अय्यर, हनुमा विहारी, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), ऋद्धिमान साहा (विकेटकीपर), आर अश्विन, जयंत यादव, ईशांत शर्मा, मोहम्मद शमी, उमेश यादव, जसप्रीत बुमराह, शार्दुल ठाकुर, मोहम्मद सिराज.