
न्यूजीलैंड में खेले जा रहे महिलाओं के वर्ल्ड कप में रविवार को टीम इंडिया और साउथ अफ्रीका के बीच मुकाबले में शेफाली वर्मा की आंधी देखने को मिली. अफ्रीकी टीम के खिलाफ यह करो या मरो का मैच था. इसमें शेफाली वर्मा ने ओपनिंग करते हुए ताबड़तोड़ पारी खेली और टीम इंडिया का स्कोर 274 रन तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई.
शेफाली ने मैच में 46 बॉल खेलते हुए 53 रन की अहम पारी खेली. इस दौरान उन्होंने 8 चौके जमाए. पूरी पारी में टीम इंडिया की ओर से सबसे ज्यादा स्ट्राइक रेट 115.21 शेफाली का ही रहा. उन्होंने स्मृति मंधाना के साथ 91 रन की ओपनिंग पार्टनरशिप की. मंधाना ने 84 बॉल पर 71 रन की पारी खेली.
शबनीम के ओवर में शेफाली की ताबड़तोड़ पारी
टीम इंडिया की कप्तान मिताली राज ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग का फैसला किया था. इसके बाद ओपनिंग करते हुए शेफाली ने पहले ही ओवर से ताबड़तोड़ खेलना शुरू कर दिया था. पारी के तीसरे ओवर में शेफाली ने तेज गेंदबाज शबनीम इस्माइल (Shabnim Ismail) की खबर लेना शुरू कर दिया. इसी ओवर में शेफाली ने ताबड़तोड़ आंधी की तरह पारी खेलते हुए 17 रन जुटाए.
शबनीम के इस ओवर में शेफाली ने शुरुआती 3 बॉल पर लगातार तीन चौके जमाए. इसके बाद दो बार डबल रन निकाले और एक नोबॉल मिलाकर ओवर में कुल 17 रन जड़ दिए. इससे ठीक पहले की तीन बॉल भी शेफाली ने एक चौका जमाया था और डबल रन लिए थे. ऐसे में यदि देखें तो शेफाली ने लगातार 9 बॉल खेलकर 22 रन बल्ले से निकाले.
मंधाना के लिए शेफाली ने कुर्बान किया विकेट
यह वाकया पारी के 15वें ओवर की आखिरी बॉल पर हुआ. क्लो ट्रायोन की आखिरी बॉल पर मंधाना ने मिड-विकेट की तरफ शॉट खेला और एक रन के लिए दौड़ पड़ी. शेफाली भी रन के लिए भागीं, लेकिन थोड़ी दूरीपर आकर वे बॉल को देखने और रुक गईं. जबकि मंधाना दौड़ रही थीं. उसी दौरान फील्डर ने बॉल विकेटकीपर की तरफ फेंकी. उस वक्त दोनों बैटर्स के बीच क्रीज चेंज नहीं हुई थी. ऐसे में शेफाली ने तुरंत भागकर मंधाना को क्रॉस किया और खुद ने कुर्बानी दे दी. इस तरह शेफाली रन आउट होकर पवेलियन लौट गईं.
मंधाना और मिताली ने भी फिफ्टी जमाई
वुमन्स वर्ल्ड कप के इस अहम मुकाबले में टीम इंडिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 7 विकेट गंवाकर 274 रन बनाए. टीम इंडिया के लिए ओपनर स्मृति मंधाना ने सबसे ज्यादा 71 रन की पारी खेली. कप्तान मिताली राज ने 84 बॉल पर 68 रन बनाए. शेफाली ने फिफ्टी लगाई और 53 रन बनाकर रन आउट हो गईं. यदि वे आउट नहीं होती, तो टीम इंडिया का स्कोर 300 के पार भी जा सकता था.